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36 साल के दिनेश कार्तिक के साथ टी20 में डेब्यू किये थे ये खिलाड़ी, अब कार्तिक के अलावा सब कर चुके हैं संन्यास का ऐलान

36 साल के दिनेश कार्तिक के साथ टी20 में डेब्यू किये थे ये खिलाड़ी, अब कार्तिक के अलावा सब कर चुके हैं संन्यास का ऐलान

भारतीय क्रिकेट टीम में इस दिनेश कार्तिक अपनी फिनिशिंग को लेकर काफी चर्चा में है। आगमी टी20 विश्वकप के लिए क्रिकेट पंडितो का मानना है कि दिनेश कार्तिक एक एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं। तो वहीं दिनेश कार्तिक को अगर टीम में जगह दी जाती है। तब ऋषभ पंत यानी प्लेइंग इलेवन में दो खिलाड़ियों के होने पर सवाल उठ रहे है?

हाले आईपीएल दिनेश कार्तिक ने अपनी क्षमता का सबूत पेश किया है तो ऋषभ पंत भटके हुए नजर आए है। 9 जून से दक्षिण अफ्रीका की घरेलू महत्वपूर्ण सीरीज शुरू होने वाली है। जिससे चयनकर्ता के लिए आगामी विश्वकप में दिनेश कार्तिक को लेकर तस्वीर साफ हो सकती है। लेकिन क्या आप जानते है दिनेश कार्तिक ने जब पहला टी20 मैच खेला था, उस समय टीम में मौजूद खिलाड़ियों में सभी में सन्यास ले लिया है।

2006 में खेला था पहला टी20 मैच दिनेश कार्तिक ने

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दिनेश कार्तिक ने 1 दिसंबर 2006 में भारतीय क्रिकेट टीम से पहला टी20 मैच खेला था। ये मैच दिनेश कार्तिक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग के मैदान पर खेला था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस मैच में दिनेश कार्ट8के में 28 रन की पारी खेली थी। दक्षिण अफ्रीका में मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 126 रन बनाए। जवाब में लक्ष्य पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 1 गेंद बाकी रहते हुए 4 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। इस रोमांचक मैच में दिनेश कार्तिक ने 28 रन बनाए थे और उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था।

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टीम में शामिल सभी ले चुके सन्यास

 

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दिनेश कार्तिक के साथ जोहनिशबर्ग के मैदान कर खेले गए इस मैच में भारतीय टीम में उनके साथ प्लेइंग इलेवन में सचिन तेंदुलकर, जहीर खान, वीरेंद्र सहवाग, अजीत आगरकर, इरफान पठान और एमएस धोनी शामिल थे। साथ ही साउथ अफ्रीका की तरफ से ग्रीम स्मिथ, हर्शल गिब्स, एबी डिविलियर्स और एल्बी मोर्केल भी थे। ये सभी खिलाड़ी अब क्रिकेट से सन्यास ले चुके है।

मात्र 29 मैच खेले दिनेश कार्तिक ने

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अपना पहला अंतरराष्ट्रीय T20 मैच 2006 में खेलने वाले दिनेश कार्तिक आगमी साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में खेलते हुए नजर आएंगे। दिनेश कार्तिक ने अब तक 29 अंतरराष्ट्रीय T20 मैच खेलकर 399 रन बना सके है। जिसमें वो 14 बार नाबाद पवेलियन लौटे है। दिनेश कार्तिक एक विकेटकीपर खिलाड़ी है। इसलिए महेंद्र सिंह धोनी के रहते उन्हें कम ही मौके मिले और अब ऋषभ पंत टीम के नियमित खिलाड़ी बनकर समाने आए है।

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यह पाकिस्तानी गेंदबाज सचिन को करना चाहता था मारना, पहली बार खुद कबूला आउट करना नहीं चोट पहुंचाना था मकसद

यह पाकिस्तानी गेंदबाज सचिन को करना चाहता था मारना, पहली बार खुद कबूला आउट करना नहीं चोट पहुंचाना था मकसद

सचिन तेंदुलकर (SACHIN TENDULKAR), एक ऐसा नाम जिसे दुनिया का हर तेज़ तर्रार गेंदबाज़(BOWLER) आउट करने के ख्वाब देखा करता था. सचिन न सिर्फ अपने वक़्त दुनिया के महान बल्लेबाज़ों(GREATEST BATSMAN) में से एक हैं. वहीं, दुनिया के सबसे तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख़्तर (SHOAIB AKHTAR) भी सचिन तेंदुलकर के पीछे उनको आउट करने की फिराक़ में लगे रहते थे. अख़्तर अपने मनसूबों में कामयाब भी हुए, लेकिन एक मनसूबे में अख़्तर कामयाब नहीं हो पाए. एक बार शोएब अख़्तर सचिन को आउट नहीं बल्कि उनको गेंद से मारना चाहते थे.

आउट नहीं मारना चहाते थे, खुद किया खुलासा

सचिन तेंदुलकर शोएब अख्तर

शोएब अख़्तर ने इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि वो सचिन को आउट नहीं बल्कि उन्हें मारना चहाते थे. सपोर्ट्सकीडा से बात करते हुए अख़्तर ने बताया, “मैं पहली बार इसका खुलासा कर रहा हूँ. मैं वाकई सचिन को मारना चाह रहा था. मैं इस बात के लिए दृढ़़ संकल्प था कि मुझे किसी भी कीमत पर सचिन को चोट पहुँचानी है.”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “इंजमाम ने मुझसे कई बार कहा कि गेंद को स्टंप टू स्टंप रखो, लेकिन मैं तो सचिन को चोट पहुँचाने पर अमादा था. मैंने एक गेंद उनके हेलमेट पर मारी और मुझे लगा कि वे गए, मर गए. लेकिन, फिर जब मैंने वीडियो देखा तो पाया कि सचिन ने अपना सिर बचा लिया था.”

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आसिफ ने भी किया था प्रोत्साहित

MOHAMMAD ASIF

पूर्व पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ मो. आसिफ ने भी शोएब अख़्तर से कहा कि वो सचिन को चोटिल करने में लगे रहें. अख़्तर ने आगे बात करते हुए कहा,  “मैंने दोबारा सचिन तेंदुलकर को चोटिल करने की कोशिश की. दूसरी तरफ से भारतीय बल्‍लेबाज आसिफ की गेंदबाजी के शिकार बनते गए. मुझे दुर्लभ ही याद है कि उस दिन आसिफ से बेहतरीन किसी और ने गेंदबाजी की हो.”

यह पूरा वाक्या, साल 2006 में कराची में इंडिया और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे तीसरे मैच का था. इस मैच में इंडिया 341 रनों से हार गई थी. इससे पहले के दो मैच ड्रॉ हो गए थे.

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बीच मैदान पर श्रीसंत को भज्जी ने मारा था थप्पड़, अब 14 साल बाद बोले हरभजन सिंह, कहा- आज मैं शर्मिंदा हूँ मगर ..’

हरभजन सिंह श्रीसंत

भारतीय क्रिकेट टीम के टर्बनेटर नाम से मशहूर गेंदबाज हरभजन सिंह का आईपीएल में श्रीसंत के साथ आईपीएल के सबसे मशहूर विवादों में से एक है। इस विवाद को लेकर काफी हंगामा हुआ था। आईपीएल के एक लाइव मैच में हरभजन सिंह ने श्रीसंत को बीच मैदान में थप्पड़ मार दिया था। दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने 2008 में श्रीसंत को थप्पड़ मारा था, जिसके बाद वो काफी बुरी तरह फंस गए थे। हरभजन सिंह के इस विवाद ने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया था। हालांकि खिलाड़ी ने कई बार इस गलती को स्वीकार भी किया है। इसी क्रम में अब हरभजन सिंह ने कहा है कि वो श्रीसंत से माफी मांगने के लिए तैयार है।

इस विवाद के कारण मारा था थप्पड़

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हरभजन सिंह और श्रीसंत का थप्पड़ विवाद काफी प्रसिद्ध हुआ था। जिसके न हरभजन सिंह पर खेल की भावना से परे काम करने कर बैन भी लगाया गया था। जिसके बाद कई बार उन्होंने श्रीसंत से माफी मांगने की बात की है।

हरभजन सिंह ने एक बार कहा था कि श्रीसंत को थप्पड़ मरना मेरे फील्ड में सबसे बड़ी गलती है, जिसे अगर मुझे एक मौका मिले तो मैं जरूर सुधारना चाहूंगा। दरअसल, हरभजन और श्रीसंत के बीच 2008 में किंग्स इलेवन पंजाब (पंजाब किंग्स) और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मैच के बीच में काफी तकरार हो गई थी। जिसके बाद हरभजन सिंह ने गुस्से में श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद श्रीसंत को अपने साथियों के साथ मैदान पर रोते हुए भी देखा गया। जिसके बाद बीसीसीआई में हाथापाई के एक्शन में हरभजन को बाकी बचे टूर्नामेंट में खेलने से बैन कर दिया गया और शॉन पोलक ने मुंबई इंडियंस टीम में उनकी की कप्तानी संभाली। लेकिन समय बीतने के साथ दोनों खिलाड़ियों के बीच रिश्ते ठीक हुए और ये दोनों 2007 टी20 विश्व कप के बाद 2011 वनडे विश्व कप टीम का हिस्सा रहकर एक साथ खेले थे।

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हरभजन सिंह ने कहा मेरी गलती थी, मैं माफी मांगने के लिए तैयार

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हरभजन सिंह ने आईपीएल में स्लैप गेट विवाद के पहचाने जाने वाले इस थप्पड़ विवाद को मानते हुए कहा कि उन्होंने गलती की थी। हरभजन सिंह ने कहा इस घटना ने उन्हें शर्मिंदा कर दिया था। हरभजन ने माना और कहा,

“जो हुआ वह गलत था। उसमें मैंने गलती की थी। मेरी वजह से मेरी टीम के सभी साथियों को भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। मैं इसके लिए बहुत शर्मिंदा हूं। अगर जीवन में मुझे एक गलती सुधारनी पड़ी। तब श्रीसंत के साथ जो बर्ताव किया। वो नहीं होना चाहिए था। जब मैं इसके बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी”।

श्रीसंत ने कहा हमने डिनर किया और सचिन तेंदुलकर के कारण सब ठीक हो गया

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श्रीसंत ने इस विवाद अपना पक्ष बताते हुए कहा कि ” बाद में वो सब ठीक हो गया था और सचिन पाजी (सचिन तेंदुलकर) को इसके लिए धन्यवाद। उन्होंने कहा आप लोग एक ही टीम में खेलते हैं, मैंने कहा बिल्कुल ठीक है, मैं जाकर उनसे मिलूंगा। हम ( हरभजन सिंह) उसी रात मिले और डिनर किया। लेकिन बाद में मीडिया इसे अगले ही लेवल पर ले गया”।

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ये 5 खिलाड़ी जो तोड़ देंगे सचिन तेंदुलकर के 200 टेस्ट मैच का रिकॉर्ड, लिस्ट में मात्र एक भारतीय खिलाड़ी

सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर (SACHIN TENDULKAR) इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले एक मात्र खिलाड़ी, जिन्होंने वन डे और टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाए है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी एक शानदार सफर तय करके 200 टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड कायम किया है। जिसे आगे चलकर ये पांच खिलाड़ी तोड़ सकते हैं। इन पांच खिलाड़ियों की लिस्ट में एक भारतीय खिलाड़ी भी शामिल है।

जेम्स एंडरसन

जेम्स एंडरसन

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के शानदार तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन जोकि अब तक 170 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। 39 साल के जेम्स एंडरसन जिस तरह से इंटरनेशनल मैच में गेंदबाजी कर रहे हैं और उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि वो जल्द ही 200 टेस्ट खेलने का रिकार्ड छू सकते है। उनकी फिटनेस देखकर ये कहा जा सकता है कि जेम्स एंडरसन 200 टेस्ट मैच खेलकर सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भविष्य में तोड़ देंगे।

विराट कोहली

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भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे फिट खिलाड़ियों में अपनी गिनती कराने वाले विराट कोहली 33 साल के है और 40 साल तक क्रिकेट अपनी फिटनेस का कारण आसानी से खेल सकते है। उन्होंने 101 टेस्ट मैच अभी तक खेले हैं। जिसमें 8043 रन बनाए है। विराट कोहली सचिन तेंदुलकर की तरह से 200 टेस्ट क्रिकेट का रिकार्ड हासिल कर लेंगे, ऐसा कहा जा सकता है।

जो रूट

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इंग्लैंड क्रिकेट टीम के टेस्ट फॉर्मेट के पूर्व कप्तान जो रूट ने 118 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें 9900 रन बनाए है। जो रूट टेस्ट क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी माने जाते है। भविष्य में सचिन तेंदुलकर के 200 टेस्ट मैच के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले जो रूट एक प्रबल दावेदार हैं।

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स्टुअर्ट ब्रॉड

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जेम्स एंडरसन के साथी जोड़ीदार स्टुअर्ट ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज जिन्होंने हाल में जोडी के तौर पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरी जोड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। तो वहीं अब स्टुअर्ट ब्रॉड 35 साल के होने के साथ ही 153 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। स्टुअर्ट ब्रॉड भी जेम्स एंडरसन की तरह केवल टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान लगाए हुए है। जिसकेबाद वो जल्द ही सचिन तेंदुलकर के 200 टेस्ट मैचों के रिकॉर्ड से बराबरी कर सकते हैं।

नाथन लायन

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ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर कहे जाने वाले 34 साल के खिलाड़ी नाथन लायन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में है ,जोकि सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं। नाथन लायन ने अब तक कुल 108 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 427 विकेट झटके हैं। नाथन लायन फिटनसे पर अगर ध्यान देते है तब सचिन तेंदुलकर के 200 टेस्ट मैचों के रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं।

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संन्यास ले चुके इन भारतीय दिग्गज के बेटे-बेटियां करते हैं ये काम, कोई कर रही मॉडलिंग तो कोई क्रिकेट में कर चुका एंट्री

संन्यास ले चुके इन भारतीय दिग्गज के बेटे-बेटियां करते हैं ये काम, कोई कर रहा मॉडलिंग तो कोई क्रिकेट में कर चुका एंट्री

भारतीय क्रिकेट ( Indian Cricket Team) में अपना नाम करने वाले कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने भले ही सन्यास ले लिया है। लेकिन क्रिकेटर्स काफी ट्रेंडिंग पर रहते हैं। जिसके साथ ही उनके फैंस उनके परिवार के बारे में जानने के लिए उत्सुक बने रहते हैं। आज हम आपको यहां क्रिकेट जगह से जुड़े पूर्व भारतीय क्रिकेटर के बच्चों के विषय में बताने जा रहें हैं।

सचिन तेंदुलकर – सारा तेंदुलकर

सारा तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर का जन्म महाराष्ट्र मुंबई में 1997 में हुआ था। उन्होंने भारत में अपनी पढ़ाई धीरूभाई अंबानी स्कूल से पूरी की है तो आगे को मेडिकल की पढ़ाई लंदन के एक कॉलेज से की है। सारा तेंदुलकर को मॉडलिंग का भी काफी शौक है। उन्होंने 2021 में क्लोदिंग ब्रांड के लिए Ajio Luxe के एक विज्ञापन में भी काम किया था, जिसके बाद 2022 में भी ब्रांड के लिए मॉडलिंग करती नजर आ चुकी है। साथ ही अब सारा तेंदुलकर की बॉलीवुड में डेब्यू को लेकर भी कई अफवाहें थीं। हालांकि उनके पिता क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने ऐसी खबरों पर रोक लगाई थी। सारा तेंदुलकर सोशलइंडिया पर काफी एक्टिव है, इंस्टाग्राम में उनके 1.7 मिलयन फ़ॉलोअर्स हैं।

सौरव गांगुली – सना गांगुली

सौरव गांगुली सना गांगुली

सना गांगुली का जन्म कोलकाता में हुआ था। जिसके बाद उन्होंने ला मार्टिनियर फॉर गर्ल्स और लोरेटो हाउस स्कूल कोलकाता अपनी पढ़ाई पूरी की है। जिसके बाद वो इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहीं हैं। सना गांगुली मां डोना गांगुली की तरह एक प्रशिक्षित ओडिसी डांसर भी हैं। सौरव गांगुली की इकलौती बेटी सना गांगुली को डांसिंग के साथ साथ तैराकी का भी शौक है।

अर्जुन तेंदुलकर – सचिन तेंदुलकर

मुंबई इंडियंस की टीम में होंगे ये 2 बड़े बदलाव, इस खिलाड़ी की जगह अर्जुन तेंदुलकर को मिलेगा डेब्यू का मौका

सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर अपने पिता की तरह ही क्रिकेटर हैं। उन्होंने मुंबई की तरफ से सैय्यद मुस्ताक अली ट्राफी में डेब्यू भी किया है। वहीं आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से स्क्वाड में है, हालांकि उन्हें टीम में मौका नहीं मिला है।

आरुणि कुंबले – अनिल कुंबले

आरुणि कुंबले - अनिल कुंबले
आरुणि कुंबले – अनिल कुंबले

आरुणि कुंबले का जन्म 1994 में बैंगलोर में हुआ था। आरुणी पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) हैं। उनकी शुरुआती स्कूली पढ़ाई सोफिया हाई स्कूल, कर्नाटक में हुई है। जिसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन इंपीरियल कॉलेज लंदन, यूके से किया था।

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समित द्रविड़ – राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ ने माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की हैं। समित द्रविड़ एक जूनियर क्रिकेटर हैं, बैंगलोर यूनाइटेड क्रिकेट क्लब (बीयूसीसी) और टाइगर कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए अंडर-14 टीम से खेलकर प्रतिनिधित्व भी कर रहें है। इसके साथ ही उनके छोटे भाई अन्वय द्रविड़ है। समित द्रविड़ को क्रिकेट के अलावा उन्हें तैराकी, ट्रेवलिंग और म्यूजिक भी पसंद है।

मयास कुंबले – अनिल कुंबले

मयास कुंबले - अनिल कुंबले
मयास कुंबले – अनिल कुंबले

मयास कुंबले का जन्म साल 2002 में बेंगलुरु कर्नाटक में हुआ था। वो द इंटरनेशनल स्कूल बैंगलोर में कर्नाटक में छात्र हैं। उनके दो भाई-बहन और भी हैं। स्वस्ति कुंबले और आरुणी कुंबले। मयास कुंबले को वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी का काफी शौक है।

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MS DHONI की वजह से करियर के पीक पर संन्यास लेने को मजबूर हो गये थे वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर ने की थी मदद

MS DHONI की वजह से करियर के पीक पर संन्यास लेने को मजबूर हो गये थे वीरेंद्र सहवाग

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपने वक़्त बॉलर्स को खूब परेशान किया है. सहवाग एक ऐसे खिलाड़ी थे जो बिना किसी डर के खेला करते थे. वीरेंद्र सहवाग क्रीज पर आते ही अपना आक्रमण शुरु कर देते थे. सहवाग ने वनडे क्रिकेट में खेल की परिभाषा ही बदल दी थी. सहवाग के करियर में एक ऐसा समय आ गया था, जब वो संन्यास लेने के बारे में सोचने लगे थे. इस बात का खुलासा वीरेंद्र सहवाग ने खुद किया था.

क्यों आया था संन्यास का ख्याल

वीरेंद्र सहवाग

साल 2008 में इंडिया टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई हुई थी. इस सीरीज में इंडिया टीम का कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी कर रहे थे. धोनी ने वीरेंद्र सहवाग को वनडे मैचों में से कुछ मैच के लिए टीम से ड्रॉप कर दिया था. इसके बाद वीरेंद्र सहवाग के मन में एक दिवसीय क्रिकेट से सन्यास लेने का ख्याल उभरने लगा था. वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज से बात करते हुए इस बात का खुलासा किया उन्होंने कहा,

‘साल 2008 में हम ऑस्ट्रेलिया में थे. मेरे दिमाग में रिटायरमेंट का विचार आया. मैंने टेस्ट क्रिकेट में वापसी की और 150 रन बनाए. वनडे में मैं 3-4 मैचों में स्कोर नहीं कर सका. धोनी ने मुझे प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप कर दिया. तब मैंने वनडे छोड़ने का विचार किया और सोचा की टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा.’

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सचिन ने बदला था संन्यास का ख्याल

सचिन तेंदुलकर

वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि उस वक़्त सचिन तेंदुलकर ने मेरे इस ख्याल को बदला था. उन्होंने आगे बात करते हुए कहा,

‘मुझे वनडे से संन्यास लेने के लिए उस समय सचिन तेंदुलकर ने रोका था. उन्होंने मुझसे कहा, यह आपके जीवन का खराब दौर है. थोड़ा इंतजार करो. इस मामले पर गहराई से सोचो फिर तय करो कि आगे क्या करना है.’

वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा, सौभाग्य से मैंने उस वक्त वनडे से संन्यास की घोषणा नहीं की.’ इसके बाद उन्होंने कई सालों तक इंडिया टीम के लिए सारे फॉर्मेट में खेला.

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इस दिग्गज ने जड़ दिया था वीरेंद्र सहवाग को ड्रेसिंग रूम में थप्पड़, आग बबूला हो गये थे सौरव गांगुली

इस दिग्गज ने जड़ दिया था वीरेंद्र सहवाग को ड्रेसिंग रूम में थप्पड़, आग बबूला हो गये थे सौरव गांगुली

भारतीय पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं. वीरेंद्र सहवाग, टीम इंडिया में नया बल्लेबाज़ी का कल्चर लेकर आए थे. धीरे बल्लेबाज़ी को तेज़ करने में वीरेंद्र सहवाग का बहुत बड़ा हाथ है. एक दिन ऐसा हुआ कि वीरेंद्र सहवाग उसको आज भी नहीं भुला पाएंगे. एक कोच ने वीरेंद्र सहवाग को उनकी परफॉर्मेंस को लेकर थप्पड़ जड़ दिया था.

इस शख्स ने लगाया था वीरेंद्र सहवाग को थप्पड़

john wright

भारतीय टीम साल 2002 में इंग्लैंड दौरे पर गई थी. इस दौरे की वनडे सीरीज खेली जा रही थी. वनडे सीरीज में वीरेंद्र सहवाग अपने बल्ले से कुछ खास नहीं कर पा रहे थे वो बार बार कम रन बनाकर आउट हुए जा रहे थे. इस बात पर इंडिया के तत्कालीन कोच जॉन राइट को सहवाग पर गुस्सा आ गया और उन्होंने सहवाग को एक खींच के थप्पड़ लगा दिया. बीसीसीआई के वाइस प्रेसीडेंट राजीव शुक्ला ने इसका खुलासा साल 2013 में किया था.

सौरव गांगुली को आ गया था गुस्सा

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सौरव गांगुली को जब इस बात का पता चला कि जॉन राइट ने सहवाग के साथ ऐसा किया है. गांगुली उस वक़्त गुस्से से एक दम लाल हो गए और जॉन राइट को ढूंढने लगे. राजीव शुक्ला उस वक़्त इंडियन टीम के मैनेजर थे. सौरव गांगुली ने मैनेजर से कहा कि जॉन को इस बात के लिए सहवाग से माफी मांगनी पड़ेगी. राजीव शुक्ला ने जॉन से इस बारे में बात की.

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जॉन राइट ने दी थी सफाई

Sachin Tendulkar

जब राजीव शुक्ला ने इस बात पर जॉन राइट से बात की तो, जॉन ने कहा,

 ‘मैंने केवल धक्का दिया है, थप्पड़ नहीं मारा है. वह बार-बार एक ही गलती दोहरा रहा था. मुझे उसकी गलती बर्दाश्त नहीं हो रही थी.’

दूसरी तरफ गांगुली एक ही बात पर अड़े हुए थे कि जॉन को सहवाग से माफी मांगनी पड़ेगी. फिर राजीव शुक्ला ने बताया कि उस वक़्त सचिन तेंदुलकर ने मुझे समझाया कि कुछ भी हो लेकिन जॉन राइट माफी नहीं मांगेंगे. राजीव ने कहा मुझे सचिन की बात का मतलब समझ आ गया था. अगर कोच माफी मांगेगा तो बाकी का क्या होगा.

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पेस और स्पिन दोनों तरह की गेंदबाजी करने में माहिर थे ये 5 गेंदबाज, लिस्ट में 2 भारतीय दिग्गज

Pace and spin bowling

क्रिकेट का खेल अपने-अपने विभाग हर खिलाड़ी के लिए बेहद अहम होता है। क्रिकेट के इस खेल में जितना महत्व बल्लेबाजी का होता है, उतना ही महत्व गेंदबाजी का भी होता है। दोनों में से अगर एक भी चीज खराब होती है तो मैच जीतना मुश्किल हो जाता है। वैसे तो विश्व क्रिकेट में एक से एक महान गेंदबाज मिले हैं, जिसमें कुछ गेंदबाजों ने पेस गेंदबाजी में पहचान बनायी तो कुछ गेंदबाजों ने स्पिन में नाम कमाया।

 

वहीं कुछ ऐसे भी खिलाडी हुए जो कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पेस और स्पिन दोनों तरह की गेंदबाजी करने से सफल हुए। आज हम आपको क्रिकेट जगत उन पांच गेंदबाजों के बारे में बताएंगे जो मैदान में स्पिन और पेस दोनों तरह की गेंदबाजी करते हुए नजर आये।

सचिन तेंदुलकर

Sachin Tendulkar

क्रिकेट जगत में महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर देश ही नहीं दुनिया भर में जाने जाते हैं। विश्व क्रिकेट के सर्वकालिक महान बल्लेबाज के तौर पर फेमस भारत के पूर्व दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी में रिकॉर्ड्स की एक नई और नायाब फेहरिस्त बनायी है। सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी के बादशाह के तौर पर भी देखा जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि वे गेंदबाजी भी करते थे। सचिन में सबसे खास बात ये रही कि वे स्पिन गेंदबाजी के साथ ही जरूरत के वक्त मध्यम गति की गेंदबाजी भी करने में सक्षम थे। इस तरह से सचिन स्पिन और पेस दोनों तरह की गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों भी शामिल हैं।

एंड्रयू साइमंड्स स्पिन और पेस दोनों तरह से गेंदबाजी करते थे

Andrew Symonds

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी एन्ड्रू साइमंड्स की बीते दिनों एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई है। साइमंड्स ने मात्र 46 साल की कम उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन वे अपने पीछे कई सारी यादें छोड़ गए है। साइमंड्स एक जबरदस्त ऑलराउंडर थे। वे बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ ही शानदार गेंदबाजी भी करते थे। साइमंड्स में स्पिन गेंदबाजी के साथ ही मीडियम पेस गेंदबाजी का भी हुनर था। वे अपने पूरे करियर में दोनों तरह से गेंदबाजी करते हुए देखे गए थे।

कॉलिन मिलर

कॉलिन मिलर

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कॉलिन मिलर को वैसे तो ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला, फिर भी मिलर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए जितने भी मुकाबले खेले, उनमें उन्होंने अपनी टीम को स्पिन और पेस दोनों तरह की गेंदबाजी के विकल्प प्रदान किए। दरअसल कॉलिन मिलर ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 18 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान वे ऑस्ट्रेलिया या फिर अन्य तेज पिचों पर मध्यम गति से गेंदबाजी करते थे लेकिन जब वे एशिया में कदम रखते ही स्पिन गेंदबाजी करते थे। मिलर को दोनों ही तरह की गेंदबाजी करने में माहिर माना जाता था

सर गैरी सोबर्स

Sir Gary Sobers

विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज टीम के महान क्रिकेटर सर गारफील्ड सोबर्स का नाम बड़े शान से लिया जाता है। गैरी सोबर्स अपने दौर के ही नहीं बल्कि क्रिकेट में सर्वकालिन महान ऑलराउंडर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ ही गेंदबाजी में भी ख़ासा नाम कमाया है। विंडीज के इस महानतम खिलाड़ी में एक खास बात ये थी कि वो तेज और स्पिन दोनों तरह की गेंदबाजी करने में माहिर थे। गैरी सोबर्स ने इसी के दम पर अपने टेस्ट करियर में 235 विकेट हासिल किए हैं।

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रोहित शर्मा

रोहित शर्मा

 

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की गिनती आज विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में होती है। रोहित ने अपनी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत कई रिकॉर्ड्स ध्वस्त किये हैं तो कई रिकॉर्ड्स नए बनाये हैं। क्या आपको पता है रोहित शर्मा कभी-कभी स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं। रोहित शर्मा को वैसे तो स्पिन गेंदबाजी के रूप में अबसे अधिक जाना जाता है, लेकिन पिछले ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर नवदीप सैनी का ओवर पूरा करने के लिए एक टेस्ट मैच में शर्मा ने मीडियम पेस गेंदबाजी भी की थी। इस दौरान क्रिकेट प्रेमियों को रोहित की पेस गेंदबाजी भी देखने को मिली थी। इससे कहा जा सकता है कि रोहित शर्मा स्पिन और पेस दोनों तरह की गेंदबाजी करने में सक्षम हैं।

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‘जब सचिन ने टीम इंडिया से पहले पाकिस्तान के लिए खेला’, क्रिकेट जगत की 5 ऐसी रोचक बातें जिसे सुनकर हो जायेंगे हैरान

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अगर खुद को क्रिकेट का सबसे बड़ा फैन मानते हैं तो आपको कुछ बातें जरूर जाना लेनी चाहिए। अन्यथा खुद को क्रिकेट का बड़ा फैन कहने का कोई मतलब नहीं है।

शाहिद ने सबसे तेजी से शतक बनाने वाले वनडे में सचिन के बैट का किया था इस्तेमाल

shahid afridi
ये बात उस वक्त है जब साल 1996 में नैरोबी में शाहिद अफरीदी को वेस्ट इंडीज से पाकिस्तान टीम में शामिल होने के लिए भेजा गया था। उस वक्त शाहिद के पास बल्लेबाजी करने के लिए कोई उचित बैट नहीं था तब वकार यूनिस ने इस युवा खिलाड़ी को खेलने के लिए भारतीय टीम के महानतम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का बल्ला थमाया। सचिन के उस बल्ले से अफरीदी ने 11 छक्के और 6 बाउंड्रीस जड़ते हुए श्रीलंका के खिलाफ मात्र 37 गेंद पर अपनी सेंचुरी पूरी की थी।

इसी के साथ अफरीदी ने सबसे तेज सेंचुरी बनाने का रिकार्ड भी अपने नाम दर्ज कर लिया था। हालांकि बाद में ये रिकार्ड कोरी एंडरसन ने 36 गेंद पर सेंचुरी बनाकर रिकार्ड तोड़ दिया था और न अब ये रिकार्ड एबी डिविलियर्स के पास है। डिविलियर्स मात्र 31 गेंद पर ही वो रिकार्ड तोड़ दिया।

क्रिस गेल ने टेस्ट मैच में पहली ही गेंद पर जड़ दिया था छक्का

Chris Gayle
क्रिस गेल को छोड़कर टेस्ट क्रिकेट के 137 वर्षों के इतिहास में अब तक दूसरे खिलाड़ी ने पहली ही गेंद पर छक्का नही जड़ा है। वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज क्रिस गेल ने साल 2012 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर यह उपलब्धी अपने नाम कर ली है। तब से आज तक किसी और ने ऐसा शानदार प्रदर्शन नहीं किया।

विनोद कांबली का टेस्ट एवरेज सचिन से भी बेहतर

विनोद कांबली
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी विनोद कांबली ने सिर्फ 17 टेस्ट मैच खेले हैं जो कि अपने बचपन के दोस्त और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेदुंलकर के मुकाबले में कई गुना कम फिर भी टेस्ट मैच एवरेज की बात की जाए तो वे सचिन से इस मामले में एक कदम आगे हैं।

विनोद कांबली का टेस्ट एवरेज- 54.20

सचिन तेंदुलकर टेस्ट एवरेज- 53.78

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सचिन ने टीम इंडिया से पहले पाकिस्तान के लिए खेला

सचिन तेंदुलकर

क्या अपने कभी सोचा है भारतीय टीम में खेलने से पहले कोई भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तान के लिए खेला होगा। शायद नहीं लेकिन ऐसा हुआ है। जी हां क्रिकेट के भगवान के नाम से जाने, जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने साल 1987 में ब्रेबॉर्न स्टेडियम में इंडिया और पाकिस्तान के बीच अभ्यास मैच खेला है। यहां पर सचिन तेदुंलकर पाकिस्तान के फील्डर के रूप में एक विकल्प के तौर पर टीम में शामिल किये गए थे।

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एक ही व्यक्ति ने ‘जिम लेकर’ और ‘अनिल कुंबले’ को एक पारी में 10 विकेट लेते हुए देखा

Anil Kumble

 

साल1956 में रिचर्ड ने ”जिम लेकर” को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्रैफर्ड टेस्ट में 10 विकेट लेते हुए देखा था। इसके 43 साल बाद उन्होंने ही भारत में खेले जा रहे इंडिया-पाकिस्तान मैच में अनिल कुंबले को मैच की एक ही पारी में 10 विकेट लेते हुए हुए देखा था।

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मुंबई, उत्तराखंड से क्वाटर फाइनल्स के लिए पूरी तरह से तैयार है. सानियर चयन समिति की अगुवाई करते हुए बीते सोमवार को सलिल अंकोला ने 21 सदस्यों की मुंबई टीम का चयन कर लिया है, जिसको देर रात अनाउंस किया गया था. इस टीम की कप्तानी पृथ्वी शॉ के हाथों में दी गई है.

इन खिलाड़ियों को टीम में किया गया शामिल

सरफराज खान

टीम में चयनकर्ताओं ने बल्लेबाज़ सरफराज़ खान के उपर भरोसा करते हुए उन्हें टीम में शामिल किया है. इस सीजन सरफराज़ खान ने दिल्ली कैपिटल्स के अच्छा परफॉर्म किया था. सरफराज़ के अलावा कई और यंग खिलाड़ियों यशस्वी जैसवाल और अरमान ज़ाफर को टीम का हिस्सा बनाया गया है. वहीं टीम में आने वाली टी20 सीरीज के चलते श्रेयस अय्यर को शामिल नहीं किया गया है. इसके अलावा चोटिल होने के कारण सूर्य कुमार यादव और शिवम दुबे को टीम में शामिल नहीं किया जा सका.

टीम में गेंदाबाज़ी का ज़िम्मा अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ धवल कुलकर्णी को दिया गया है. इसके अलावा ऑलाउंडर शम्स मौलानी टीम में गेंदबाज़ी करते हुए दिखाई दे सकते हैं. टीम में थोड़ा बहुत संतुलन दिखाई दे रहा है. उम्मीद यही की जा रही है कि अपने संतुलन के हिसाब से ही टीम परफॉर्म भी करेगी.

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धवल कुलकर्णी

वहीं अगर शाह की बात करें तो, उन्होंने साल 2020 में आखिरी बार टीम इंडिया के लिए टेस्ट मैच खेला था. इन मैचों में अच्छा करके वो एक बार फिर टीम इंडिया में अपनी जगह बनाना चाहेंगे.

रणजी के लिए मुंबई की टीम

पृथ्वी शॉ (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, भूपेन लालवानी, अरमान जाफर, सरफराज खान, सुवेद पारकर, आकर्षित गोमेल, आदित्य तारे, हार्दिक तमोर, अमन खान, सैराज पाटिल, शम्स मुलानी, ध्रुमिल मटकर, तनुश कोटियन, शशांक अटर्डे, धवल कुलकर्णी , तुषार देशपांडे, मोहित अवस्थी, रोयस्तान डायस, सिद्धार्थ राउत और मुशीर खान.

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