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आयरलैंड से गोरखपुर पहुंची बारात, देसी दुल्हनिया से शादी करने आया आइरिश दूल्हा, दुल्हन ने कायम की ये मिशाल

TANVITA ANDREW

अक्सर आपने सुना होगा कि कोई भारतीय लड़का विदेशी दुल्हन से शादी करके आया है या विदेशी दुल्हन शादी करने के लिए भारत आई है, लेकिन गोरखपुर जिले में इसके उल्टा एक अलग खबर आई है कि यहां आयरलैंड से दूल्हा अपनी दुल्हन लेने आया है.

दरअसल गोरखपुर की रहने वाली तन्विता श्रीवास्तव आयरलैंड की फैडलिटी इन्वेस्टमेंट कंपनी में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं. आयरलैंड में पढ़ाई और फिर नौकरी के दौरान उन्हें एक आयरिश शख्स से प्यार हो गया, जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया. तन्विता श्रीवास्तव ने गोरखपुर में सनातन संस्कृति के विवाह संस्कार से अपने प्यार एंड्रूय ओ नील से शादी रचाई.

2013 में पढ़ाई करने आयरलैंड गईं थीं तन्विता श्रीवास्तव

गौरतलब है कि गोरखपुर की रहने वाली तन्विता श्रीवास्तव 2013 में पढ़ने के लिए आयरलैंड गईं थीं, इस दौरान उनका एडमिशन यूसीसी कालेज एंड यूनवर्सिटी डबलिन में हुआ, वहां वो पढ़ाई के दौरान अपनी सहेली के भाई एंड्रूय के संपर्क में आईं. जैसे ही तन्विता श्रीवास्तव ने अपनी पढ़ाई पूरी की उसके बाद उनकी जॉब लगी और आयरलैंड में ही उन्होंने नौकरी करना शुरू कर दिया.

इस दौरान तन्विता श्रीवास्तव और एंड्रयू ओ नील के प्यार खूब परवान चढ़े और दोनों ने साथ जीने मरने की कसमे खाई. एंड्रयू ओ नील ने जब तन्विता श्रीवास्तव को शादी के लिए प्रपोज किया तो उन्होंने शादी की शर्त रखी कि उन्हें ब्याहने के लिए एंड्रयू ओ नील को भारत आना होगा और वहां सनातन संस्कृति के अनुसार तन्विता से शादी करनी होगी. एंड्रयू ने तन्विता के इस शर्त को स्वीकार किया और उन्हें ब्याहने गोरखपुर आ पहुंचा.

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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुई दोनों की शादी

तन्विता श्रीवास्तव और एंड्रयू ओ नील ने गोरखपुर में सनातन संस्कृति के अनुसार विवाह के बंधन में बंधे और अब दोनों अपनी गृहस्थी बसाने के लिए दोबारा आयरलैंड रवाना होने की तैयारी में हैं. बीते सोमवार को गोरखपुर के मोहद्दीपुर स्थित होटल प्रदीप इन में बरात रुकी थी और इसी होटल में दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंधे.

तन्विता श्रीवास्तव अपने घर में सबसे छोटी हैं, उनके पिता प्रकाश श्रीवास्तव सांख्यिकी विभाग के अधीक्षण अधिकारी हैं, जबकि तन्विता की मां मंजूलिका श्रीवास्तव डायट की पूर्व प्रवक्ता हैं. वहीं इसके अलावा तन्विता का एक बड़ा भाई भी है, जिसका नाम नितिन श्रीवास्तव है, जो नोएडा में साफ्टवेयर इंजीनियर है.

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सावधान! कार्डियक अरेस्ट होने से 24 घंटे पहले बॉडी में दिखाई देते हैं ये लक्षण, गलती से भी न करें नजरअंदाज

cardiac arrest

इन दिनों दिल की बीमारी लोगों को बहुत ज्यादा हो रही है। हार्ट अटैक से मौत तो क्या आंकड़ा भी बढ़ गया है। कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी कंडीशन है। जिसमें इंसान को दिल अचानक कम करना बंद कर देता है। या धड़कना बंद कर देता है। अगर उसको तुरंत ट्रीटमेंट नहीं मिलती है, तो उसकी मौत हो जाती है और यह मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं एक्सपर्ट की माने तो साइलेंट किलर बीमारी के लक्षण पुरुष और महिलाओं में समान नहीं होते हैं। पुरुष और महिलाओं में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट के सिमटम  पुरुष और महिलाओं में अलग-अलग होते हैं। क्योंकि कार्डियक अरेस्ट दिल के सबसे खतरनाक स्थिति है। जिन लोगों को समय से इलाज नहीं मिलता है और उनकी मौत हो जाती है।

कार्डियक अरेस्ट से पहले दीखते हैं यह लक्षण

बता दें कि एक हेल्थ एक स्टडी में पाया गया है कि 50% लोगों ने कहा कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट से कुछ घंटे पहले शरीर में कुछ बदलाव जरुर महसूस हुए। तो वहीं महिलाओं में सांस की तकलीफ होती है। वहीं पुरुषों के सीने में  दर्द होता है।

  • अचानक बेहोशी का आना।
  • सांस या नब्ज का चलना बंद हो जाना।
  • कोई रिएक्शन न देना।
  • बॉडी में ऑक्सीजन की कमी के वजह से फींकी, नीली, या ग्रे पड़ जाती है।

बता दें कि कार्डियक अरेस्ट तब होता है, जब हॉर्ट अचानक से धड़कना बंद कर देता है।  हार्ट फेलियर उस वक्त होता है, जब हार्ट खून को पूरी तरह से पंप नहीं कर पाता है।

कार्डियक अरेस्ट अलग-अलग कारणों से होते हैं, इसमें कोई अन्य बीमारी, जैसे कॉन्जेनिटल हार्ट डिफेक्ट या कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़, एरिथमिया, शामिल हो सकते हैं।

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ज्ञान की बातें: यह है विश्व का सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म वाला रेलवे स्टेशन! यहां एकसाथ खड़ी हो जाती हैं 44 ट्रेनें

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इंडियन रेल सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। पूरे विश्व में चौथे नंबर पर इंडियन रेलवे का नेटवर्क आता है। इंडिया में बहुत बड़े-बड़े रेलवे स्टेशन है। लेकिन अगर बात करें सबसे बड़े रेलवे स्टेशन की तो बहुत सारे लोगों के दिमाग में आता है कि दिल्ली और मुंबई होगा। लेकिन हकीकत यह नहीं है देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कर्नाटक राज्य का हुबली जंक्शन है। यहां प्लेटफार्म इतना बड़ा है कि एक साथ 44 ट्रेनें खड़ी हो सकती हैं। ऐसे में अगर आपको ट्रेन पकड़नी होगी तो आपको कितने प्लेटफॉर्म बात करने पड़ेंगे जिससे हालत आपकी खराब हो जाएगी। लेकिन पश्चिम बंगाल का हावड़ा जंक्शन में 26 प्लेटफार्म के साथ दूसरे नंबर पर है।

अमेरिका में है बड़ा रेलवे स्टेशन

अमेरिका में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां पर बहुत ही ज्यादा प्लेटफार्म है और यह अपनी खूबियों की वजह से बहुत फेमस है। अमेरिका में इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 1903 से 1913 तक किया गया और यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन

बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल है और यह अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थिति में है इसका निर्माण उस दौर में हुआ जब बहुत मशीनें नहीं होती थी फिर भी इसका निर्माण किया गया और उसने बनाने में बहुत ज्यादा वक्त लगा।

इस रेलवे स्टेशन पर 44 प्लेटफार्म है जहां 44 ट्रेने खड़ी हो सकती हैं यहां हर दिन 660 मेट्रो नॉर्थ ट्रेन गुजरती है जिनमें लगभग एक लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। वहीं इस रेलवे टर्मिनल में दो अंडर ग्राउंड लेवल हैं जहां 411 उपरी लेवल और 261 निचले लेवल पर है। यह रेलवे ट्रैक 48 एकड़ जमीन पर बना हुआ है।

हॉलीवुड फिल्म में आता है नजर

कई सारी हॉलीवुड फिल्मों के से स्टेशन पर शूटिंग होती है रेलवे स्टेशन नजर आता है।

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सावधान: रेलवे ने बदला नियम, ट्रेन का सफर करने से पहले जरुर जान लें ये शर्त, वर्ना जाना पड़ेगा जेल

INDIAN RAILWAY

त्योहार का सीजन चल रहा है ऐसे में लोग अलग अलग राज्य अलग अलग जिलों से अपने शहर में आते हैं। ऐसे में ट्रेन में सफर करना बहुत मुश्किल हो जाता है, क्योंकि ट्रेन में भीड़ भाड़ बहुत ज्यादा होती है कई बार तो ऐसा होता है कि जल्दी जल्दी में ट्रेन का टिकट ले पाना संभव नहीं हो पाता है और बिना टिकट के ही सफर करना पड़ता है।

बिना टिकट के सफर करना कभी-कभी यात्रियों को महंगा पड़ जाता है, क्योंकि मनमानी रकम वसूलते हैं। बिना टिकट ट्रेन में चढ़ने पर काफी डर का भी सामना करना पड़ता है। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने कुछ नए नियम बनाए हैं, जिससे कि यात्रियों की यात्रा आसान हो सकेगी।

बिना टिकट इस तरह करें यात्रा

बता दें कि अगर आप जल्दी बाजी में ट्रेन में चढ़ गए और आपके पास टिकट नहीं है तो बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। आप प्लेटफार्म टिकट लेकर भी ट्रेन में चढ़ा सकते हैं और टीटी से टिकट बनवा सकते हैं। जिसके बाद टीटी आपका आराम से टिकट बना देगा कई बार बिना टिकट के ही लोग छोड़ जाते हैं।

उन्हें टीटी पकड़ लेते हैं इसके लिए सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। अगर कोई यात्री बिना टिकट के ही ट्रेन में चढ़ता और पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भरना पड़ता है।

 रेलवे ने बनाया नया नियम

बता दें कि रेलवे ने अपने में नियम में यह लिखा हुआ है कि अगर बिना टिकट कोई यात्री यात्रा करता है तो उसके ऊपर जुर्माना लगाया जाता है। जुर्माना धारा 138 के तहत लगाया जाता है।

वहीं अगर कोई यात्री बिना टिकट के पकड़ा जाता है तो दूरी के हिसाब से उससे किराया वसूला जाता है और कभी-कभी उसे जेल भी हो सकती है।

बता दें कि दूरी के हिसाब से यात्री से किराया वसूला जाता है और जुर्माने में ₹250 और जोड़ लिए जाते हैं। इसका मतलब है कि ट्रेन का सामान्य किराया भी वसूल किया जाता है साथ ही साथ में जुर्माने की रकम भी वसूली जाती है।

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SDM Power And Salary: ऐसा होता है एसडीएम का रुतबा… पॉवर, गाड़ी, बंगला, ड्राइवर, समेत मिलती है इतनी सैलरी

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SDM Power And Salary : इन दिनों सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में एसडीएम ज्योति मौर्य के नाम की चर्चा चारों तरफ है। सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है। उनके ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनका संबंध अपने पति को छोड़कर किसी और के साथ है। ज्योति ने अपने पैसे रुतबे के लिए अपने पति को छोड़ दिया। हम आपको बताएंगे कि डीएम बनने के लिए कितना पढ़ाई लिखाई होनी चाहिए। एसडीएम बनने के बाद कितनी सैलरी मिलती है।

कौन होता है एसडीएम

एसडीएम का फुल फॉर्म डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है। जो जिले के जिले में आने डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के नीचे काम करता है।  डीएम के नीचे एसडीम का पोस्ट होता है। उसका पावर  डीएम से कम नहीं होता।  एसडीएम बनने के लिए सिविल सेवा यानी पीसीएस परीक्षा पास करनी होती है।

राज्य लोक सेवा आयोग जैसे यूपी में उत्तर प्रदेश लोकसभा सेवा आयोग तो वहीं बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग राजस्थान में राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर आप एसडीएम बन सकते हैं।

एसडीम बनने के लिए राज्य लोक सेवा आयोग की आयोजित परीक्षा में बैठना होता है, सके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। लिखित परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू होता है।

ये होती है एसडीएम की जिम्मेदारी

एसडीएम की जिम्मेदारी रजिस्ट्रेशन, राजस्व कार्य चुनाव आधारित काम विवाह पंजीकरण ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण और जारी करना शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण जारी करना तहसील और जिले के बीच की कड़ी होती है। लॉ एंड ऑर्डर भी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।

एसडीम को मिलती है कितनी सुविधाएं

एक एसडीएम को सैलरी के साथ कई प्रकार के भत्ते और सुविधाएं मिलती हैं। सरकारी आवास मिलता है। सुरक्षा गॉर्ड, माली, कुक  सरकारी वाहन टेलीफोन कनेक्शन फ्री बिजली सभी सुविधाएं उनको दी जाती है। वहीं एसडीएम की सैलरी 96000 होती है।

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ज्ञान की बातें: विश्व में ऐसी कौन सी ऐसी जगह है, जहां नहीं हैं एक भी मर्द, शादी के लिए तरसती हैं लड़कियां?

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Quiz: आजकल परीक्षाएं बहुत कठिन हो गई है। इस समय कंपटीशन की परीक्षाओं को पास करना टेढ़ी खीर है। कंपटीशन काफी ज्यादा है। तैयारी करने वाले बच्चे जब परीक्षा में बैठते हैं तो उनका माथा चकरा जाता है। कंपटीशन एग्जाम्स एसएससी, बैंकिंग, रेलवे परीक्षाओं के दौरान बहुत कठिन सवाल पूछे जाते हैं। जिसका जवाब देना बहुत मुश्किल होता है।

बच्चे कड़ी मेहनत करते हैं। परीक्षा में पूछे जाने वाले सवाल बहुत कठिन होते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही सवाल के बारे में बताएंगे जो प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान पूछे जाते हैं ।

प्रश्न- इंसानों के रोजाना करीब कितने बाल झड़ते हैं

उत्तर- एक दिन में इंसानों के लगभग 200 बाल झड़ते हैं।

प्रश्न- एक गिलहरी की उम्र कितने साल की होती है

उत्तर- एक गिलहरी की उम्र लगभग 9 साल होती है।

प्रश्न- दुनिया में इंटरनेट 80% ट्रैफिक किससे आता है

उत्तर- दुनियाभर में इंटरनेट पर 80% ट्रैफिक सर्च इंजन से आता है।

प्रश्न- हर सेकेंड में कितनी बार आसमानी बिजली धरती पर गिरती है

उत्तर- हर सेकेंड में लगभग सौ बार आसमानी बिजली से धरती कांपती है।

प्रश्न- शरीर में कितना आयरन होता है

उत्तर- शरीर में लगभग 1 इंच लंबी कील बनाई जा सकती है इतना आयरन होता है।

प्रश्न- दुनिया में कौन सी जगह है जहां एक भी मर्द नहीं है और वहां शादी करने के लिए लड़कियां तरसती है

उत्तर-  शादी करने के लिए ब्राजील के नोइवा में लगभग 600 महिलाएं हैं। वहां एक भी पुरुष नहीं है। वहां महिलाओं को अविवाहित पुरुषों की तलाश होती है। वहां पुरुष अविवाहित नहीं है। इसलिए लड़कियां पुरुषों को पैसे देकर शादी करने के लिए तैयार रहती है। वहां शादी करने के लिए मारामारी रहती है।

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ज्ञान की बातें: आखिर क्यों शहरों और राज्यों के नाम के पीछे जोड़ा जाता है पुर, क्या है पुर का मतलब, जानिए

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भारत एक ऐसा देश है जो कि लोकतांत्रिक है और इस लोकतांत्रिक देश में कई बड़े शहर आते हैं। भारत में बहुत सारे लोग घूमने फिरने के शौकीन होते हैं। अक्सर आप एक जगह से दूसरी जगह का यात्रा करते हैं। ऐसे में आप देखते होगें कि हर जगह पर शहर या राज्य के आखिरी में पुर लिखा होता है। लेकिन आपको क्या पता है कि जगह के आखिर में नाम की आखिरी में पुर क्यों लिखा होता है। आज हम आपको बताएंगे कि शहरों के नामों में आखिरी में पुर क्यों लिखा होता है।

अगर आप कही जाते हैं, तो देखते होंगे कि जगहों के नाम के पीछे पुर लिखा होता है। जैसे गोरखपुर, जयपुर, रायपुर, कानपुर रामपुर आखिरी में पुर का यूज क्यों किया गया है, हम आपको बताएंगे।

इस वजह से जोड़ा गया है पुर

बता दें कि प्राचीन काल से ही शहरों के नाम के पीछे पुर को जोड़ा गया है। हालांकि की किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया होगा कि शहरों के नाम के पीछे पुर क्यों जोड़ा जाता था।

राजा महाराजा अपने नाम के साथ जोड़कर शहर के नाम रखते थे। जयपुर शहर का निर्माण राजा जयसिंह ने कराया और उन्होंने उसके नाम के साथ पुर को जोड़कर जयपुर का नाम रखा।

क्या है पुर का मतलब

पुर का मतलब होता है शहर या किला। ऋग्वेद में इसका उल्लेख मिलता है। यह एक प्राचीन संस्कृतिक शब्द है। इसका  मतलब किला या शहर होता है। राजा महाराजा अपने शहर के नामों के पीछे पुर जोड़ देते थे।

ईरान और अफगानिस्तान में होता है पुर शब्द का प्रयोग

कुछ भाषा के जानकार बताते हैं कि पुर शब्द का उपयोग अरबी भाषा में भी होता है और यही वजह है कि अफगानिस्तान और ईरान के कुछ शहरों के नाम में भी पुर आता है।

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ये है भारत का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन जहां एयरपोर्ट जैसी मिलेगी सुविधाएं, जानें से पहले जान लीजिए ये बातें

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इन दिनों प्राइवेटाइजेशन काफी तेजी से चल रहा है। ऐसे में इंडियन रेलवे निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को भी निजी कर दिया गया और उसे विकसित किया जा रहा है। रेलवे इन दिनों अपनी सुविधाओं को और बेहतर बनाने के नए-नए प्रयास कर रहा है।

ऐसे में जो रेलवे अब तक सरकार के नियंत्रण में था, वहीं अब कुछ स्टेशन निजी हाथों में सौंप दिए गए हैं। यानी कि रेलवे का प्राइवेटाइजेशन कर दिया गया है। दुनिया के कई ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जिनको अब निजी कंपनियां मैनेज करती हैं।

हबीबगंज रेलवे स्टेशन का हो रहा री-डेवलपमेंट

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को रीडिवेलपमेंट एक प्राइवेट कंपनी कर रही है, जिसका नाम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी कि पीपी मॉडल से तैयार करवाया जा रहा है। इसके लिए डेवलपर संघ को चुना गया है।

जर्मनी के तर्ज पर बनेगा रेलवे स्टेशन

हबीबगंज रेलवे स्टेशन को प्राइवेट हाथों में सौंप दिया गया है। ऐसे में यह रेलवे स्टेशन अब जर्मनी के हैडलबर्ग की तर्ज पर डेवलप किया गया है।

रेलवे स्टेशन कमर्शियल  डिपार्मेंट को 45 साल के  लीज पीरियड पर दिया गया है। इस रेलवे स्टेशन का ऑपरेशन एंड मेंटिनेस भी प्राइवेट कंपनी कर रही है।

यह स्टेशन होंगे इसी मॉडल पर तैयार

इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने 8 स्टेशनों का री डेवलपमेंट निजी कंपनी को सौंप दिया है। जिसमें भोपाल का हबीबगंज, चंडीगढ़ पुणे का शिवाजी नगर, नई दिल्ली और आनंद विहार, गुजरात का सूरत शामिल है।

हबीबगंज रेलवे स्टेशन का बदल गया नाम

हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। वहीं रेलवे स्टेशन पर तमाम सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे स्टेशनों को प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है।

ऐसे में यात्रियों को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन जैसी सुविधाएं मिलने का दावा भी हो रहा है। रेलवे स्टेशनों पर रेस्तरां, शॉपिंग स्टोर कैटरिंग शॉप और पार्किंग की व्यवस्था मिलेंगे।

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नजर हटी दुर्घटना घटी! पलक झपकते ही ऐसे चूना लगा देते हैं पेट्रोल पंप वाले, पेट्रोल भरवाते समय ध्यान रखें ये बातें

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सबके पास गाड़ियां और सभी पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर जाते हैं। पेट्रोल पंप वाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना लेते हैं। लेकिन किसी को पता तक नहीं चलता कि पेट्रोल पंप वालों ने उन्हें ठग लिया है। वहीं खबरें आती हैं लोग पेट्रोल पंप पर ठगी के शिकार हो हो रहे हैं। ठगी को बहुत ही शातिराने तरीके से किया जाता है। उन्हें पता तक नहीं चलता कि उन्हें कब ठग लिया गया।

पेट्रोल और डीजल डलवाते समय रहें सावधान

बता दें कि पेट्रोल और डीजल भरवाने में जितने पैसे हम उनको देते हैं उससे कम वह डीजल और पेट्रोल डालते हैं। और इस बात का हमें पता भी नहीं चलता है।

पेट्रोल टंकी पर काम करने वाले पेट्रोल भरवाने वाले ग्राहकों के ध्यान को भटका देते हैं। और पेट्रोल कम डाल देता है। जिससे कि ग्राहक मीटर ना देख सके।

पेट्रोल भराते समय रखें यह सावधानियां

अगर आप भी पट्रोल भरवाते हैं तो आपको आसानी से चूना लग सकता है। अगर आपने 200 रुपए  का पेट्रोल डलवाया, लेकिन 200 रुपए  का पेट्रोल और आतंक के शिकार हो जाते हैं। जब आप पेट्रोल भरवाते हैं तो वह आपको बातों में लगा देता है। और फिर चूना लगा देते हैं।

जानें अपने शहर में पेट्रोल डीजल के दाम

राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में पेट्रोल का रेट 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये लीटर है।

आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर है।

सबके पास गाड़ियां और सभी पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर जाते हैं। पेट्रोल पंप वाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना लेते हैं। लेकिन किसी को पता तक नहीं चलता कि पेट्रोल पंप वालों ने उन्हें ठग लिया है।

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ज्ञान की बातें: ऐसा कौन सा जानवर है, जिसे अपनी मौत का समय से पहले ही पता चल जाता है?

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आजकल जनरल नॉलेज सभी एग्जाम में पूछा जा रहा है। जिसमें ऐसे ऐसे सवाल आते हैं जिसे सुनकर सिर चकरा जाता है। आजकल ज्यादा बच्चे गवर्नमेंट एग्जाम की तैयारी करने लगे हैं और उसमें बहुत मेहनत करते हैं। कई लोग कोचिंग जाकर तैयारी करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में GK अनिवार्य कर दिया गया है। जिससे बहुत सारे सवाल पूछे जाते हैं। कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिसे देखकर अभ्यर्थियों का सिर चकरा जाता है।

प्रश्न- कौन सा जानवर ऐसा है जिसको अपनी मौत का पहले से पता चल जाता है?

उत्तर- बिच्छू एक मात्र ऐसा जानवर है जिसको उसकी मौत का पहले से ही अंदाजा लग जाता है।

प्रश्न- इंटरनेशनल टोबैको डे कब मनाया जाता है?

उत्तर- 31 मई इंटरनेशनल टोबैको डे मनाया जाता है।

प्रश्न- किस राज में महंगाई भत्ता दर 31% से बढ़ाकर 33% कर दिया है?

उत्तर- कर्नाटक राज्य में महंगाई भत्ता दर 31% से बढ़ाकर 33% कर दिया है

प्रश्न– किस स्टेट गवर्मेंट ने ‘नमो शेतकरी महा सम्मान योजना’ के माध्यम से किसानों को 6000 रुपये देने की घोषणा की है?

उत्तर : महाराष्ट्र राज्य सरकार ने ‘नमो शेतकरी महा सम्मान योजना’के माध्यम से किसानों को 6000 रुपये देने की घोषणा की है।

प्रश्न– सरकारी डाटा के मुताबिक चौथी तिमाही में देश की जीडीपी रही?

उत्तर : 6.1 फीसदी।

प्रश्न –  हाल ही में ‘स्माइल एंबेसडर’ के रूप में किस क्रिकेटर महाराष्ट्र सरकार ने नामित किया है?

उत्तर : सचिन तेंदुलकर को ‘स्माइल एंबेसडर’ के रूप में महाराष्ट्र सरकार ने नामित किया है

अगर आप भी प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इस तरह के कुछ सवालों के जवाब को तैयार कर लेना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं में GK अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे बहुत सारे सवाल पूछे जाते हैं।

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