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Virendra Sehwag ने इन्हें ठहराया करियर खत्म करने का जिम्मेदार, कहा अगर ड्रॉप न होता 10 हजार से अधिक रन बनाता

वीरेंद्र सहवाग को नहीं भाया टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी, सुझाया खुद के जैसा बतौर ओपनर विस्फोटक बल्लेबाज का नाम

इंडियन क्रिकेट टीम में सलामी बल्लेबाज का जिक्र होते ही सबसे पहला नाम वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) का याद आता है। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने विरोधी गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए हैं। विरेंद्र सहवाग ने 2015 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास ले लिया था, लेकिन हाल में एक शो के दैरान वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) का टेस्ट क्रिकेट में संन्यास लेने का दर्द छल्का है।

वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने कहा कि अगर वो तब संन्यास नहीं लेते तब टेस्ट में 10, 000 रन बनाते वहीं ड्रॉप होने के साथ ही उन्होंने संन्यास लेने के बारे में सोचना शुरू कर दिया था। लेकिन सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) उन्हें समझाते थे साथ ही अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने भी उनका सपोर्ट किया था।

सहवाग बोले अगर उन्हें ड्रॉप नहीं किया जाता तो 10,000 रन बनाते

सौरव गांगुली

वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने होम ऑफ सीरीज के एक शो के दौरान कहा कि जब अचानक से उन्हें अहसास हुआ कि वो टेस्ट क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं, तब उन्हें काफी निराशा हाथ लगी थी। जिसके बाद उन्होंने कहा कि अगर इस एक साल टेस्ट क्रिकेट से उन्हे ड्रॉप नहीं किया जाता, तब वो अपना टेस्ट करियर 10 हजार रन के साथ खत्म करते।

विरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने कहा

“अचानक मुझे अहसास हुआ कि मैं टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हूं, मैं बहुत निराश हो गया। अगर मुझे उस एक साल के लिए ड्रॉप नहीं किया जाता, तो मैं अपना टेस्ट करियर 10 हजार से ज्यादा रनों के साथ खत्म करता”।

राहुल द्रविड़ की कप्तानी में हुए थे सहवाग बाहर

SACHIN, SOURAV AND DRAVID

वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) को राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 2006-07 में भारतीय टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया था। वो दक्षिण अफ्रीका सीरीज का हिस्सा भी नहीं रहे थे। खराब प्रदर्शन के चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें ड्रॉप करने का निर्णय किया था। हालांकि इस समय की वनडे और टी20 टीम में वीरेंद्र सहवाग को जगह मिली हुई थी।

2007-08 के समय भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ दौरे पर थी, जिसमें वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) की टीम में वापसी हुई थी। जिसके एडिलेड ओवल में आखिरी टेस्ट की पहली पारी में वीरेंद्र सहवाग ने 63 और दूसरी पारी में 151 रन बनाए थे।

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सचिन तेंदुलकर ने समझाया तो अनिल कुंबले ने किया सपोर्ट

सचिन सहवाग

वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने कहा कि

“जब वो नेशनल टीम से ड्रॉप किए गए थे, तब वो संन्यास के विषय में सोच रहे थे, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने उन्हें समझाया था। तो वहीं अनिल कुंबले ने वीरेंद्र सहवाग से कहा था कि जब तक वो कप्तान हैं, तब तक उन्हें टीम से ड्रॉप नहीं किया जाएगा। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि करियर की शुरुआत में सौरव गांगुली ने और आखिर में अनिल कुंबले ने उन पर भरोसा जताया।”

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MI vs DC: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अंतिम मैच में क्या मिलेगा अर्जुन तेंदुलकर को मौका? कप्तान रोहित शर्मा ने कही ये बात

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अंतिम मैच में क्या मिलेगा अर्जुन तेंदुलकर को मौका? कप्तान रोहित शर्मा ने कही ये बात

MI VS DC: इस समय इंडियन प्रीमियर लीग अपने आखिरी चरण पर है। आईपीएल की दो नई टीमों ने अपनी प्लेऑफ में जगह पक्की कर ली है। इसके साथ रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम मुंबई इंडियंस का सामना दिल्ली कैपिटल्स के साथ होगा। दिल्ली कैपिटल्स के लिए यहां मुकाबला करो या मरो जैसा है। क्योंकि यह मुकाबला आईपीएल सीजन 2022 के दिल्ली कैपिटल्स के भविष्य को तय करेगा। इस मुकाबले से यह तय हो जाएगा कि ऋषभ पंत की अगुवाई वाली टीम दिल्ली कैपिटल्स शीर्ष चार में अपनी जगह बना पाती है या नहीं। मुंबई इंडियंस के लिए यह मुकाबला ज्यादा मायने नहीं रखता है। क्योंकि रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम मुंबई इंडियंस पहले से ही अपने आप से बाहर हो चुकी है।

मुंबई के खिलाफ दिल्ली को जीतना होगा मैच

DC WIN AGAINST RR

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने आईपीएल रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा बार आईपीएल ट्रॉफी जीती हैं। मुंबई इंडियंस पांचवा चैंपियन रह चुकी है। जबकि दिल्ली कैपिटल्स को अपनी पहली चैंपियन ट्रॉफी की तलाश होगी। अगर दिल्ली कैपिटल्स को ट्रॉफी जीतना चाहती है, तो उसे मुंबई इंडियंस को हराना होगा।

दिल्ली कैपिटल्स का नेट रन रेट +0.255 और 14 पॉइंट के साथ नंबर पांच पर है। क्योंकि नंबर चार पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के 16 पॉइंट और नेट रन रेट –0.253 हैं। जिस कारण दिल्ली कैपिटल्स मुंबई इंडियंस को हराकर 16 पॉइंट के साथ नेट रन रेट को देखते हुए नंबर चार पर पहुंच जाएगी। जिस कारण रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु नंबर पांच पर आ जाएगी और दिल्ली सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी।

अर्जुन तेंदुलकर को मिलेगा आज मौका

Arjun Tendulkar

भारतीय टीम के पूर्व महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के बेटे का नाम अर्जुन तेंदुलकर है। जो कि मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े हुए हैं। अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस के लिए बहुत ही कम मौके दिए गए हैं। सभी को उम्मीद है कि रोहित शर्मा सीजन के आखिरी मुकाबले में अर्जुन तेंदुलकर को टीम में शामिल कर सकते हैं।

अर्जुन तेंदुलकर को पिछले 27 मैचों से एक भी मैच खेलने को नहीं मिला है। अभी तक मुंबई इंडियंस की तरफ से 22 खिलाड़ी 13 मैचों में खेल चुके हैं। अब मुंबई इंडियंस का आखिरी मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स के साथ होना है।

रोहित शर्मा ने पिछले मैच के बाद कहा था कि

“हम बेंच पर बैठे युवा खिलाड़ियों को टेस्ट करेंगे, जिन्हें मौका नहीं मिला है उन्हें अंतिम मैच में मौका देने की कोशिस करेंगे”

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IPL 2022 : बुमराह, भुवी और शमी को नजरअंदाज कर सचिन तेंदुलकर ने इस युवा खिलाड़ी को बताया भारत का सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर गेंदबाज

बुमराह, भुवी और शमी को नजरअंदाज कर सचिन तेंदुलकर ने इस युवा खिलाड़ी को बताया भारत का सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर गेंदबाज

भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को भारतीय बेस्ट डेथ ओवर्स का माना जाता हैं।। वहीं जसप्रीत बुमराह को दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाता हैं। सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के कोच है। लेकिन सचिन तेंदुलकर का कहना है कि ये भारतीय गेंदबाज डेथ ओवर्स का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी है। सचिन तेंदुलकर ने इस खिलाड़ी की लगी तारीफ भी की है, सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। जानिए किस खिलाड़ी को कहा सचिन तेंदुलकर ने बेहतरीन डेथ ओवर्स स्पेशलिस्ट …

हर्षल पटेल की खूब तारीफ की सचिन तेंदुलकर ने

हर्षल पटेल

सचिन तेंदुलकर ने एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि हर्षल पटेल पिछले कुछ सालों में जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं। वो कबील ए तारीफ है। हर्षल पटेल ने पिछले कुछ सीजन काफी अच्छी गेंदबाजी की है। जिससे देखकर सचिन तेंदुलकर का मानना है कि वो भारतीय क्रिकेट के लिए अनमोल रत्न साबित हो सकते हैं। सचिन तेंदुलकर ने हर्षल पटेल को भारत के बेहतरीन डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों में से एक बताया है और काफी शक्तिशाली खिलाड़ी भी माना है।

सचिन तेंदुलकर ने कहा विविधता छुपाने में सक्षम

सचिन तेंदुलकर

हर्षल पटेल की तारीफ करते हुआ सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि,

” हर्षल पटेल की गेंदबाजी में लीग के हर मैच के साथ काफी सुधार हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह अपनी विविधता को खूबसूरती से छिपाने में सक्षम हैं। मुझे ऐसा लगता है कि जब भारतीय डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों की बात आती है तो वो भारतीय गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं”।

100 आईपीएल विकेट के करीब हैं हर्षल पटेल

हर्षल पटेल

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के इस खिलाड़ी के पास अभी आईपीएल में 96 लेने का रिकॉर्ड है। पिछले साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से पर्पल कैप जीतने वाले हर्षल पटेल इस साल आईपीएल में अभी तक 18 विकेट ले चूकें हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से हर्षल पटेल आखिरी मैच गुजरात टाइटंस के साथ खेलने वाले हैं। जिसमे वो अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करेंगे।

इस तहत वो आईपीएल में 100 विकेट भी ले सकते हैं। वो आईपीएल के बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं। हर्षल पटेल इस साल भी पर्पल कैप की लिस्ट में शामिल हैं। उनकी बहन की डेथ हो जाने के कारण वो एक मैच नहीं खेल सके थे। जिसके बाद अब वो 18 विकेट के साथ आईपीएल के टॉप 10 विकेट टेकर हैं।

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सालों बाद युवराज सिंह ने खोला राज, बताया किसकी वजह से नहीं मिल सकी टीम इंडिया की कप्तानी

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भारतीय क्रिकेट टीम के ऑल राउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह ( Yuvraj Singh) जिन्हें 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वन डे विश्व कप में काफी महत्वपूर्ण रोल निभाया थे साथ ही खिलाड़ी 2011 विश्व कप प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था। लेकिन हाल में युवराज सिंह ने भारतीय टीम में कप्तान न बन पाने के विषय में बातचीत की है। भारतीय क्रिकेट टीम में बीसीसीआई के कुछ अधिकारी उन्हें कप्तान नही बनने देना चाहते थे, ऐसा पूर्व खिलाड़ी का कहना है। जानिए क्या कहा युवराज सिंह ने…

बीसीसीआई अधिकारी नहीं चाहते थे कि मैं कप्तान बनूं

युवराज सिंह

भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने हाल ही में उन वजह के बारे में बातचीत की। उनका कहना था कि भारतीय क्रिकेट टीम के उस समय के उपकप्तान वो थे। जबकि उन्हें कैप्टन नही बनाया गया। उनके स्थान पर कुछ ही समय पहले टीम से जुड़े एमएस धोनी को कप्तानी सौंप दी गई। युवराज सिंह ने इस बात का भी जिक्र किया कि जब भारतीय टीम के कोच चैपल की कोचिंग में 2007 के समय भारतीय क्रिकेट में एक उथल-पुथल दौर चल रहा था और खिलाड़ी ने सचिन तेंदुलकर का पक्ष लिया था। जिसके तहत खिलाड़ी को शायद बीसीसीआई अधिकारी नहीं चाहते थे कि वे भारतीय टीम के कप्तान बने।

बता दें, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्रेग चैपल 2005 से 2007 तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच थे। उस समय उन्होंने सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर दोनों के साथ विवाद किया था। हालांकि सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स में तेंदुलकर ने जिक्र किया था कि चैपल जिस तरह से हमारी टीम को संभाल रहे थे। उससे कई सीनियर खिलाड़ी भी असहमत थे। उन्होंने वर्ल्ड कप के एक महीने पहले उन्होंने बल्लेबाजी भारी बदलाव किए, जिसके बाद टीम काफी प्रभावित हुई।

मैं एक मात्र खिलाड़ी था जिसने सचिन को चुना था

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युवराज सिंह ने अपने इंटरव्यू में आगे बताया कि, “चैपल या सचिन दोनो में से किसी एक को चुनना था। मैं उस समय शायद एकलौता खिलाड़ी था, जिसने अपने साथी खिलाड़ी को चुना था, उनका समर्थन किया था। जोकि बीसीसीआई के चुनिंदा अधिकारियों को पसंद नहीं आया था। उस समय सुनने में आया था कि वे किसी को भी कप्तान बना देंगे, लेकिन मुझे ( युवराज सिंह) नहीं। मैंने यही सुना है। मुझे इसका यकीन नहीं है कि यह कितना सच है या नहीं। लेकिन मुझे उप-कप्तानी से हटा दिया गया। सहवाग टीम का हिस्सा नहीं थे। माही 2007 टी20 वर्ल्ड कप के लिए कप्तान नहीं बने। मुझे लगा कि शायद मैं कप्तान बनने जा रहा हूं”।

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मैं हमेशा अपने साथी खिलाड़ी के पक्ष में रहूंगा

युवराज सिंह

युवराज सिंह ने उस समय सचिन तेंदुलकर और ग्रेग चैपल के बीच चुनने को लेकर कहा कि ” सहवाग एक सीनियर थे, लेकिन फिर भी इंग्लैंड दौरे पर नहीं थे। मैं वनडे टीम का अप कप्तान और राहुल द्रविड़ कप्तान थे। इसलिए मुझे कप्तान बनना था। जिससे साफ है कि ये ऐसा निर्णय था जोकि मेरे खिलाफ गया। लेकिन मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं है, आज के समय में भी अगर ऐसा ही होता है तब भी मैं अपनी टीम के साथी का ही साथ देता। हालांकि माही ने अच्छी कप्तानी की और वे वनडे क्रिकेट में कप्तानी करने के लिए बेस्ट ऑप्शन थे”।

युवराज सिंह ने आगे कहा कि उसके बाद कुछ इंजरी हुईं, अगर मैं कैप्टन होता तो भी बाहर ही जाता। चोटों ने मुझे काफी परेशान कर दिया था। जो भी होता है वो अच्छे के लिए होता है। मुझे सच में भारतीय टीम की कप्तानी न करने का कतई अफसोस नहीं है। वो एक बहुत बड़ा सम्मान होता है। लेकिन ये भी सच है कि मैं हमेशा अपने साथी के साथ खड़ा रहूंगा। उनके चरित्र के बारे में कोई बुरी बात करेगा तब भी मैं उनके लिए खड़ा रहूंगा।

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क्रिकेट के 5 ऐसे रिकार्ड्स जो बन गये होते तो विश्व क्रिकेट पर राज करते भारत और श्रीलंका, ये 5 खिलाड़ी होते क्रिकेट के भगवान

IND vs SL

क्रिकेट को एक ऐसा खेल माना जाता है जहां हर रोज कोई नया रिकॉर्ड बनाया है तो कोई काफी पुराना रिकॉर्ड टूटता है। फिर कहा भी जाता है कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं। लेकिन क्रिकेट के कुछ ऐसे खिलाड़ी है जिनका कद इतना महान समझा जाता है कि उन्हें रिकॉर्ड से भी परे खिलाड़ी माना जाता है। लेकिन उनके नाम भी कुछ ऐसे रिकॉर्ड है जिसमे जो हासिल कर सके, इन रिकार्ड्स में अपना  नाम लिखने के बाद खिलाड़ी का कद और भी बड़ा हो जाता। जानिए क्या है वो रिकॉर्ड…

सचिन तेंदुलकर : 100 शतक लेकिन क्रिकेट के घर लॉर्ड्स में नहीं एक भी

सचिन तेंदुलकर

क्रिकेट के भगवान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर ( Sachin Tendulkar) के नाम 100 शतक का रिकॉर्ड हैं। सचिन तेंदुलकर के 24 साल के करियर में सचिन तेंदुलकर ने 34 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। दुनिया के करीब हर मैदान कर उनका के शतक जरूर होगा ऐसा माना जाता है। इंग्लैंड की धरती पर खिलाड़ी ने सात शतक बनाए हैं। लेकिन क्रिकेट का घर जिस मैदान को कहा जाता है। यानी को लॉर्ड्स के मैदान पर सचिन तेंदुलकर का सबसे बड़ा स्कोर 37 रहा है। इस मैदान पर सचिन तेंदुलकर की एवरेज 21 की रही है।

वीरेंद्र सहवाग : मुल्तान के सुल्तान तीसरे ट्रिपल सेंचुरी से चुके

सचिन सहवाग

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की विस्फोटक पारियों ने गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई है। वीरेंद्र सहवाग भारतीय टीम साथ ही साथ विश्व क्रिकेट में भी सबसे बेहतरीन विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रहें हैं। मुल्तान के सुल्तान नाम से जाने जाने वाले वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफ ट्रिपल सेंचुरी बनाई है। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ जब 2009 में वो 293 पर थे, तब मुथैया मुरलीधरन ने मात्र 7 रन से इस खिलाड़ी को आउट करके तीसरा ट्रिपल सेंचुरी बनाने से रोक दिया। नहीं तो वीरेंद्र सहवाग तीन ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन जाते।

महेला जयवर्धने : 400 का ब्रायन लारा का रिकॉर्ड

महेला जयवर्धने

टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा 400 रन का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के पास है। इस रिकॉर्ड के 14 साल से ज्यादा समय बीत चुका है। हालाकि उनका 375 रन का रिकॉर्ड मैथ्यू हेडन ने 2003 में तोड़ दिया था। लेकिन उसके बाद 400 रन के रिकॉर्ड को कोई नही तोड़ सका हैं। लेकिन महेला जयवर्धने ने 2006 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 374 रन की पारी खेली थी। लेकिन 26 रन पहले आउट होकर वो इस रिकार्ड को तोड़ने से रह गए।

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कुमार संगकारा : 12वें डबल सेंचुरी से चुके

कुमार संगाकारा

कुमार संगकारा को विश्व के महान विकेटकीपर खिलाड़ियों की लिस्ट में रखा जाता है। उन्होंने 28 हजार से ज्यादा रन और 11 दोहरे शतक लगाए है। लेकिन अगर वो एक ओर डबल सेंचुरी लगा पाते तो डॉन ब्रॉडमैन के 12 डबल सेंचुरी के रिकॉर्ड को तोड़कर अपने नाम कर पाते।

महेंद्र सिंह धोनी : एशिया के बाहर नहीं शतक

महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी ना सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तान हैं बल्कि विकेटकीपर की लिस्ट में कई रिकॉर्ड के साथ विश्व के बेहतरीन फिनिशर भी हैं। आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले भावा के एक मात्र कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर एशिया के बाहर एक भी शतक नहीं है। एशिया के बाहर 2007 में टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 92 उनका बेस्ट स्कोर है।

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इन 2 व्यक्ति को महेंद्र सिंह धोनी मानते है अपने जीवन का आदर्श, पहली बार माही ने लिया नाम

धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम ( Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ( MS Dhoni) का नाम जब आता है। तब करोड़ो देश विदेश के युवा उन्हें अपना आर्दश मानते है। क्रिकेट के मैदान के अंदर और बाहर धोनी का रुतबा काफी बड़ा है। मैदान के अंदर क्रिकेट के मैदान के बाहर उनके स्वभाव ने सभी को उनका मुरीद बना रखा हैं।

महेंद्र सिंह धोनी के करोड़ो चाहने वाले हैं। लेकिन कभी ये बात समाने नही आई कि वो किसको अपना आदर्श मानते हैं। धोनी ने कुछ समय पहले एक साक्षात्कार के दौरान ये बात बताई थी कि वो इन दो महान हस्तियों से प्रभावित हैं।

इन 2 व्यक्ति को मानते हैं अपना हीरो

अमिताभ बच्चन

एक इंटरव्यू के दौरान महेंद्र सिंह धोनी ( MS Dhoni) से पूछा गया कि वो किसको हीरो या अपनी प्रेरणा मानते हैं। जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि बॉलीवुड के महान अभिनेता अमिताभ बच्चन और क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को अपनी जिंदगी में प्रेरणा के तौर पर देखते है। दोनों ही अपने क्षेत्र के महान और सबसे नामचीन दिग्गजों में गिने जाते हैं।

महेंद्र सिंह धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम के एक खिलाड़ी के मुताबिक जोकि उन्होंने एक इंटरव्यू के समय साझा की थी कि 2007 महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी देने का पहला विचार सचिन तेंदुलकर के मन में आया था। जिसके बाद उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया और भारतीय टीम को आईसीसी टी20, आईसीसी वन डे इंटरनेशनल और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब काफी समय के बाद मिला।

दोनों दिग्गजों से सीखना चाहिए विनम्रता का गुण

सचिन एम एस धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी भारत रत्न सचिन तेंदुलकर खिलाड़ियों, फैंस और दुनिया भर के लोगों के लिए एक विनम्रता का एक सटीक उदाहरण है। मैदान के अंदर हो या बाहर, कभी भी सचिन तेंदुलकर की नोक झोंक कोई भी खबर सामने नहीं आई है।

इसी तरह बॉलीवुड के नायक अमिताभ बच्चन भी पर्दे पर और असल जिंदगी में नायक भी भूमिका में नजर आते हैं। अमिताभ बच्चन के ढेरों मस्ती मजाक को किस्से मशहूर हैं। उन्हें भी काफी विनम्र श्रेणी में रखा जाता है।

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महेंद्र सिंह धोनी में भी दिखती है ऐसी छवि

भारतीय क्रिकेट टीम के साथ साथ महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के एक मात्र ऐसे कप्तान हैं जिनके पास आईसीसी की तीनों ट्रॉफी हैं। 2011 के विश्वकप में जब श्रीलंका के गेंदबाज नुआन कुलसेकरा (Nuwan Kulasekara) के खिलाफ छक्का लगातार आईसीसी विश्व को जिताया था। इसी के साथ दुनिया भर में धोनी के करोड़ो फैंस हैं, जोकि उनके मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह चतुरता और विनम्रता दोनों व्यवहार से वाकिफ हैं।

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IPL 2022: सचिन तेंदुलकर से गुरुमंत्र लेकर मैदान पर उतरे कुमार कार्तिकेय ने चटका दिया संजू सैमसन का विकेट, मैच के बाद कही ये बात

MI Kumar Kartikeya Interview

मुंबई इंडियंस को लगातार आठ हार के बाद आईपीएल 2022 (IPL 2022) में पहली जीत मिल गई है। रोहित शर्मा की टीम ने लीग के 44वें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को 5 विकेट से हराया है। 

इस मैच में सूर्यकुमार यादव ने शानदार 51 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली और टॉप स्कोरर रहे। आखिरी ओवर में पोलार्ड के विकेट के बाद आए डैनियल सैम्स ने दूसरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई है। 

इस जीत के साथ अंक तालिका में भी मुंबई का खाता खुल गया है और 9 मैच के बाद अब टीम के दो अंक हो पाए हैं। दूसरी तरफ राजस्थान रॉयल्स को 9वें मैच में यह तीसरी हार मिली है। टीम के 12 अंक हैं और पॉइंट्स टेबल में गुजरात के बाद दूसरे स्थान पर बरकरार है।

डेब्यू पर चमके कुमार कार्तिकेया

Kumar Kartikey

मुंबई के लिए युवा खिलाड़ी और स्पिन गेंदबाज कुमार कार्तिकेया ने डेब्यू किया और अपने पहले मैच में उन्होंने अच्छी गेंदबाजी करते हुई अपने 4 ओवरों ने 19 रन देते हुए एक विकेट झटका। मिड इनिंग्स ब्रेक में बातचीत के दौरान कुमार कार्तिकेया ने कहा,

“मैं एक मिस्ट्री बॉलर हूं। मुझे अच्छा लगता है। जब मुझे पता चला कि मैं आज का मैच खेल रहा हूं तो मैं थोड़ा नर्वस था। लेकिन मैंने हर बल्लेबाज के लिए रात भर की योजना बनाई। मैं सैमसन को पैड पर गेंद डालने की कोशिश कर रहा था। जब सचिन सर ने मुझे सलाह दी तो मुझमें काफी आत्मविश्वास आया। मैं चाहता हूं कि मेरी टीम जीत जाए। गेंद थोड़ी घूम रही है। विकेट हालांकि बल्लेबाजी के लिए अच्छा है।”

मुंबई पहले ही प्‍लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो गई है। वहीं, अगर राजस्‍थान की बात की जाए तो वो टॉप-4 में अपनी जगह बनाने के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। संजू सैमसन की टीम नौ में से छह मुकाबले अपने नाम कर चुकी है।

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ICC ODI Ranking: बाबर आजम ने तोड़ा सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड, विराट कोहली से फिर भी है बहुत पीछे

बाबर आजम विराट कोहली सचिन तेंदुलकर

All-Time ODI Batting Rankings : पाकिस्तान के खिलाड़ी बाबर आजम ( Babar Azam) इस समय विश्व भर में अपनी बल्लेबाजी को लेकर चर्चा का विषय बने हुए है। पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी उन्होंने कमाल का प्रदर्शन करके मैन ऑफ द सीरीज खिताब अपने नाम किया था। बाबर आजम में वन डे में रैंकिंग में नंबर एक को पोजिशन ले रखी है और साथ ही अब सचिन तेंदुलकर के एक रिकॉर्ड को भी छोड़ कर आगे बढ़ गए है। जानिए क्या है पूरी बात….

Ranking : वनडे में एक नंबर पर हैं बाबर आजम

बाबर आजम

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान सीरीज में बाबर आजम ने कमाल की बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। उनकी सीरीज में बेहतरीन बल्लेबाजी के बाद सीरीज जीतने के बाद उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया है। जिसके फायदा उन्हें वन डे रैंकिंग में हुआ है। पाकिस्तान के खिलाड़ी बाबर आज़म आईसीसी वन डे रैंकिंग में नंबर एक पर हैं। 891 अंक के साथ बाबर आज़म एक नंबर, 811 अंक के साथ विराट कोहली दूसरे नंबर और 791 अंक के साथ रोहित शर्मा नंबर तीन पर हैं।

सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को किया पीछे

सचिन एम एस धोनी

बाबर आजम ने ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज में दो शतक अपने नाम किए हैं। जिसके बाद उनके आईसीसी वन डे रैंकिंग में अंक 891 हो गए है। जोकि उन्हें ऑल टाइम वनडे बैटिंग रैंकिंग्स में अब टॉप-15 में शामिल कर चुका है। इस लिहाज से उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 1998 में बनाए उनके 887 रेटिंग प्वाइंट को पीछे छोड़ दिया है। सचिन तेंदुलकर ने 1998 में टॉप रैंकिंग 887 रेटिंग प्वाइंट की थी। जिसके बाद अब बाबर आजम को 891 अंक मिल गए है।

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विराट कोहली के प्वाइंट से बहुत पीछे बार आजम

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ऑल टाइम वनडे बैटिंग रैंकिंग्स की टॉप-15 रैंकिंग में विराट कोहली 2018 में 911 अंक तक जा चुके हैं। जिसके बाद वो इस लिस्ट में छठे स्थान पर हैं। इस लिस्ट में दिग्गज खिलाड़ी विवियन रिचर्ड्स 931 अंक के साथ नंबर एक पर हैं। 921 अंक के साथ ग्रेग चैपल ऑल टाइम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है।

बाबर आजम 891 के साथ टॉप 15 ऑल टाइम खिलाड़ियों में पहुंच चुके हैं। लेकिन उन्हें विराट कोहली को पीछे छोड़ने के किए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। हालांकि बाबर काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। पिछले टी20 विश्व कप में भी वो अपनी टीम पाकिस्तान के मुख्य स्तंभ बनकर सामने आए थे। जिसके बाद से लगातार वो चर्चा में बने हुए है। वन डे रैंकिंग में नंबर एक पर काफी समय तक बने रहेंगे टेबल देखकर ऐसा कहा जा सकता है।

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CSK VS KKR: कोलकाता के नए विकेटकीपर शेल्डन जैक्सन बिजली की रफ़्तार से की स्टम्पिंग, सचिन तेंदुलकर को याद आ गए धोनी, देखें वीडियो

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IPL 2022 का आगाज हो चूका है दुनिया भर के धुरंधर इस लीग में हिस्सा बने है. पहला मुकाबला आईपीएल के सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स और शाहरुख़ की कोलकाता नाईट राइडर्स से खेली गयी . जिसमे श्रेयस अय्यर ने पहले टॉस जीतते गेंदबाजी चुनी. वही बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की शुरुआत अच्छी नहीं रही . और टीम ने आठ ओवर के अंदर ही 49 रन तक अपने तीन विकेट गंवा दिए हैं। इनमें सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (0), डेवन कॉनवे (3) और रॉबिन उथप्पा (28) पवेलियन लौट गए.

शेल्डन जैक्सन ने दिखाई धोनी वाली स्टंपिंग

शेल्डन जैक्सन

चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज रोबिन उथप्पा के विकेट की बात करें तो उनको कोलकाता के विकेट कीपर शेल्डन जैक्सन ने स्टंपिंग कर के पवेलियन भेजा. दरअसल CSK का स्कोर 49 रन था. कोलकाता की पारी का यह 7.5वां ओवर था। वरुण चक्रवर्ती अपना ओवर डाल रहे थे उथप्पा उस गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचाना चाहते थे, लेकिन वह चकमा खा गए और गेंद विकेटकीपर के हाथो में चली गयी. जिसके बाद शेल्डन जैक्सन ने गोली के बिजली के रफ़्तार से स्टम्पिंग की और उनके पहुंचने से पहले गिल्लियां बिखेर दी. रोबिन उथप्पा की पारी  दो चौके और दो छक्के लगाकर 28 रन पर आउट हुए।

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सचिन तेंदुलकर ने किया तारीफ

शेल्डन जैक्सन की स्टंपिंग देख सचिन तेंदुलकर भी उनके मुरीद हुए और तारीफ करते हुए कहा कि जैक्सन की इस स्टंपिंग ने उन्हें एमएस धोनी की याद दिला दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा,’ क्या शानदार स्टंपिंग है। शेल्डन जैक्सन की इस स्टंपिंग ने मुझे एमएस धोनी की याद दिला दी है।’

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Gautam Gambhir ने चुनी ऑल टाइम बेस्ट प्लेइंग XI, गांगुली को किया बाहर, धोनी को नहीं इसे दिया कप्तानी

GAUTAM GAMBHIR

भारतीय टीम के साथ 2007 और 2011 में विश्व कप टीम का हिस्सा रहे Gautam Gambhir ने अपनी ऑल टाइम फेवरेट प्लेइंग XI चुनी हैं जोकि चर्चा का विषय बनी हुई है। गौतम गंभीर इस समय लखनऊ सुपर जायंट्स टीम के साथ IPL टीम में मेंटर की भूमिका निभा रहे है।

अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार खिताब जीतने वाले Gautam Gambhir की ऑल टाइम फेवरेट प्लेइंग XI के खिलाड़ियों में भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों को स्थान दिया हैं। टीम में भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और 1983 का भारतीय टीम को पहला विश्व कप जीतने वाले कपिल देव भी हैं। लेकिन Gautam Gambhir ने अपनी टीम के कप्तानी इस गेंदबाज खिलाड़ी को देकर सबको चौका दिया है।

Gautam Gambhir ने धोनी को नहीं इन्हें बनाया कप्तान

अनिल कुंबले

Gautam Gambhirर की बेस्ट प्लेइंग XI खिलाड़ियों की टीम में उन्होंने भारतीय टीम के दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले को टीम की कप्तानी सौंपी है। अनिल कुंबले के नाम भारतीय टीम से टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है। इस के साथ उन्होंने भारतीय टीम की कुछ समय पर कप्तानी भी की है।

इसलिए Gautam Gambhir के अनुसार अगर अनिल कुंबले को महेंद्र सिंह धोनी की तरह लंबे समय तक कप्तानी दी जाती तब भारतीय टीम में उनके कप्तानी के अलग रिकॉर्ड होते। 1983 के विश्व कप में भारतीय टीम को जीत दिलाने वाले और अब तक के भारतीय टीम के सबसे बेहतरीन ऑल राउंडर खिलाड़ी कपिल देव को ऑल राउंडर की भूमिका दी है।

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जवागल श्रीनाथ को बताया अपने समय का बेहतरीन गेंदबाज

इंटरनेशनल मैच में भारत की ओर से सबसे पहले 300 विकेट तक पहुंचने वाले जवागल श्रीनाथ का नाम गौतम गंभीर ने टीम में रखा साथ ही उन्हें सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक भी बताया है।

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ये है गौतम गंभीर की प्लेइंग XI ऑर्डर

विराट कोहली

भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और सुनील गावस्कर को सलामी बल्लेबाज के लिए टीम में स्थान दिया है। वही नंबर तीन पर भारतीय टीम के मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ जिन्हे द वॉल के नाम से भी जाना जाता है उन्हें जगह दी है। 100 शतक बनने वाले सचिन तेंदुलकर को नंबर 4 का स्थान मिला है। नंबर 5 पर विराट कोहली को और नंबर 6 पर महेंद्र सिंह धोनी को जगह मिली है। महेंद्र सिंह धोनी को विकेटकीपर का स्थान दिया है। जिसके बाद हरभजन सिंह, अनिल कुंबले, जाहिर खान और जवागल श्रीनाथ को जगह दी है।

Gautam Gambhir बेस्ट प्लेइंग XI

सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हरभजन सिंह, अनिल कुंबले (कप्तान), जहीर खान और जवागल श्रीनाथ

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