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सूर्या-हार्दिक नहीं बल्कि Sanju Samson को Team India का सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं ये दिग्गज, अपने बयान से मचाया बवाल

SANJU SAMSON

टीम इंडिया इस वक्त वेस्टइंडीज दौरे पर है, जहां पांच मैचों की टी-20 सीरीज खेली जा रही है. आपको बता दें कि अभी तक दो मुकाबले में लगातार टीम इंडिया हार चुकी है. ऐसे में धीरे-धीरे यह सीरीज भारत के हाथ से निकलता जा रहा है. इसी बीच देखा जाए तो टीम इंडिया के एक खिलाड़ी ने संजू सैमसन (Sanju Samson) को लेकर खड़ी खोटी सुनाई है और उनके प्रदर्शन पर सवाल भी उठाया है.

इस दिग्गज ने दिया ये बयान

टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी पार्थिव पटेल ने संजू सैमसन (Sanju Samson) को लेकर तीखी बयानबाजी की है और कहा है कि

“संजू सैमसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए मुकाबले में निराशाजनक बल्लेबाजी की. वह गैर जिम्मेदार बल्लेबाज की तरह स्टंप आउट हो गए. उन्हें लगातार मौका मिलने की बात होती रहती है, लेकिन जब उन्हें मौका मिलता है ,तो वह उसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. हालांकि वनडे फॉर्मेट में संजू सैमसन ने जिस तरह की बल्लेबाजी की, उसकी तारीफ भी हुई.”

आपको बता दें कि टी20 फॉर्मेट में लगातार संजू सैमसन फ्लॉप साबित हो रहे हैं, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी-20 में 111 और दूसरे टी-20 में केवल 7 रन बनाए.

तिलक वर्मा की जमकर हुई सराहना

आगे उन्होंने टीम इंडिया में डेब्यू करने वाले तिलक वर्मा की बल्लेबाजी पर कहा कि

“वह उभरते हुए खिलाड़ी हैं, जिस तरह से तिलक वर्मा ने स्ट्राइक रोटेट की और गेंदबाजों के खिलाफ रिवर्स स्वीप शॉट खेला और जो सिर के ऊपर से छक्का लगाया वह काबिले तारीफ है. इस बात से पता चलता है कि इस खिलाड़ी के पास कितनी रेंज है.”

आपको बता दे कि तिलक वर्मा ने दूसरे टी-20 मुकाबले में 51 रनों की पारी खेली और अपना पहला इंटरनेशनल अर्धशतक लगाया.

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IND vs WI: ‘उसे मौका मिलता है और हर बार वो…’ संजू सैमसन के खराब प्रदर्शन पर फूटा भारतीय दिग्गज का गुस्सा

SANJU SAMSON

भारत और वेस्टइंडीज (IND vs WI) के बीच रविवार को दूसरा टी20 मैच खेला गया। प्रोविडेंस स्टेडियम, गयाना में खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा। वेस्टइंडीज टीम ने भारत के खिलाफ 2 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है। अब इस सीरीज का तीसरा मुकाबला 8 अगस्त को खेला जाएगा जिसमें दोनों टीमें हर हाल में जीत दर्ज करना चाहेंगी।

दूसरे टी20 मैच में भी नहीं चला संजू सैमसन का बल्ला

बता दें कि भारत और वेस्टइंडीज (IND vs WI) के बीच खेले गए दूसरे टी20 मैच में टीम इंडिया का प्रदर्शन पूरी तरह से सवालों के घेरे में रहा। भारतीय बल्लेबाज ज्यादा देर तक विकेट पर टिक नहीं सके। इसका नतीजा ये रहा कि भारत ने स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 153 रनों का लक्ष्य रखा। वहीं, गेंदबाज भी इस टार्गेट को डिफेंड करने में नाकाम साबित हुए और टीम इंडिया एक बार फिर ये मुकाबला हार गई।

भारत की बल्लेबाजी के दौरान जिस बल्लेबाज ने प्रशंसकों की उम्मीदों पर सबसे अधिक पानी फेरा वो हैं संजू सैसमन। दरअसल, इस खिलाड़ी को पिछले दो मैचों में प्लेइंग 11 का हिस्सा बनाया गया। लेकिन वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए।

रविवार को खेले गए मुकाबले में भी वह सिर्फ 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उनके इस निराशाजनक प्रदर्शन पर अब पूर्व क्रिकेटर ने नाराजगी व्यक्त की है।

पार्थिव पटेल ने जताई नाराजगी

भारत बनाम वेस्टइंडीज (IND vs WI) सीरीज के तहत खेले गए दो मुकाबलों में संजू सैमसन अब तक सिर्फ 19 रन ही बना सके हैं। उनका प्रदर्शन सवालों के घेरे में है। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने उन्हें चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि वह इन मौकों को भुनाने में कामयाब नहीं हुए तो विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए टीम में दरवाजे बंद हो जाएंगे।

दिग्गज क्रिकेटर ने कहा कि,

“जब भी सैमसन टीम में नहीं होते हैं तो हम उनके बारे में बात करते हैं, लेकिन उन्होंने अब तक मिले मौकों का फायदा नहीं उठाया है। शायद उनके लिए समय खत्म होता जा रहा है, शायद हां या शायद नहीं।”

उन्होंने आगे कहा कि,

“सैमसन को काफी मौके मिल रहे हैं, ईमानदारी से कहें तो वह उन मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं, जो उन्हें मिल रहे हैं। केवल एक ही बल्लेबाज था जो सहज दिख रहा था और वह थे तिलक वर्मा।”

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“अगर अब कुछ कहा तो मुक्का मारकर मुंह तोड़ दूंगा” Parthiv Patel ने बताया क्यों मैथ्यू हेडन ने दी थी नाक तोड़ने की धमकी

parthiv patel mathew hayden

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां खिलाड़ियों द्वारा समय-समय पर तरह-तरह के खुलासे किए जाते हैं. इस वक्त टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने अपने हैरान करने वाले बयान से हर किसी को चौंका दिया है. साल 2004 में भारत और ऑस्ट्रेलिया की सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के ओपनर मैथ्यू हेडन ने उन्हें पांच पंच लगाकर मुंह तोड़ने की धमकी दी थी, जहां ये बात यहीं पर खत्म नहीं हुई. पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने आगे कई ऐसी चौकाने वाली बात बताई जो कई दशक से छिपी हुई थी.

मुंह तोड़ने की मिली थी धमकी

टीम इंडिया के खिलाड़ी पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने बताया कि साल 2004 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मुकाबले में जब वह भारतीय बल्लेबाजों के लिए ड्रिंक लेकर जा रहे थे, उस वक्त उनका सामना मैथ्यू हेडन से हो गया.

दरअसल पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) को देखते ही मैथ्यू हेडन आग बबूला हो गए थे और उन्होंने खरी-खोटी सुना दी थी वह वास्तव में पार्थिव पटेल द्वारा उनके साथ की गई बदसलूकी का जवाब दे रहे थे और इसी वजह से पार्थिव पटेल ने हेडन को पलटकर कोई जवाब नहीं दिया था.

खत्म हो चुका है सारा मामला

आगे इस बारे में चर्चा करते हुए पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने कहा कि मैं ब्रिसबेन में ड्रिंक लेकर जा रहा था. इस मैच में इरफान पठान ने उनका विकेट हासिल किया था. वह पहले ही शतक बना चुके थे और हमारी टीम काफी मुश्किल स्थिति में थी तभी इरफान ने उसे आउट कर दिया. मैं उनके बगल से गुजर रहा था और मैंने उनके पास जाकर हू- हू कहा था.

मैथ्यू हेडन के गुस्से के बारे में चर्चा करते हुए पार्थिव पटेल ने कहा कि

“वह मेरे ऊपर बहुत ज्यादा गुस्सा हो गए थे और मुझे कहा कि अगर तुमने ऐसा एक बार और किया तो मैं तुम्हारे चेहरे पर जोरदार मुक्का मार दूंगा. मैंने उनको सॉरी कहा, वहीं खड़ा रहा और फिर चला गया. हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने के दौरान दोनों एक दूसरे के दोस्त बन गए.”

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T10 2023: एस श्रीसंत ने अपनी रफ्तार से बरपाया कहर, सुपर ओवर में पार्थिव पटेल की टीम को चटाई धूल

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जिम एफ्रो टी-10 2023 का चौथ का मुकाबला कैपटाउन सैम्प आर्मी और हरारे हरिकेंस के बीच में खेला गया। दोनों ही टीमों के बीच मुकाबला काफी ज्यादा रोमांचक तरीके से समाप्त हुआ। हरारे की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर 115 रन स्कोर जीत के लिए दिया।

केपटाउन की टीम ने भी निर्धारित ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 115 रन बना लिए थे। दोनों ही टीमों के बीच सुपर ओवर खेला गया। केपटाउन ने सुपर ओवर में 7 रन बनाए तो वही हरारे की टीम 8 रन बनाने में कामयाब हुई।

हरारे ने केपटाउन को दिया 115 रनों का लक्ष्य

हरारे हरिकेंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जहां 10 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 115 रन बनाए तो वहीं टीम के लिए सबसे ज्यादा रन डोनावन ने 33 गेंदों में छह चौके और 8 छक्कों की मदद से नाबाद 87 रनों की पारी खेली। उनके अलावा ल्यूक जोंगवे ने 5 गेंदों में 1 छक्के की मदद से 10 रन बनाकर नाबाद रहे।

वहीं केप टाउन सैम्प आर्मी की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट 3 शेल्डन कॉटरेल ने लिए। उनके अलावा 2 विकेट रिचर्ड नगारवा और एक विकेट पीटर हट्ज़ोग्लू को मिला।

सुपरओवर से निकला नतीजा

लक्ष्य का पीछा मैदान पर करने उतरी केपटाउन सेम आर्मी नेवी 10 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 115 रन बना लिए। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन सलामी बल्लेबाज रहमतउल्लाह गुरबाज में बनाए जिन्होंने 56 रन बनाने का काम किया।

अपनी इस पारी में उन्होंने 2 चौके और छह छक्के लगाए इसके अलावा करीम जनत ने 7 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके की मदद से 16 रन बनाए। वहीं हरारे की तरफ से सबसे ज्यादा 2 विकेट समित पटेल ने लिए मोहम्मद नबी और श्रीसंत एक-एक विकेट लेने में कामयाब रहे।

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ZIM AFRO T10 SIKNDAR RAZA

जिंबाब्वे में इस समय जिम एफ्रो टी10 लीग खेली जा रही है। जहां इस लीग में सभी टीमें एक से बढ़कर एक प्रदर्शन कर रही हैं तो वहीं इस टूर्नामेंट का 12 वां मुकाबला बुलावायो ब्रेव्स और हरारे हरिकेंस के बीच खेला गया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी हरारे की टीम ने सात विकेट के नुकसान पर 134 रन बनाए, जिसके जवाब में बुलावायो की टीम ने 5 गेंद बाकी रहते हुए 3 विकेट के नुकसान पर जीत को अपने नाम कर लिया।

हरारे हरिकेंस ने जीत के लिए दिया 134 रनों के लक्ष्य

मैदान पर टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हरारे हरिकेंस ने एविन लुईस और रोबिन उथप्पा की पारी के दम पर 10 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 134 रन बनाए। जहां लुईस ने 19 गेंदों में 2 चौके और 6 छक्कों की मदद से 49 रनों की पारी खेली तो वहीं उथप्पा 15 गेंदों में 32 रन बनाने में कामयाब हुए, जिसमें उन्होंने 4 चौके और 2 छक्के भी लगाए। वहीं बात अगर गेंदबाजी की करें तो पैट्रिक डूले ने 2 विकेट, तस्कीन अहमद और सिकंदर रजा ने 1-1 विकेट लिया।

बुलावायो ने जीता मुकाबला

लक्ष्य का पीछा करने मैदान पर उतरी बुलावायो को 15 रनों के नुकसान पर पहला झटका लगा। सलामी बल्लेबाज बेन मैक्डरमोट ने 8 रनों के रूप में अपना पहला विकेट गंवा दिया तो वही टीम के लिए सबसे ज्यादा रन सिकंदर राजा ने बनाए। जहां उन्होंने 21 गेंदों का सामना करते हुए 5 चौके और 6 छक्कों की मदद से 70 रनों की तूफानी पारी खेली।

उन्होंने अपनी पारी में 56 रन 11 गेंदों में ही पूरे कर लिए थे। राजा ने इस दौरान 15 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। जो टूर्नामेंट का सबसे तेज अर्धशतकीय पारी थी। गेंदबाजों की करें तो मोहम्मद नबी और नंद्रे बर्गर ने एक-एक विकेट लिया।

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T10 2023: पार्थिव पटेल की टीम ने उथप्पा की टीम को चटाई धूल, नहीं चला इरफान पठान का बल्ला

ZIM AFRO T10 PARTHIV

जिम्वाम्बे में जिम एफ्रो t10 लीग का पहला सीजन खेला जा रहा है । इस सीजन के चार मुकाबले खेले जा चुके हैं। जहां पहले मुकाबले में लावायो ब्रेव्स ने हरारे हरिकेंस को 49 रनों से हराया तो वहीं दूसरे मुकाबले में डरबन कैलेंडर्स ने केपटाउन सैम्प आर्मी को 8 रन से धूल चटाई। वहीं तीसरे मुकाबले में जोबर्ग बफैलोज ने बुलावायो ब्रेव्स को 10 रनों से करारी शिकस्त दी है।

चौथा मुकाबला केपटाउन स्टैंप आर्मी और हरारे स्पोर्ट्स क्लब के बीच में खेला गया जिसमें केपटाउन कैंप आर्मी ने हरारे हरिकेन्स को 15 रनों से शिकस्त दी है।

112 रन बनाकर सिमट गई केपटाउन की टीम

टॉस जीतकर मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी केपटाउन की टीम ने निर्धारित 10 ओवर का खेल दिखाते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 112 रन बनाए टीम के लिए सबसे ज्यादा रन रहमानुल्लाह गुरबाज़ ने 25 रन बनाने का काम किया।

उनके अलावा भानुका राजपक्षे ने 24 रन तो वही तदिवानाशे मरुमणि ने 20 रन बनाए। जबकि पार्थिव पटेल सिर्फ 5 रन बनाने में ही कामयाब हुए। हरारे के लिए मोहम्मद नबी ने दो विकेट लिए तो वही ल्यूक जॉन्गवे औऱ क्रिस मपोफू को एक-एक विकेट हासिल हुआ।

केपटाउन के आगे ताश की तरह बिखरी हरारे

मैदान पर 112 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हरारे की टीम के लिए इविन लुईस और रॉबिन उथप्पा ने पहले विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। लुईस 16 रन बनाकर आउट हो गए तो वहीं उथप्पा ने 20 गेंदों पर 31 रन बनाने का काम किया।

डोनोवन फरेरा ने 14 रन इयोन मोरगन 2 रन बनाकर टॉम करन ने इरफान पठान को 4 रनों पर बोल्ड कर दिया तो वहीं 9 ओवर के बाद टीम का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 91 रनों का हो गया था। आखिरी ओवर में हरारे ने 16 रनों से केपटाउन के आगे हार गई।

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स्टीव स्मिथ ने तीसरे टेस्ट मैच में चली थी बेहद खतरनाक चाल, पार्थिव पटेल ने किया पर्दाफाश

Steve Smith post match

आस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ दुनिया के सबसे चतुर कप्तानों में से एक माने जाते हैं। वें मैदान पर हमेशा सोच समझकर अपनी चाल चलते हैं। कुछ ऐसा ही उन्होंने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में चली। जिस चाल से उन्हें क्रिकेट नियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ाई। लेकिन उनकी इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। स्टीव स्मिथ की इस चाल का पर्दाफाश पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने किया।

पार्थिव पटेल ने किया पर्दाफाश

पूर्व क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ की चाल को लेकर बताया कि भारतीय पारी के दौरान जब भी ऑस्ट्रेलिया के किसी गेंदबाज की बॉल टीम इंडिया के बल्लेबाज के बल्ले के नजदीक से गुजरती तो स्लिप में खड़े स्टीव स्मिथ और ऑस्ट्रेलियाई टीम जोर से अपील करती और उसी मौके पर तुरंत कंगारू विकेटकीपर एलेक्स कैरी भारतीय बल्लेबाज के स्टंप बिखेरकर बिखेरकर लेग अंपायर से स्टंपिंग की अपील करने लगते।

उस हालात में अंपायर कन्फ्यूज हो जाता कि भारतीय बल्लेबाज आउट है या नही? फिर मजबूरन मैदानी अंपायर को फैसला थर्ड अंपायर को सौंपना पड़ता था।

पार्थिव पटेल ने आगे स्टीव स्मिथ की चाल का पर्दाफाश करते हुए बताया कि जब थर्ड अंपायर के पास फैसला पहुंचता तो वे स्टंप आउट की जांच करने के अलावा ये भी देखते कि भारतीय बल्लेबाज के बैट से गेंद का संपर्क हुआ है या नहीं।

स्टीव स्मिथ ने इंदौर टेस्ट में टीम इंडिया के खिलाफ यही चाल चली है। अगर किसी टीम के पास रिव्यू नहीं बचे हैं तो वह इसी प्लान का इस्तेमाल कर सकते हैं और गलत आउट भी ले सकते हैं।

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स्मिथ ने निकाला लूपहोल

पार्थिव पटेल यही नहीं रूके। उन्होंने आगे स्टीव स्मिथ को लेकर कहा,

‘स्टीव स्मिथ ने अंपायर के नियमों में ये लूपहोल निकाला है और टीम इंडिया के बल्लेबाजों के खिलाफ इसका जमकर फायदा उठाया है। टीवी अंपायर को स्टंपिंग की जांच तब करनी चाहिए, जब अपील केवल स्टंपिंग के लिए की गई हो। जब तक फील्डिंग टीम का कप्तान कैच आउट के लिए डीआरएस का इस्तेमाल नहीं करता तब तक थर्ड अंपायर को इसकी जांच नहीं करनी चाहिए।’

आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब स्टीव स्मिथ मैदान पर कोई चाल चलते हुए नजर आ रहे हैं। इसके पहले साल 2017 की बॉर्डर-गावस्कर ट्राॅफी में भी कई चाल चली थी, जिसके कारण कई बार मैदानों पर विवाद की स्थिति भी बनी थी।

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जयदेव उनादकट से पहले इन 3 खिलाड़ियों की हुई थी लंबे समय बाद भारतीय टीम में वापसी, 2 तो धोनी का बने शिकार

JAYDEV UNADKAT

भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की शुरुआत बुधवार से हो गई है। सीरीज का पहला मैच चटगांव में खेला जा रहा है। इस टेस्ट सीरीज के लिए भारत के कई नए और पुराने खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया। जिनमें 31 साल के जयदेव उनादकड का भी नाम शामिल हैं।

जयदेव ने टेस्ट क्रिकेट में साल 2010 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद से अब उन्होेंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया है। वैसे जयदेव ही ऐसे क्रिकेटर नहीं है जिन्होंने इतने लंबे समय बाद टेस्ट में वापसी की है। उनके अलावा भी भारत के कई और क्रिकेटर ने जिन्होंने काफी लंबे समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की थी।

1.दिनेश कार्तिक

दिनेश कार्तिक की गिनती भारत के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाजों में की जाती है। उन्होंने लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए कई मैच जिताऊ पारी खेली है, लेकिन टेस्ट में उनका करियर मिला – जुला रहा है। उन्होंने साल 2004 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। लेकिन धोनी के आने के बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले।

उन्होंने साल 2010 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उन्हें साल 2017 में अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट में वापसी का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला।

2.पार्थिव पटेल

पार्थिव पटेल ने साल 2004 में 17 साल 253 दिन की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू किया था। वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले भारत के चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक थे, उनका शुरुआती टेस्ट करियर अच्छा था। लेकिन जैसे ही एम एस धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री की उसके बाद पार्थिव पटेल का टेस्ट क्रिकेट से पत्ता कट गया।

उसके बाद उन्हें साल 2008 और 2010 में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला. लेकिन बहुत ही कम मौके मिले। साल 2016 में टेस्ट क्रिकेट में वापसी हुई। जिसके बाद उन्होंने कुछ समय के लिए भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला।

उन्होंने 25 टेस्ट मैच में 934 रन बनाए। उन्होंने साल 2018 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला और फिर साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

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3.राॅबिन सिंह

राॅबिन सिंह भारतीय टीम के दिग्गज आलराउंडर माने जाते हैं। उन्होंने साल 1989 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में डेब्यू किया था। इसके बाद खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने साल 1996 में वापसी की।

उन्होंने जहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ यादगार प्रदर्शन कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। राॅबिन सिंह का वन-डे करियर बड़ा शानदार रहा। उन्होंने 136 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले। जिसमें 1 शतक और 9 अर्धशतक के साथ 2336 रन बनाए। उन्होंने दो बार पांच विकेट भी लिए। राॅबिन सिंह ने 3 अप्रैल 2001 को अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था।

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रोहित शर्मा के बाद टी20 डेब्यू करने वाले ये 5 खिलाड़ी अब ले चुके हैं संन्यास, 2 तो अब बन चुके हैं कोच

रोहित शर्मा के बाद टी20 डेब्यू करने वाले ये 5 खिलाड़ी अब ले चुके हैं संन्यास, 2 तो अब बन चुके हैं कोच

टी20 इंटरनेशनल (T20I) में भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को पदार्पण किए 15 वर्ष पूरे हो चुके हैं। अपने टी20 करियर का रोहित शर्मा के द्वारा पहला मैच 19 सितंबर 2007 को इंग्लैंड के खिलाफ डरबन में खेला गया था। T20I के दौरान सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में भी रोहित शर्मा का नाम भी शामिल है।

दाएं हाथ के इस तूफानी बल्लेबाज के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात करें, तो उनके द्वारा अब तक 136 मैच खेले गए हैं, जिनमें 32.32 के औसत के साथ वो 3,620 रन बनाने में कामयाब रहे। इस दौरान उनके बल्ले द्वारा धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 4 शतक और 28 अर्द्धशतक भी बनाए गए।

पिछले 15 सालों के दौरान भारत के लिए कई खिलाड़ियों द्वारा टी20 में डेब्यू किया गया और संन्यास लिया गया। लेकिन भारतीय टीम का अभिन्न हिस्सा रोहित शर्मा अभी भी बने हुए हैं। इस आर्टिकल के जरिए हम ऐसे पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिनके द्वारा रोहित शर्मा के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण किया गया, लेकिन अब वह क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।

राहुल द्रविड़

मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ द्वारा अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान डेब्यू मैच रोहित के टी20 डेब्यु 4 सालों बाद खेला गया था। अगस्त 2011 में अपने टी20 करियर का एकमात्र मुकाबला द्रविड़ के द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया।

उस मैच के दौरान दाएं हाथ के इस बल्लेबाज द्वारा 21 गेंदों का सामना करते हुए 3 छक्कों की सहायता से 31 रन बनाए जा सके, जिसके बाद उनके द्वारा टी20 से संन्यास ले लिया गया।

यूसुफ पठान

रोहित के डेब्यू के कुछ समय पश्चात ही ऑलराउंडर खिलाड़ी यूसुफ पठान द्वारा टी20 इंटरनेशनल में अपना पदार्पण किया गया। 24 सितंबर 2007 को टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच के दौरान यूसुफ पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए अपना पहला टी20 मैच खेले। वहीं मार्च 2012 में अपने टी20 करियर का आखिरी मैच यूसुफ पठान दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेले थे।

अपने टी20 करियर के दौरान पठान 22 मैच खेलते हुए 18.15 की औसत की सहायता से 236 रन बनाने में कामयाब रहे, साथ ही गेंदबाजी के दौरान 13 विकेट भी चटकाए। फरवरी 2021 में यूसुफ पठान द्वारा क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी गई।

पार्थिव पटेल

विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात करें, तो वह सिर्फ दो मैचों का ही रहा था। अपना पहला T20I मैच पार्थिव वेस्टइंडीज के खिलाफ जून 2011 में खेले, जबकि अपने करियर का दूसरा और अंतिम मैच इंग्लैंड के विरुद्ध मैनचेस्टर में अगस्त 2011 में खेले थे।

2 टी20 मैचों के दौरान पार्थिव 36 रन बनाने में कामयाब रहे। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज द्वारा दिसंबर 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया गया।

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प्रवीण कुमार

फरवरी 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेलते हुए प्रवीण कुमार द्वारा अपने टी20 इंटरनेशनल करियर का पदार्पण किया गया था। दाएं हाथ के इस मध्यम गति के गेंदबाज द्वारा मार्च 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी टी20 मैच खेला गया।

प्रवीण अपने 10 मैचों के टी20 करियर के दौरान 24.12 की औसत से 8 विकेट बनाने में कामयाब रहे। अक्टूबर 2018 में प्रवीण के द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया गया था।

आशीष नेहरा

दिसंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ इस पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज द्वारा अपना पहला T20I मैच खेला गया था। बाएं हाथ का यह गेंदबाज अपने टी20 करियर के दौरान 27 मुकाबले खेलते हुए 22.29 की औसत की सहायता से 34 विकेट अपने नाम करने में कामयाब रहा।

आशीष नेहरा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2017 में अपना आखिरी टी20 मैच खेलने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।

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इन 4 दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों ने कभी नहीं खेला विश्व कप का एक भी मैच, चयनकर्ताओं ने हर बार किया नजरअंदाज

इन 4 दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों ने कभी नहीं खेला विश्व कप का एक भी मैच, चयनकर्ताओं ने हर बार किया नजरअंदाज

किसी भी टीम में खेलने वाले खिलाड़ी का सबसे बड़ा सपना होता है कि वो अपनी टीम के लिए विश्व कप(WORLD CUP) ज़रूर खेले. कुछ किस्तम वाले खिलाड़ी होते हैं, जिन्हें ये मौका मिल जाता है. वहीं, टीम में खेलने वाले कुछ खिलाड़ियों को ये मौका नहीं मिल पाता है.

हम आपको ऐसे ही पांच दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने टीम के लिए कभी विश्व कप(WORLD CUP) नहीं खेला है.

1. ईशांत शर्मा

भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ ईशांत शर्मा(ISHANT SHARMA) ने टीम इंडिया के लिए तीनों फॉर्मेट में क्रिकेट खेला है. लेकिन आज तक उन्हें टीम के लिए विश्व कप(WORLD CUP) खेलने का मौका नहीं मिल सका.

ईशांत शर्मा भारती टीम के लिए 100 से ज़्यादा टेस्ट मैच खेल चुके हैं. वनडे क्रिकेट में उनकी खराब इकॉनमी और इंजरी ने उन्हें कभी विश्व कप के करीब जाने का मौका नहीं दिया.

2. अंबाती रायडू

साल 2019 के वर्ल्ड कप के बाद चर्चाओं में आने वाले अंबाती रायडू ने आज तक टीम इंडिया के लिए एक भी टी20 वर्ल्ड कप नहीं खेला. साल 2019 में उनकी जगह टीम में विजय शंकर को चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने कुछ बयान दिया और बीसीसीआई से उनके रिशते खराब हो गए थे. इसके बाद से अंबाती रायडू दुबार टीम में वापसी नहीं कर पाए.

3. पार्थिव पटेल

भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल भी इस लिस्ट में शामिल हैं, जिन्होंने आज तक टीम इंडिया के लिए एक भी विश्व कप नहीं खेला है. साल 2002 में टीम इंडिया में डेब्यू करने वाले पार्थिव पटेल को साल 2003 के वनडे विश्व कप में चुना गया, लेकिन राहुल द्रविड़ को उस वक़्त टीम का विकेटकीपर बना दिया गया.

4. वीवीएस लक्ष्मण

नेशनल क्रिकेट अकेडमी के प्रमुख वीवीसएस लक्ष्णम भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल हैं. वीवीएस लक्ष्मण ने कभी टीम इंडिया के लिए विश्व कप नहीं खेला है. वीवीएस ने टीम इंडिया के लिए कुल 86 वनडे मैच खेले हैं.