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IPL 2023: पिछले साल इन 3 खिलाड़ियों पर हुई थी पैसो की बारिश, नीलामी में तोड़े थे रिकॉर्ड, इस बार नहीं मिलेगा कोई खरीददार

IPL 2023 AUCTION

इन दिनों IPL को लेकर पूरे देश में माहौल गरमाया हुआ है। पिछले दिनों आईपीएल की फ्रेंचाइजियों ने रिटेन और रिलीज खिलाड़ियों की लिस्ट सौंपी थी। इन रिलीज खिलाड़ियों में कुछ ऐसे खिलाड़ियों के भी नाम सामने आए है।

जो आगामी सीजन IPL ऑक्शन में हिस्सा लेंगे। लेकिन इन खिलाड़ियों में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी शामिल है जो पिछले सीजन में बड़े महंगे साबित हुए थे लेकिन इस सीजन में उन खिलाड़ियों पर बोली लगना बेहद मुश्किल है। आईये जानते है ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में।

1. ओडियन स्मिथ

ओडियन स्मिथ को पिछले IPL  ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने 6 करोड़ रुपये में खरीदा था। लेकिन स्मिथ ने अपने प्राइज के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। उन्हें IPL  में 6 आईपीएल मैच में 11 की इकोनॉमी से 6 विकेट हासिल किए।

वें अपने बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन नहीं कर पाए। जिसके कारण पंजाब ने इस साल आॅक्शन के पहले उन्हें रिलीज कर दिया। अब उनके प्रदर्शन को देखकर लग नहीं रहा है कि कोई भी आईपीएल टीम उन्हें फिर से खरीदने में दिलचस्पी दिखाएगी।

2. रोमारियो शेफर्ड

रोमिरियो शेफर्ड वेस्टइंडीज के आलराउंडर है। पिछले साल आईपीएल ऑक्शन में उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 7 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया था। लेकिन रोमिरियो अपने प्राइज टैग के साथ न्याय नहीं कर पाए और पूरे सीजन में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित भी नहीं कर पाए।

उन्होंने आईपीएल में 6 मैच खेले। जिसमें उन्होंने 141.46 की स्ट्राइक रेट से महज 58 रन बनाए। वहीं गेंदबाजी में में भी महंगे साबित हुए। उन्होंने 10.86 की स्ट्राइक से सिर्फ 3 विकेट चटकाए। जिसके कारण इस साल आॅक्शन के पहले हैदराबाद की टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया। अब हालिया प्रदर्शन का एक बार फिर आईपीएल में इतना महंगा बिकना बहुत मुश्किल है।

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3. निकोलस पूरन

निकोलस पूरन वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज और विकेटकीपर है। उन्हें उनकी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। जिसके कारण पिछले साल आईपीएल ऑक्शन में हैदराबाद की टीम ने 10.75 करोड़ रुपये में खरदीकर अपनी टीम में शामिल किया था और टीम को उम्मीद थी वें टीम के लिए जबर्दस्त प्रदर्शन करेंगे।

लेकिन उन्होंने आईपीएल 2022 में 144.34 की स्ट्राइक से 300 से ज्यादा रन बनाए थे। जो टीम के लिए काफी साबित नहीं हुए। जिसके कारण हैदराबाद की टीम ने उन्हें आईपीएल ऑक्शन के पहले एक बार फिर रिलीज कर दिया। अब उनके हालिया प्रदर्शन को देखकर लगता है कि आईपीएल में इस साल उनका बिकना बहुत मुश्किल है।

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रोहित शर्मा ने बर्बाद किया इस खिलाड़ी का सुनहरा करियर, अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू में जड़ा था शतक, माना जाता था अगला सहवाग

रोहित शर्मा

भारतीय क्रिकेट टीम शुरू से अपनी बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है। भारत में हर समय ऐसे बल्लेबाज उभर कर सामने आते हैं जो दुनिया भर के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हैं। चाहे फिर सुनील गावस्कर हो, सचिन तेंदुलकर हो, राहुल द्रविड हो या फिर वर्तमान में विराट कोहली और रोहित शर्मा हो। सभी बल्लेबाजों ने अपनी बल्लेबाजी से पूरी दुनिया में लोहा मनवाया है।

रोहित शर्मा के कारण नहीं मिल रहा मौका, इस खिलाड़ी को मौका

इस समय भी भारतीय टीम में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज है। लेकिन इसके बावजूद भारतीय क्रिकेट जगत में कुछ ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। जिन्हें मौका ना मिलने के कारण उनका करियर खत्म होता हुआ नजर आ रहा है। एक ऐसा ही क्रिकेटर है, पृथ्वी शॉ। जो अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है।

पृथ्वी ने साल 2018 में भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में तूफानी शतक जड़कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने आगमन का आगाज कर दिया था। लेकिन इसके बाद कुछ मैचों में तो उन्हें मौका मिला। कुछ समय बाद वह चोटिल हो गए साथ ही डोपिंग के टेस्ट में भी फेल हो गए। जिसके कारण वह भारतीय टीम से बाहर हो गए। अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तान रोहित शर्मा के कारण ज्यादा मौके नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में करियर खत्म होता नजर आ रहा है।

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डेब्यू में ही जड़ दिया था शतक

पृथ्वी शॉ ने अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से 5 टेस्ट, 6 वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है। जिसमें उन्होंने टेस्ट में 42.4 की औसत से 339 रन, 6 वन-डे मैच में 31.5 की औसत से 189 रन और 1 टी20 मैच में 0 रन बनाया है। पृथ्वी ने इस साल आईपीएल में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने दिल्ली की ओर से खेलते हुए इस सीजन 10 मैचों में 283 रन बनाए थे। इसके अलावा वें इस समय घरेलू क्रिकेट में भी जबरदस्त फाॅम में चल रहे हैं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 7 मैचों में 251 रन बनाए।

इतने जबरदस्त प्रदर्शन के बावजूद पृथ्वी शॉ को भारतीय क्रिकेट टीम में ज्यादा मौके नहीं मिल रहे हैं। जो कि एक निराशाजनक चीज है। बहरहाल देखने वाली बात होगी कि अब आगे उन्हें कब भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना का मौका मिलता है।

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IPL के सामने कही नहीं टिकता PSL, अकेले राशिद खान पूरे PSL के 3 गुना IPL में लेते है सैलरी, देखें दोनों लीग में अंतर

IPL vs PSL

टी20 विश्व कप होने के बाद अब दुनिया भर में टी20 क्रिकेट लीग का सीजन शुरू होने जा रहा है। इसकी शुरुआत आगामी महीने में आस्ट्रेलिया की घरेलू टी20 लीग बिग बैश से शुरू होगी। जो अगले साल मई जून में आईपीएल के खत्म होने तक चलेगा। इस दौरान बिग बैश, साउथ अफ्रीका टी20 लीग पीसीएल सहित कई लीग्स शामिल हैं।

इन सभी टी20 लीग्स की तुलना अक्सर आईपीएल से की जाती है। खासतौर पर पाकिस्तान के पीसीएल और भारत के आईपीएल की। आज हम भी आपको आईपीएल और पीसीएल से जुड़े अंतर के बीच एक बहुत बड़ी बात बताने वाले हैं।

विजेता राशि में भी काफी अंतर

जहां पाकिस्तान के पीसीएल की विजेता टीम को ट्रॉफी को जीतने के बाद 3.40 करोड़ की ईनामी राशि मिलती है। तो वही आईपीएल की विजेता टीम को 20 करोड़ रुपये की राशि मिलती है। वही अगर हम खिलाड़ियों की भी बात करें तो पीसीएल के पिछले सीजन की विजेता टीम लाहौर कलंदरस की ओर से खेलने वाले राशिद खान को विजेता बनने पर 3.40 करोड़ रुपये मिले। वही उसी साल आईपीएल की विजेता टीम गुजरात टाइंटस की ओर से खेलने पर राशिद खान को 15 करोड़ रुपये की राशि मिली।

इससे पता चलता है कि आईपीएल और पीसीएल में कितना अंतर है। इसके अलावा वहीं अगर खिलाड़ियो के स्तर पर देखें तो इस लीग में बेहद कम मौजूदा खिलाड़ी नजर आते हैं। वहीं आईपीएल में लगभग विदेशी खिलाड़ी अपने-अपने टीमों की प्लेइंग इलेवन में ही नजर आते हैं। जिसके कारण ही ये तुलना हर तरह से बेमानी नजर आती है।

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व्यूरशिप में भी काफी अंतर

वही अगर हम व्यूरशिप की भी बात करें तो आईपीएल और पीसीएल की व्यूरशिप में काफी अंतर होता है। आईपीएल में हर साल लगभग 300 मिलियन से ज्यादा दर्शक देखते हैं। वही पीसीएल को लगभग 100 मिलियन लोग ही देखते हैं। इससे भी पता चलता है कि आईपीएल और पीसीएल में कितना अंतर है।

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‘धोनी को दावत में न बुलाने के कारण खराब हुआ मेरा करियर’, संन्यास के लम्बे समय के बाद मोहम्मद कैफ का बड़ा खुलासा

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मोहम्मद कैफ भारतीय टीम के वो क्रिकेटर जो एक समय भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज हुए करते थे। लेकिन साल 2007 के बाद उनका करियर एकदम से समाप्त हो गया। कैफ को हमेशा साल 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में खेली गई।

उनकी पारी के कारण उनको याद किया जाएगा। उन्होंने फाइनल में 87 रन की पारी खेलकर भारतीय टीम को चैंपियन बनाया था। लेकिन इसके बाद जब से धोनी ने कप्तानी संभाली तो उनका करियर अचानक से खत्म हो गया।

पूरी टीम को बुलाया था दावत पर

मोहम्मद कैफ सौरव गांगुली के पसंदीदा क्रिकेटरों में से एक माने जाते थे। उन्होंने साल 2006 में एक सीरीज के दौरान पूरी टीम को अपने घर में दावत पर बुलाया था। जिसमें दिग्गज खिला़ड़ियो के साथ युवा चेहरे भी शामिल थे। दावत में उनके घर में 2 अलग-अलग कमरों में खिलाड़ियो को बैठाया गया। सीनियर खिलाड़ी एक कमरे में तो वहीं युवा खिलाड़ियो को अलग कमरे में बैठाया गया था।

इस किस्से को लेकर मोहम्मद कैफ ने बताया था कि उन्होंने उस दावत के दौरान युवा खिलाड़ियों को अलग कमरे में बैठाया था। उसको लेकर उन्होंने बताया कि मैं उस समय बहुत नर्वस था, जब सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे बड़े क्रिकेटरों को मैंने डिनर के लिए बुलाया था। साथ में तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल भी मौजूद थे। मुझे लगा मैं कैसे उनको अटेंड करूंगा। मेरा सारा ध्यान तेंदुलकर और गांगुली जैसे बड़े क्रिकेटरों की मेजबानी में था।

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धोनी ने भी कहा था मैं भी नहीं रखूंगा ध्यान

उस दावत में मोहम्मद कैफ ने महेंद्र सिंह धोनी को नहीं बुलाया था। अपने एक इंटरव्यू में मोहम्मद कैफ ने कहा था कि उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को उस समय बिरयानी नहीं खिलाई थी। जिसके कारण ही एम एस धोनी के कप्तान बनने के बाद उनकी वापसी नहीं हुई।

इसके साथ ही माही ने कैफ पर तंज कसकर कहा था कि उन्होंने अपने घर में ख्याल नहीं रखा अब वो जब मेरे घर आयेंगे तो मैं उनका ख्याल नहीं रखूंगा। मजाकिया अंदाज में एक बार कैफ ने कहा था कि इस वजह से 2007 में धोनी जब कप्तान बने तो मैं टीम में वापसी नहीं कर सका, वो हमेशा मुझे याद दिलाते रहते हैं कि जब वो घर आए थे तो मैंने उनका अच्छे से ध्यान नहीं रखा था।

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भारतीय क्रिकेट टीम के इन 3 महान खिलाड़ी के बेटे टीम इंडिया में है डेब्यू को तैयार, कर सकते हैं पिता जैसा नाम

सचिन तेंदुलकर अर्जुन तेंदुलकर

भारतीय क्रिकेट ने दुनियाभर में क्रिकेट को प्रसिद्ध बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। फिर चाहे 80 के दशक में कपिल देव सुनील गावस्कर की बात हो या फिर 2000 के दशक में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड और सौरव गांगुली हो या फिर कोई अन्य भारतीय सितारे हो। इसके अलावा हाल के समय में विराट कोहली और रोहित शर्मा हो।

सभी ने टीम इंडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। अब भारतीय क्रिकेट के इसी इतिहास को आगे बढ़ाने के लिए कुछ पूर्व क्रिकेटरों के बेटे भी भविष्य में आने वाले में भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहते हैं। जिसके लिए सभी ने तैयारियां शुरू कर दी। आज हम आपको ऐसे ही तीन पूर्व क्रिकेटरों के बेटे के बारे में बताने वाले हैं।

1. अर्जुन तेंदुलकर

अर्जुन तेंदुलकर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे है। अर्जुन तेंदुलकर एक आलराउंडर के तौर पर खेलते हैं। वें पिछले कुछ सालों से लगातार भारतीय घरेलू क्रिकेट में नजर आ रहे हैं। उन्होंने मुंबई की ओर से घरेलू क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके अलावा वें पिछले दो सीजन से मुंबई इंडियसं की टीम में भी शामिल है। हालांकि अब तक उन्हें आईपीएल पदार्पण का मौका नहीं मिला है। वें जल्द ही भारतीय क्रिकेट की ओर से खेलते हुए नजर आ सकते हैं।

2. समित द्रविड़

समित द्रविड़ राहुल द्रविड के बेटे है। वें अपने पिता की तरह ही बल्लेबाजी करते हैं। वह अक्सर अपने खेल से लगातार फैंस और दिग्गजों को आकर्षित कर रहे हैं। उनकी तकनीक और शाॅट्स बिल्कुल राहुल द्रविड़ की तरह ही होते हैं। समित की क्रिकेट में परफॉर्मेंस देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि वो आने वाले समय में भारतीय टीम के लिए खेल सकते हैं।

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3. आर्यन बांगड़

इन दोनों के अलावा एक और पूर्व भारतीय क्रिकेटर का बेटा घरेलू क्रिकेट में काफी सुर्खियां बटोर रहा हैं। वह है पूर्व क्रिकेटर संजय बांगड के बेटे आर्यन बांगड। जिन्होंने हाल ही में कूच बिहार ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन दिखाया था।

इसके अलावा इस ऑलराउंडर खिलाड़ी आर्यन बांगड़ को काउंटी क्रिकेट की जूनियर टीम में लिसेस्टरशायर के साथ करार किया गया है। ऐसे में ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि, आने वाले वक्त में वो भी टीम इंडिया के लिए जल्दी नजर आ सकते हैं।

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तीसरे वनडे में शिखर धवन को सुधारनी होगी अपनी सबसे बड़ी गलती, नहीं सुधारी तो भारत का सीरीज हारना तय

shikhar dhawan

शिखर धवन: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज़ का तीसरा और अंतिम मैच बुधवार को क्राइस्टचर्च के हेंग्ली ओवल में खेला जाएगा। इस समय सीरीज में न्यूजीलैंड की टीम 1-0 से आगे है। यह मैच भारतीय टीम के लिए करो या मरो की स्थिति वाला होगा। यदि टीम इंडिया यह मैच जीत लेती है, तो सीरीज़ 1-1 से बराबर हो जाएगी। इस मैच के लिए भारतीय टीम एक बहुत बड़ा बदलाव कर सकती है।

ऋषभ पंत का खराब फॉर्म जारी

इस मैच के पहले हुए सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय टीम के कप्तान शिखर धवन ने एक बहुत बड़ी गलती की थी। कप्तान शिखर धवन ने बारिश बाधित दूसरे मैच में संजू सैमसन की जगह ऋषभ पंत को मौका दिया था। जिसे कई लोगों ने शिखर धवन की बहुत बड़ी गलती मानी थी, क्योंकि ऋषभ पंत इस समय बेहद खराब फॉर्म में चल रहे हैं। उनके बल्ले से बिल्कुल भी रन नहीं निकल रहे हैं।

उन्होंने अब तक न्यूजीलैंड के दौरे पर खेले 4 मैच (2 टी20 और 2 वनडे मैचों) की तीन पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं बना पाए हैं। जिसमें दो पारियों में उन्होंने ओपनिंग भी की थी। ऋषभ पंत ने खेले पहले वन-डे मैच में भी 15 रन बनाए थे। हालांकि दूसरे वन-डे मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।

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संजू सैमसन को मिलना चाहिए मौका

कप्तान शिखर धवन को यदि तीन वन-डे मैचों की सीरीज़ 1-1 से बराबर करनी है तो टीम को अंतिम वनडे मैच में ऋषभ पंत की जगह संजू सैमसन को जरूर शामिल करना चाहिए। संजू सैमसन को सीरीज के पहले मैच में मौका मिला था। जहां उन्होंने 38 गेंदों पर 36 रन बनाए। उनकी पारी यह एक मुश्किल भरी परिस्थितियों में आती थी।

उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 100 रन से अधिक की साझेदारी की थी, जिसके कारण टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 306 रन बनाए थे।

उनकी इस पारी के बाद सभी ने उनकी इस पारी की काफी तारीफ की थी। जिसके बाद दूसरे वन-डे में मौका मिलने के चांस थे, लेकिन कप्तान ने ऋषभ पंत को शामिल कर लिया था। अब यदि टीम को सीरीज जीतनी है, तो उन्हें अपनी पुरानी बड़ी गलती को सुधारना होगा।

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जानिए कौन है एक ओवर में 43 रन लुटाने वाले शिवा सिंह, 360 डिग्री गेंदबाजी के लिए हैं फेमस, भारत को बना चुके हैं विश्व विजेता

SHIVA SINGH

क्रिकेट जगत में कुछ खिलाड़ी अपने रिकॉर्ड बनाने के कारण सुर्खियां बटोरते है तो कुछ खिलाड़ियों के विरूद्ध रिकॉर्ड बनने के कारण वें खिलाड़ी सुर्खियां बटोरते है। इन दोनों ऐसे ही दो खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट जगत में काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं। वह खिलाड़ी हैं रितुराज गायकवाड़ और शिवा सिंह। जहां गायकवाड़ ने एक 43 रन बनाकर सुर्खियां बटोर रहे तो वही शिवा सिंह एक ओवर में 43 रन लुटाकर सुर्खियां बटोर रहे हैं।

रितुराज के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन शिवा सिंह के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं कि वह कौन है, कहां से और किस टीम से खेलते हैं। आज हम इन सवालों का जवाब को इस लेख के माध्यम से देने वाले हैं।

अंडर 19 विश्व कप में किया था शानदार प्रदर्शन

शिवा सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ था। उन्होंने बचपन से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। यही कारण था कि महज 17 साल की उम्र में साल 2018 में हुए अंडर 19 विश्व कप में भारतीय टीम में जगह बना ली थी। जहां उन्होंने टीम को विश्व चैम्पियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

शिवा ने उस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले में शिवा सिंह ने 2 विकेट झटककर विपक्षी टीम की कमर तोड़ी थी और टीम चैंपियन बनाकर ही दम लिया था।

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360 डिग्री एक्शन से भी बटोरी थी सुर्खियां

शिवा सिंह अंडर 19 विश्व कप में अपने प्रदर्शन के अलावा 2018 में वह अपने 360 डिग्री एंगल के बाॅलिंग एक्शन कज कारण भी सुर्खियों में थे। उन्होंने सीके नायडू ट्रॉफी में सीके नायडू ट्रॉफी में यूपी के लिए खेलते हुए 360 डिग्री चक्कर लगाकर गेंद डाली थी। अंपायर ने गेंद को डेड बॉल दी। जिसके बाद काफी बवाल खड़ा हुआ था।

इस गेंद का गेंद को लेकर युवराज सिंह से लेकर बिशन सिंह बेदी तक के दिग्गज खिलाड़ियों ने इसपर रिएक्शन दिया था। शिवा सिंह के गेंदबाजी एक्शन पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वाॅन ने भी रिएक्शन भी दिया था और उन्होंने कहा था कि यह एक्शन उनके अनुसार सही है।

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तीसरे वनडे से पहले टिम साउथी ने टीम इंडिया को दी चेतावनी कहा- “आगे का तो पता नहीं लेकिन अभी…..”

TIM SOUTHEE

पूरी दुनिया में क्लब क्रिकेट का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। दुनिया के सभी क्रिकेट बोर्ड अपने अपने देशों की नई घरेलू क्रिकेट लीग शुरू करते जा रहे हैं। इन लीग्स में खेलने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अपनी राष्ट्रीय टीम को छोड़ रहे हैं तो कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं, ताकि वें इन लीग्स में खेल सके। अब इन लीग्स में खेलने को लेकर न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज टिम साउथी का एक बयान काफी चर्चा में है, जो उन्होंने तीसरे वनडे मैच के पहले दिए हैं।

क्रिकेट का परिदृश्य बदल रहा है: टिम साउथी

टिम साउथी न्यूजीलैंड के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं। जो दुनिया भर की कई लीग्स में क्रिकेट खेलते हैं और अपनी टीम न्यूजीलैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी खेलते हुए हैं।

उन्होंने इसको लेकर कहा कि

“पिछले कुछ महीने में क्रिकेट का परिदृश्य बदल चुका है। मेरा न्यूजीलैंड क्रिकेट के साथ अनुबंध है और मैं आईपीएल खेलूंगा। देखते हैं कि आगे क्या होता है, लेकिन दो तीन साल पहले की तुलना में अब बहुत कुछ बदल चुका है।’’

वहीं आपको बता दें कि इस साल हाल ही में आईपीएल के मिनी ऑक्शन में टिम साउदी को अपनी टीम केकेआर ने रिटेन किया। जिसके बाद वह अगले साल 2023 आईपीएल सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलेंगे। जिसको लेकर टिम साउथी ने कहा,

‘‘मैं काफी आगे की नहीं सोचता। आने वाले महीनों में मुझे काफी क्रिकेट खेलनी है, लेकिन सभी खिलाड़ियों को इस बदलते माहौल में सोचना होगा।’’

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रिकॉर्ड बनाने पर गौरवान्वित महसूस किया

वहीं आपको यह भी बता दें भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन वन-डे मैचों की सीरीज़ के पहले वनडे मैच में टिम साउथी ने 3 विकेट लेकर इतिहास रचा था। उन्होंने इस मैच में अपने 200 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विकेट भी पूरे किए थे, जिसके बाद वो टेस्ट में 300 विकेट, एकदिवसीय क्रिकेट में 200 और टी20 क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय तेज गेंदबाज बने थे।

जिसको लेकर उन्होंने कहा,

‘‘यह खास है क्योंकि पहले किसी ने ऐसा नहीं किया है। करियर खत्म होने पर जब आप पीछे मुड़कर देखेंगे तो गौरवान्वित होंगे। मैंने अपने समय का पूरा मजा लिया और उम्मीद है कि आगे कई साल खेलकर और विकेट लूंगा।’’

आगे उन्होंने कहा कि

“वह तीनों प्रारूपों में खेलना जारी रखना चाहते हैं।”

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भारतीय टीम पर बोझ बन गया है ये खिलाड़ी, अब BCCI नहीं देगी और मौका, न्यूजीलैंड सीरीज के साथ ही खत्म होगा करियर!

team india

भारतीय टीम का न्यूजीलैंड दौरा बुधवार को समाप्त हो जाएगा। दोनों टीमों के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का तीसरा और अंतिम मुकाबला क्राइस्टचर्च के हेंग्ली ओवल में खेला जाएगा। इस समय सीरीज में न्यूजीलैंड की 1-0 की बढ़त बनाई हुई है। टीम अपना अंतिम मुकाबला जीतकर सीरीज को अपने नाम करना चाहेगी। वहीं अंतिम मुकाबले में भारतीय टीम जीत हासिल कर सीरीज को 1-1 से बराबर करना चाहेगी।

युजवेंद्र चहल बन गए हैं टीम पर बोझ

हालांकि इस मैच के पहले भारतीय टीम को अपनी पुरानी गलतियों से सीखना होगा। टीम को अपने सेलेक्शन में बदलाव करना होगा। टीम को अंतिम मुकाबले में उन खिलाड़ियों को मौका देना होगा जो टीम के लिए परफार्म करें न कि टीम के लिए बोझ बनें। इसलिए टीम के कप्तान शिखर धवन को तीसरे मैच से पहले कड़े फैसले लेने होगें और उन्हें टीम के लिए बोझ बन रहे दिग्गज खिलाड़ियों को बाहर कर अच्छे खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।

इन खिलाड़ियों में सबसे बड़ा नाम उभरकर सामने आ रहा है युजवेंद्र चहल का। जिनका हालिया प्रदर्शन देखकर ऐसा लगता है जैसे वह टीम के लिए बोझ बन गए हैं। उन्होंने पहले मैच में 10 ओवर में 67 रन दिए और कोई भी विकेट हासिल नहीं किया था। इसके अलावा अब टी20 सीरीज़ में भी कुछ खास नहीं कर सके। जिसके बाद उन्हें अब टीम से बाहर किया जा सकता है। टीम उनकी जगह कुलदीप यादव को शामिल कर सकती है।

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ऋषभ पंत का भी कट सकता है पत्ता

इस समय जैसा टीम में हाल युजवेंद्र चहल का वैसा ही हाल ऋषभ पंत का भी है। रिषभ इस समय बेहद खराब फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने अब तक इस दौरे पर चारी पारी खेली है लेकिन एक भी पारी में 50 रन का आकड़ा पार नहीं कर पाए हैं। जिसके कारण ऐसा लग रहा है कि वह टीम के लिए बोझ बन चुके हैं।

इसके अलावा उनकी टीम तीसरे वनडे मे संजू सैमसन को मौका दे सकती है। जिन्होंने पहले वन-डे मैच में शानदार 31 रन की पारी खेली थी।

संभावित भारतीय टीम – शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन ( विकेटकीपर), दीपक हुड्डा, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, उमरान मलिक, अर्शदीप सिंह और दीपक चाहर.

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ये है IPL इतिहास का सबसे तेज गेंद फेंकने वाले टॉप 3 गेंदबाज, लिस्ट में एक भारतीय खिलाड़ी भी शामिल

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इन दिनों IPL को लेकर चर्चा जोरों पर है। अगले महीने 23 दिसंबर को आईपीएल का मिनी ऑक्शन होना है। इसके बाद आईपीएल के अगले सीजन की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू हो जाएगा।

हर साल IPL में कई रिकार्ड बनते है और टूटते हैं। लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं जो बहुत कम टूटते हैं। कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड है, आईपीएल में सबसे तेज गेंद फेंकने वालों गेंदबाजों के बारे का। जो अब तक कई बार IPL  में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकार्ड दर्ज करा चुके हैं।

शाॅन टेट

जब भी क्रिकेट में स्पीड की बात की तो सभी के जहन में सबसे पहला नाम आता है आस्ट्रेलिया के शाॅन टेट का। जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे।

शाॅन टेट ने अपनी तेज गेंदबाजी का करिश्मा आईपीएल में दिखाया है। उन्होंने आईपीएल में राजस्थान राॅयल्स की ओर से खेलते हुए साल 2010 में 157.7 प्रति घंटे की रफ्तार से तेज गेंद फेंकी। जो भी आईपीएल इतिहास की सबसे तेज गेंद होने का रिकॉर्ड दर्ज है।

लॉकी फर्ग्यूसन

लाॅकी फर्ग्यूसन दुनिया के सबसे गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं। वें आईपीएल में गुजरात टाइटंस और कोलकाता नाईट राइडर्स का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

उन्होंने गुजरात टाइटंस की ओर से खेवते हुए इस साल IPL के इतिहास की दूसरी सबसे तेज गेंद 157.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी थी। जो कि गोली की रफ्तार से गई थी। अब अगले सीजन में एक बार फिर लाॅकी अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी केकेआर की ओर से खेलते हुए दिखाई देंगे।

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उमरान मालिक

उमरान मालिक भारत के तेजी से उभरते हुए तेज गेंदबाज है। वह इस समय गोली की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं। इसका उदाहरण हमें पिछले आईपीएल सीजन में देखने को भी मिला था।

उन्होंने आईपीएल के कई मैचों में 150 से ज्यादा की रफ्तार से गेंदें फेंकी थी। उन्होंने इस साल आईपीएल में आईपीएल के इतिहास की तीसरी सबसे तेज गेंद 153.63 फेंकी थी। उनकी तेज रफ्तार की गेंदों के कारण ही उन्हें आईपीएल की फ्रेंचाइजी हैदराबाद ने इस साल रिटेन कर लिया है।

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