भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) विश्व के अमीर क्रिकेट बोर्ड में शामिल है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों की सालाना इनकम करोंड़ों में होती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय कप्तान रोहित शर्मा हैं जिन्हें बीसीसीआई की तरफ से केन्द्रीय अनुबंध में ए प्लस वाले खिलाड़ियों में शामिल किया गया है। इसके लिए उन्हें 7 करोंड़ रूपये सालाना मिलते हैं। बीसीसीआई मैच फीस के रूप में टेस्ट मैच के लिए उन्हें 15 लाख रूपये देती है। वहीं, वनडे और टी20 के लिए उन्हें क्रमशः 6 और 3 लाख रुपये प्रति मैच मिलते हैं।
पाकिस्तानी प्लेयर्स की सैलरी में होगा इजाफा
लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों की नेट वर्थ भारतीय खिलाड़ियों के मुकाबले काफी कम है। इस बीच खबर आ रही है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अपने खिलाड़ियों पर मेहरबान होने जा रहा है। बोर्ड प्लेयर्स की सैलरी में इज़ाफा करने जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जका अशरफ ने हाल ही में क्रिकेट पाकिस्तान को दिए एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि बोर्ड पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाने की तैयारियों में जुटा है।
ए-क्लास प्लेयर्स को मिलेंगे इतने लाख रुपये
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम, स्टार बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी सहित तीनों प्रारूपों के शीर्ष क्रिकेटरों को पीसीबी की तरफ से 45 लाख पाकिस्तानी रुपए (लगभग 13 लाख भारतीय रुपए) देने की चर्चाएं हैं। ये पैसा खिलाड़ियों को मंथली रिटेनरशिप के तौर पर दिया जाएगा। इससे पहले रेड बॉल क्रिकेट के खिलाड़ियों को हर महीने लगभग 11 लाख पाकिस्तानी रुपए मिलते थे। वहीं, व्हाइट बॉल वाले खिलाड़ियों को करीब 9 लाख पाकिस्तानी रुपए दिए जाते थे।
विदेशी लीग में शामिल हो सकेंगे खिलाड़ी
मालूम हो कि पीसीबी सैलरी के अलावा पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इंटरनेशनल लीग में शामिल होने के प्रति उदारता दिखा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ए क्लास क्रिकेटरों को प्रति वर्ष एक टी20 लीग में शामिल होने की इजाजत होगी। वहीं, बी क्लास में आने वाले क्रिकेटरों को सालाना दो लीग में भाग लेने की अनुमित होगी। सी क्लास वाले क्रिकेटर प्रति वर्ष तीन लीग में भाग ले सकेंगे। इस संबंध में क्रिकेट तकनीकी समिति के प्रमुख मिस्बाह-उल-हक पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ बातचीत में जुटे हुए हैं।