महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के महानतम कप्तानों में से एक थे। उन्होंने आईसीसी के सभी टूर्नामेंट एक कप्तान के तौर पर जीते, सभी खिलाड़ी धोनी की कप्तानी के मुरीद थे। अक्सर कई खिलाड़ी धोनी की कप्तानी से जुड़े किस्से शेयर करते हैं। ऐसा ही कुछ क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने किया।
सचिन तेंदुलकर ने किया खुलासा
सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में इंफोसिस के द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में धोनी की कप्तानी के शुरुआती दौर को लेकर बताया कि शुरुआत में भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों के होने के बावजूद उन्होंने धोनी को ही कप्तान बनाने की बीसीसीआई से क्यों मांग की।
उन्होंने कहा,
“हम इंग्लैंड में थे जब मुझे कप्तानी की पेशकश की गई थी। मैंने कहा कि हमारे पास टीम में एक बहुत अच्छा लीडर है जो अभी भी जूनियर है और वह ऐसा व्यक्ति है, जिसे आपको करीब से देखना चाहिए। मैंने उसके साथ बहुत सारी बातचीत की है, विशेष रूप से मैदान पर जहां मैं पहली स्लिप में फिल्डिंग करता हूँ। उस दौरान मैं उनसे पूछता, आप क्या सोचते हैं? हालांकि राहुल कप्तान थे, लेकिन मैं उनसे भी पूछूंता लेकिन मुझे जो प्रतिक्रिया धोनी से मिलती थी वह बहुत संतुलित, शांत और बहुत परिपक्व होती थी।”
धोनी के ही नेतृत्व में लिया संन्यास
सचिन तेंदुलकर ने आगे कहा,
“अच्छी कप्तानी करना विपक्षी कप्तान से एक कदम आगे रहने से है। जैसा कि हम कहते हैं कि जोश से नहीं होश से खेलों वैसा वो कहता था। वो भी तब जब वो खुद जूनियर था। वह शुरुआत से बहुत स्मार्ट था। आपको 10 गेंदों में 10 विकेट नहीं मिलेंगे। यह तुरंत नहीं होता, आपको इसकी योजना बनानी होगी। दिन के अंत में, स्कोरबोर्ड मायने रखता है। उसमें मैनें कप्तानी के सभी गुण देखें इसलिए, मैंने उसके नाम की सिफारिश की।”
आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने साल 2011 में धोनी की कप्तानी में विश्व कप का खिताब जीता और इसके बाद साल 2013 में धोनी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा।
Published on December 22, 2022 5:17 pm