ICC टी20 वर्ल्ड कप में कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं. ये बात खुद टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बताया. उन्होंने बताया विराट कोहली जल्द ही टेस्ट और वनडे से भी कप्तानी छोड़ सकते हैं. टी20 वर्ल्ड कप के बाद रवि शास्त्री ने टीम से मुख्य कोच पद का कार्यकाल पूरा हो गया है.
बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए छोड़ेंगे कप्तानी
रवि शास्त्री ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि वह बेहतर कार्यप्रबंधन के लिए अन्य फॉर्मेट से भी कप्तानी छोड़ सकते है. उन्होंने बात कटे हुए कहा कि,
‘टेस्ट क्रिकेट में उनकी कप्तानी में भारत पिछले 5 साल से शीर्ष पायदान पर काबिज है. जब तक वह मानसिक रूप से थके हुए महसूस नहीं करेंगे, तब तक वह कप्तानी छोड़ना नहीं चाहेंगे. वह हालांकि निकट भविष्य में बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ सकते हैं.’
उन्होंने कहा “यह तुरंत नहीं होगा, लेकिन ऐसा हो सकता है. सफेद गेंद के क्रिकेट के साथ भी ऐसा हो सकता है. वह कह सकते हैं कि वह अब सिर्फ टेस्ट कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.’
सबसे फिट कोहली को बताया
शास्त्री ने कोहली को सबसे फिट क्रिकेटर करार देते हुए कहा,
‘बहुत से सफल खिलाड़ियों ने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ दी है.’ ‘विराट में खेल में अच्छा करने की भूख निश्चित रूप से बरकरार है, वह टीम में किसी से भी ज्यादा फिट हैं, इस बारे में कोई शक नहीं. जब आप शारीरिक रूप से फिट होते हैं, तो खेल में आपकी उम्र बढ़ती है. कप्तानी के मामले में, यह उनका फैसला होगा, लेकिन मैं देखता हूं कि वह सफेद गेंद के क्रिकेट को ना कह सकते हैं लेकिन लाल गेंद क्रिकेट में खेलना जारी रखना चाहिए. वह टेस्ट क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ एंबेसडर रहे हैं.’
अलग अलग फॉर्मेट में अलग कप्तान बनाने पर जोर दिया और उन्होंने कहा, ‘ऐसे समय में अलग-अलग कप्तान होना जरूरी है क्योंकि इससे खिलाड़ी पर दबाव कम होगा. मुझे लगता है कि बहुत सारे खिलाड़ी ब्रेक लेना चाहते हैं. आपको समय-समय पर खेल से आराम देने की जरूरत होगी.’
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कपिल देव के बयान पर दिया रिएक्शन
पूर्व भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव के बयान, खिलाड़ियों पर देश से ज्यादा आईपीएल को तरजीह देने के आरोप पर बोलते हुए कहा, ‘‘अप्रैल में आईपीएल के स्थगन के बाद उनके पास (बीसीसीआई) कोई विकल्प नहीं था. मुझे नहीं लगता कि भविष्य में फिर ऐसा होगा. जहां तक कपिल की बात है तो वह आईपीएल के कार्यक्रम को लेकर सही हैं क्योंकि इससे खिलाड़ियों की थकान बढ़ी.’