khushi dubey

खुशी दुबे लंबे समय के बाद जेल से रिहा हुई हैं। जिसके बाद सबसे पहले वह अपने पनकी स्थित मायके पहुंची जहां पर उन्होंने पहले अपने देहरी के पैर छुए उसके बाद घर के अंदर प्रवेश किया और उनकी मां ने मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया। जिसके बाद उनकी बड़ी बहन नेहा के  बच्चों ने उन्हें गले लगा लिया। खुशी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उस रात मेरे पति अमर मेरे साथ ही थे। जब पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या विकास से अमर के संबंध थे?

इस पर खुशी ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। उन्होंने कहा कि 30 महीने जेल के अंदर मेरे लिए सबसे कठिन पल थे। बाहर आने के बाद थोड़ी खुशी हो रही है।

उन्होंने कहा कि

“मुझे वकील बनना है। चारों ओर गोली की आवाज सुनाई दे रही थी। मैं उस परिवार को भी ठीक तरीके से समझ नहीं पाई थी और मेरे ऊपर गंभीर आरोप लगाकर मुझे दे जेल भेज दिया गया। मैंने पहली और आखिरी बार अपनी शादी के दिन विकास को देखा था।”

शिवाकांत ने कहा खुशी के खिलाफ सुबूत गढ़े गए हैं जुटाए नहीं गए

बता दें कि  खुशी  के खिलाफ 17 धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले थे। खुशी के वकील शिवाकांत ने कहा कि

“उनके खिलाफ सबूत जुटाए गए। उन्हें न्याय पर पूरा भरोसा है। खूशी को न्याय जरूर मिलेगा।”

वहीं खूशी की रिहाई के खबर के बाद शनिवार को पुलिस की निगाह क्षेत्र की गतिविधियों पर बनी रही।

खुशी का माँ ने कही बड़ी बात

खुशी दुबे की मां ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ने कहा कि

“मेरी बेटी निर्दोष है, इसलिए कोर्ट ने उसे जमानत दे दी है। मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है कि आगे खुशी को न्याय मिलेगा। अभी आगे क्या करना कुछ सोचा नहीं है।”

वहीं खुशी के वकील शिवाकांत ने कहा कि

“खुशी पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था बल्कि उनके पास कोई ठोस सबूत नहीं थे, वह बाइज्जत बरी होंगी न्यायालय पर पूरा भरोसा है।”

ये भी पढ़ें-कौन है दुनिया का मौजूदा समय का सबसे ज्यादा खौफनाक गेंदबाज, बल्लेबाज के छुटते हैं पसीना, भारत के दीवार चेतेश्वर पुजारा ने बताया नाम

Published on January 22, 2023 10:47 pm