भारत और बांग्लादेश के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज का पहला मैच कल शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेला गया. इस रोमांचक मैच में भारत को बांग्लादेश ने एक विकेट से हरा दिया. इससे पहले बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और भारत को 186 रन पर रोक दिया.
इसके बाद बांग्लादेश ने एक विकेट शेष रहते इस स्कोर को प्राप्त कर लिया और भारत को एक जख्म दे दिया. आइए इस लेख में बात करते है भारत की हार तीन बड़े कारण.
बल्लेबाजों का फ्लॉप शो
भारत की हार का सबसे बड़ा कारण यह था कि इस मैच में भारत का टाॅप आर्डर पूरी तरह से बिखर गया. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए. लंबे समय बाद एकदिवसीय क्रिकेट मे वापसी कर रहे विराट कोहली भी 9 रन बनाकर शाकिब अल हसन के शिकार बन गए. कप्तान रोहित भी सिर्फ 27 रन बना सके. श्रेयस अय्यर के बल्ले से भी 29 रनों की साधारण पारी नकली.
आलराउंडर नही चले
भारत ने इस मैच में चार स्पेशलिस्ट ऑलराउंडर खिलाया था. लेकिन इन हरफ़नमौला खिलाड़ियों में से कोई भी बढ़िया बल्लेबाजी नही कर पाया. वाशिंगटन सुंदर सिर्फ 14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. शहबाज अहमद और दीपक चाहर तो खाता भी नही खोल सके. वहीं शार्दुल ठाकुर के बल्ले से सिर्फ दो रन निकले.
अंतिम विकेट की साझेदारी नहीं तोड़ सके भारतीय गेंदबाज
भारत ने जवाब में शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया. भारत ने बंग्लादेश के 9 विकेट 136 रप पर ही गिरा दिए थे. लेकिन इसके बाद अंतिम विकेट के लिए मुस्तफिजुर और मेंहदी हसन मिराज के बीच मैच जिताऊ साझेदारी हुई. मेंहदी हसन मिराज ने 39 गेंदो में 4 चौके और 2 छक्को की मदद से 38 रनों की पारी खेली.
इस पारी के लिए उनको मैन ऑफ द मैच का अवार्ड भी मिला. भारतीय गेंदबाजों की यह समस्या हमेशा से रही है कि अंतिम विकेट वह जल्दी नही ले पाते है. इस समस्या के वजह से भारत यह मैच हार गया.
Published on December 4, 2022 11:50 pm