भारत और पाकिस्तान 23 अक्टूबर को एक-दूसरे के खिलाफ मेलबर्न के क्रिकेट ग्राउंड पर खेलेंगे. इस मैच को लेकर दोनों ही टीमों में और दोनों ही देशों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. भारतीय टीम चाहती है कि जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज करें और पिछली हार का बदला ले, लेकिन भारत और जीत के बीच एक समस्या खड़ी है, आइए इस समस्या के बारे में विस्तार में बात करते हैं.
क्या है भारत की कमी
इस मुद्दे पर लगातार बात हो रही है कि भारतीय टीम किन तेज गेंदबाजों के साथ उतरे. अलग-अलग एक्सपर्ट्स अलग-अलग सुझाव दे रहे हैं. भारत के पास विकल्प के रूप में चार तेज गेंदबाज इस प्रकार हैं.
मोहम्मद शमी, हर्षल पटेल, भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह. इन चारों में हर्षल पटेल इस समय सबसे ज्यादा चिंता का विषय बने हुए हैं. हर्षल ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होम सीरीज में खूब रन दिए थे.
इसके साथ-साथ उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के साथ प्रैक्टिस मैच में भी कुछ ख़ास प्रदर्शन नही किया था. इसलिए भारत को भुवनेश्वर, अर्शदीप और मोहम्मद शमी के साथ जाना चाहिए.
भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह पहले से ही टीम के नियमित गेंदबाज हैं और अब तो मोहम्मद शमी भी लय में आ गए हैं. मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वार्म-अप मैच में तीन विकेट लेकर अपने अच्छे फार्म का ऐलान कर दिया था.
19 वां ओवर बन चूका है भारत के लिए काल
एशिया कप में भारत के लिए 19 वां बहुत महंगा साबित हो रहा था. यह डर रोहित शर्मा को टी-ट्वेंटी के लिए भी सता रहा है. इस मामले में इरफ़ान पठान बहुत ही सटीक बात कही थी कि, भुवनेश्वर कुमार को 16 से 20 के बीच सिर्फ एक ओवर ही दीजिए तो बेहतर है. बाकि के ओवर अर्शदीप सिंह और मोहम्मद शमी फेंके. किसी-किसी मैच में एक-आधा ओवर हार्दिक पांड्या भी आखिरी में कर सकते हैं.