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Mukesh Kumar: सेना के टेस्ट में तीन बार फेल, ऑटो चलाने वाले पिता की मौत, सबसे लड़कर टीम इंडिया में बनाई जगह, जानिए कौन है मुकेश कुमार

मुकेश कुमार: अभी दक्षिण अफ्रीका और भारतीय टीम( IND vs SA ) के बीच टी20 सीरीज खेली जा रही है। इसके बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज इन दोनों टीम के बीच होनी है, जिसका पहला मुकाबला 6 अक्टूबर को होगा। भारतीय टीम की घोषणा इस सीरीज के लिए की जा चुकी है।

कप्तानी की बागडोर शिखर धवन के हाथों में होगी। इस टीम में 28 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार( Mukesh Kumar) को भी शामिल किया गया है, जोकि बॉल को दोनों तरफ से स्विंग कराने की काबिलियत रखते हैं।

आखिर कौन है मुकेश कुमार?

बिहार के गोपालगंज में जन्मे मुकेश कुमार के पिता कोलकाता में एक ऑटो चालक थे। मुकेश को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था, और मोहल्ले के बच्चों के साथ शुरुआत से ही वह क्रिकेट खेलते थे। गोपालगंज में एक प्रतियोगिता के दौरान मुकेश 7 मैचों में 35 विकेट लेने में कामयाब रहे। इसके बाद उन्हें जिले की टीम में शामिल किया गया था।

आईपीएल के दौरान दिल्ली कैपिटल्स के नेट्स बॉलर रह चुके मुकेश कुमार अंडर-19 टूर्नामेंट के दौरान बिहार का प्रतिनिधित्व करते नजर आए।

सेना के फिजिकल टेस्ट को तीन बार में भी नहीं कर सके पास

गोपालगंज जिले के ककरकुंड के रहने वाले मुकेश कुमार ने सेना में भर्ती होने के लिए भरसक प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। वह फिजिकल टेस्ट को तीन बार में भी पास करने में नाकाम साबित हुए। उसके बाद 2012 में दुर्घटना का शिकार होने के कारण वह अपने पिता के पास कोलकाता नौकरी करने के लिए चले गए, लेकिन क्रिकेट उनको बहुत अधिक प्रिय था, जिसके चलते उन्होंने क्रिकेट को वहां भी नहीं छोड़ा।

उन्होंने सेकंड डिवीजन लीग और फर्स्ट डिवीजन खेलकर अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करते हुए 2015 में बंगाल के लिए अपना डेब्यू किया।

मुकेश से हुए वकार यूनिस प्रभावित

2014 में ‘विजन 2020’ प्रोजेक्ट के लिए बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा कैंप का आयोजन किया गया था। वहां 200 से 250 खिलाड़ियों के बीच में मुकेश कुमार का चयन भी किया गया था। जब उनका नाम कैंप में अनाउंस हुआ, तो उस समय बाथरूम में होने के कारण वह थोड़ा लेट से पहुंचे, और चयनकर्ताओं को लेट का कारण बताने पर उन्हें गेंदबाजी का मौका दिया गया।

उनकी गेंदबाजी को देखने के बाद वकार यूनिस उनसे बहुत अधिक प्रभावित हुए, जिसके चलते उनका वहां पर सेलेक्शन हो गया।

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पिता की मौत भी नहीं रोक सकी उनके कदम

मुकेश कुमार के पिता का नाम काशीनाथ सिंह था, जिनकी मौत अभी पिछले साल ही हुई है। अपनी पिता की मौत के बाद मुकेश पूरी तरह से टूट गए थे, लेकिन उन्होंने फिर भी अपने शौक को जारी रखा और क्रिकेट खेलते रहे। इसी साल अगस्त के महीने में इंडिया ए टीम के लिए उनका सेलेक्शन भी हो गया।

अभी मुकेश ईरानी कप के दौरान रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए खेल रहे थे। मुकेश के नाम अभी तक 30 फर्स्ट क्लास मैचों में 109 जबकि 18 लिस्ट मैचों में 17 विकेट दर्ज हैं। टी-20 के दौरान भी मुकेश 17 मैचों में 19 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं।

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