सिर्फ कप्तान होने की वजह से खेल रहे हैं ये 3 खिलाड़ी, नहीं तो कब का कर दिए गये होते बाहर
सिर्फ कप्तान होने की वजह से खेल रहे हैं ये 3 खिलाड़ी, नहीं तो कब का कर दिए गये होते बाहर

क्रिकेट के साथ साथ सभी खेलो में टीम के कप्तान (Captain) की सबसे ज़्यादा जिम्मेदारी होती है। जब कोई टीम अंतराष्ट्रीय लेवल पर खेल रही हो तब पूरे देश की निगाहें के साथ सभी लाखो करोड़ो लोगो की उमीदें भी कप्तान और खिलाड़ियों के कंधों पर होती है। ऐसे में जब कोई कप्तान इस बड़ी जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करता है, तो जीत के साथ-साथ हार की जिम्मेदारी भी कप्तान की ही मानी जाती है।

ऐसे में कई खिलाडियों के प्रदर्शन के साथ साथ कप्तान की प्रदर्शन पर भी सारा दामोदार रहता है, जिस वजह से कप्तान पर दबाव आना लाज़मी है। बड़े से बड़ा कप्तान भी अक्सर दबाव नहीं झेल पता, यहाँ तक कि क्रिकेट के भगवन कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी कप्तानी का दबाव नहीं झेल पाए थे।

ऐसे में आज हम इस लेख में जानेंगे तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनका एक वक़्त पर प्रदर्शन शानदार रहा जिस वजह से उन्हें टीम की कमान सौपी गई , लेकिन कप्तानी का दबाव झेल न पाए और अब प्रदर्शन ऐसा की टीम में भी इनकी जगह अब खत्म होते दिख रही है।

1.आरोन फिंच

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा टी20 कप्तान आरोन फिंच (Aaron Finch) का। फिंच ऑस्ट्रेलिया के सबसे लम्बे समय तक टी20 के कप्तान के साथ सबसे सफल कप्तानों की लिस्ट में शुमार है। फिंच ने बीते महीने ही अपने खराब फॉर्म की वजह से वनडे फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था।

आरोन फिंच साल 2014 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के टी20 कप्तान बने हुए हैं और वो अब सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान (Captain) बन चुके हैं।

लेकिन पिछले कुछ सालों में फिंच के करियर औसत की तरफ देखें तो उसमे भारी गिरावट आई है। स्ट्राइक रेट भी फिंच का लगातार गिरता हुआ नज़र आया है। फिंच के हालिया प्रदर्शन की बात करे तो उन्होंने साल 2022 में 26 मैच खेले है जिसमें उनके नाम सिर्फ 3 अर्धशतक दर्ज है और उन्होंने सिर्फ 19.24 की एवरेज से 481 रन ही बनाये है।

साल 2021 में उन्होंने 28.68 की औसत से सिर्फ 459 रन बनाए थे जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे। ऐसे में खराब फॉर्म के चलते वो कप्तानी ही नहीं टीम में जगह बनाने के लिए भी जूझते दिख रहे और कई दिग्गजों का मानना है की उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाना चाहिए।

2. केन विलियम्सन

इस लिस्ट में दूसरा नाम है केन विलियम्सन का। केन साल 2012 से ही न्यूज़ीलैंड के नियमित कप्तान बने हुए है। फिंच से भी ज़्यादा लम्बे समय से कप्तानी (Captain) कर रहे केन विलियम्सन की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन सराहनीय रहा।

59 टी20 मैचों में से 30 में जीत के साथ वो सबसे सफल कप्तानों की लिस्ट में शुमार हो चुके है। लेकिन अब केन का बल्ला लम्बे समय से बोल नहीं रहा है। उनका हालिया प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है।

साल 2022 में केन ने अभी तक कुल 9 मैच ही खेले है जिसमें उनके बल्ले से 294 रन निकले है। विलियम्सन के पुराने रिकॉर्ड पर नजर डाले तो साल 2021 में उन्होंने सिर्फ 693 रन, साल 2020 में 757 रन और 2019 में 1543 रन बनाए थे।

गिरते प्रदर्शन से साफ़ हो जाता है कि विलियम्सन का प्रदर्शन कप्तानी के कारण ख़राब हुआ है। ऐसे में कई आलोचकों का मानना है की केन विलियम्सन को कुछ समय का ब्रेक लेते हुए टीम से खुद को ड्राप कर लेना चाहिए।

ALSO READ: IND vs SA: 2-0 से सीरीज हारने के बाद भड़क गये कप्तान टेम्बा बावुमा, सीधे तौर पर इन्हें माना हार का जिम्मेदार, मिलर की हुई तारीफ़

3. टेंबा बवुमा

इस लिस्ट में सबसे आखरी नाम है भारतीय दौरे पर साउथ अफ्रीका की कप्तानी कर रहे टेम्बा बावुमा का। बवुमा को वाइट बॉल क्रिकेट में साल 2021 में टीम का नियमित कप्तान (Captain) बनाया गया था। उनकी कप्तानी में टीम 33 मुकाबले खेल चुकी है लेकिन उनका प्रदर्शन काफी औसत दर्जे कहा जा सकता है। अपनी कप्तानी में वो अभी तक सिर्फ 700 रन ही बना सके है।

हाल फिलहाल में बवुमा का प्रदर्शन देखें तो कप्तानी के बाद से अपनी फॉर्म से जूझ रहे है। छोटी पारी को बड़ी पारी में बदलना वो भूल ही गये है। कप्तान बनने के बाद साल 2022 में उन्होंने अभी तक 17 मैच खेले है। 17 मैचों में वो 712 रन बना चुके हैं, वहीं साल 2021 में यह आंकड़ा सिर्फ 684 का था और इस से पहले साल 2020 में ये आंकड़ा घट कर 451 रह जाता है। इसी वजह से मौजूदा समय में कई लोगो का मानना है की बवुमा को कप्तानी ही नहीं बल्कि कुछ समय के लिए टीम से ही ड्राप कर देना चाहिए।

ALSO READ: IND vs SA: सूर्यकुमार यादव ने जीत के बाद किया खुलासा बताया मैदान पर पहुंचते ही विराट कोहली से क्या हुई बात कि 18 गेंदों में जड़ दिया अर्द्धशतक

Published on October 3, 2022 10:27 am