कपिलदेव से होती थी इन 5 खिलाड़ियों की तुलना, कुछ ही मैच में टीम इंडिया पर बन गये बोझ और खत्म हो गया करियर
कपिलदेव से होती थी इन 5 खिलाड़ियों की तुलना, कुछ ही मैच में टीम इंडिया पर बन गये बोझ और खत्म हो गया करियर

टीम इंडिया (Team India) के पूर्व दिग्गज कप्तान कपिलदेव (Kapil Dev) की तरह बनने का सपना हर ऑल राउंडर का होता है। मौजूदा दौर में ऑल राउंडर खिलाडियों को टीम के चयन के वक़्त ज़्यादा महत्व दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हर एक चीज़ में सटीक होता है, फिर चाहे बात बल्लेबाजी की हो, या बॉलिंग की या फिर फील्डिंग की ही क्यों न हो, सेलेक्टर्स ऑलराउंडर्स को टीम में मौका देने से कतराते नहीं हैं।

हालांकि अब तक टीम इंडिया में कई ऐसे ऑलराउंडर्स हुए जिन्हे महान ऑल राउंडर कपिल देव से तुलना की गई। लेकिन कुछ ही मैचों के बाद सभी फ्लॉप शो देके गुमनाम हो चले। लिहाजा उनका क्रिकेट में कुछ खास रिकॉर्ड नहीं रहा, ऐसे में आज इस आर्टिकल में उन खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्हें फ्लॉप ऑलराउंडर का टैग दिया गया और उनकी तुलना कपिलदेव से भी की जाती हैं। आइये जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में।

टीम इंडिया के 5 फ्लॉप ऑलराउंडर्स, जिन्हे कपिलदेव माना गया

विजय शंकर

इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर है तमिलनाडु के ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर (Vijay Shankar) का नाम, जिन्होंने टीम इंडिया में साल 2018 में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2018 में खेला था। बता दें विजय शंकर ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 12 वनडे और 9 टी20 मुकाबले खेले हैं। वनडे में उन्होंने 31.9 और टी29 में 25.2 की औसत से रन बनाए।

तो वहीं 31 वर्षीय इस खिलाड़ी को साल 2019 में टीम इंडिया (Team India) के लिए विश्व कप में अपना डेब्यू किया था, उन्हें वर्ल्ड कप 2019 के लिए भी टीम के स्कॉड में शामिल किया गया था। हालांकि विशय शंकर भी इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा प्रभाव छोड़ने में कामयाब नहीं हो पाए और उनका नाम फ्लॉप ऑलराउंडर्स में दर्ज हो गया।

स्टुअर्ट बिन्नी

इस लिस्ट में दूसरा नाम है हरफनमौला खिलाड़ी स्टुअर्ट बिन्नी (Stuart Binny) का। बांग्लादेश के खिलाफ साल 2014 में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने वाले इस खिलाड़ी का क्रिकेट करियर बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है। स्टुअर्ट ने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए वनडे मुकाबले में 4 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए थे।

इसी के साथ उन्होंने भारत की ओर से सबसे अच्छी गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने इस प्रदर्शन के जरिए अनिल कुंबले के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया था। उनके इस प्रदर्शन को देखने के बाद फैंस ने उनकी तुलना कपिल देव (Kapil Dev) से करनी शुरू कर दी। लेकिन इसके अलावा उनका प्रदर्शन किसी भी फॉर्मेट में कभी अच्छा नहीं रहा। वो न तो बल्लेबाजी में अच्छे रहे और न ही गेंदबाजी में। इसी वजह से उन्हें टीम में जगह भी नहीं मिल पाई, जिसके चलते उन्होंने 2016 में संन्यास ले लिया।

शिवम दुबे

इस लिस्ट में तीसरा नाम है साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू करने वाले शिवम दुबे (Shivam Dube) का। शिवम् अब तक टीम इंडिया में जगह पक्की नहीं कर पाए हैं। उनके बाद कई सारे युवा खिलाड़ियों को टीम में जगह मिली और वह अब टीम के दल का हिस्सा बनते हुए भी नजर आ रहे हैं। लेकिन इस हरफनमौला खिलाड़ी को टीम के चयनकर्ता भी नजरअंदाज करते हुए नजर आ रहे हैं।

आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुले थे, जिसके बाद कप्तान ने उन्होंने वनडे और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट के 12 मैच में गेंदबाजी और 10 मैच में बल्लेबाजी करने का मौका दिया। इन मुकाबलों में उनके बल्ले से 114 रन देखने को मिले, जबकि गेंद से उन्होंने 5 विकेट हासिल की।

वेंकटेश अय्यर

इस लिस्ट में चौथा नाम है बाएं हाथ के बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) का। वेंकटेश अय्यर ने घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश की तरफ से बेहद ही शानदार प्रदर्शन दिखाया। डोमेस्टिक सर्किट में अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद ही उनको आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलने का मौका मिला। आईपीएल के 14वें सीजन के दूसरे हाफ ने उनकी किस्मत को एक नया मोड़ दे दिया।

केकेआर के लिए अय्यर ने 10 पारियों में 41 की औसत से 390 रन बनाकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया। इसके बाद उन्हें टी20 वर्ल्ड कप 2021 में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्हें कई मौकों पर कपिल देव के साथ भी कंपेयर किया गया। लेकिन हार्दिक पांड्या की वापसी के बाद टीम से उनका पत्ता कट गया। उन्होंने भारत के लिए 2 वनडे और 9 टी20 मैच खेले हैं।

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ऋषि धवन

इस लिस्ट में सबसे आखिरी नाम है टीम इंडिया के ऑलराउंडर ऋषि धवन का। धवन ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। धवन को भारत की ओर से खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिल पाया है। उन्होंने भारत प्रतिनिधितत्व कुछ ही मुकाबलों में किया है। वह टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए तरस गए हैं। उन्होंने केवल तीन एकदिवसीय मैच खेले और 6.40 की इकॉनमी के साथ उनका एक ही विकेट है।

उनके रिकॉर्ड प्रभावशाली नहीं होने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत की ओर से टी20 मैच खेलने का मौका मिला, जहां उन्होंने 4 ओवर में 42 देकर एक विकेट हासिल की। इसके बाद ऋषि कभी भी इंडिया जर्सी में नजर नहीं आए। हालांकि उनका घरेलू प्रदर्शन काफी शानदार रहा।

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