दिग्गज भारतीय बल्लेबाज Virat Kohli ने जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद टेस्ट की कप्तानी छोड़ दी थी। उससे पहले Virat Kohli से दिसंबर में बीसीसीआई ने वनडे की कप्तानी छीन ली थी, ये कह के कि सेलेक्टर्स लिमिटेड ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं चाहते। ऐसे में रोहित शर्मा को वनडे और टी20 की कप्तानी सौंपी गई थी।
कप्तानी को लेकर तोड़ी चुप्पी
अब Virat Kohli ने कप्तानी से जुड़े विवादों को लेकर बड़ी बात कही है। Virat Kohli ने कहा कि लीडर बनने के लिए जरूरी नहीं है कि कप्तान बना जाए। Virat Kohli ने फायरसाइड चैट पर बात करते हुए कहा,
“सभी चीजों का एक कार्यकाल और समय होता है। बेशक आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए। लोग कह सकते हैं कि ‘इस आदमी ने यह क्या कर दिया’ लेकिन आपको पता है कि जब आप आगे बढ़ने तथा और अधिक उपलब्धियां हासिल करने के बारे में सोचते हो, आपको महसूस होता है कि आपने अपना काम कर दिया है।’’
Virat Kohli ने बताया कि कप्तानी छोड़ने के बाद आप कैसे बल्लेबाजी से भी योगदान देते हो। उन्होंने कहा,
“अब बल्लेबाज के रूप में शायद आप टीम के लिए अधिक योगदान दे सकते हो। आप टीम को अधिक जीत दिला सकते हो. इसलिए इस पर गर्व कीजिए। आपको एक लीडर के तौर पर कप्तान होने की जरूरत नहीं होती। ये बहुत आसान है। जब महेंद्र सिंह धोनी टीम में थे, तो ये नहीं था कि वह लीडर नहीं हैं। वह वो इंसान थे जिनसे हम लगातार इनपुट्स लेते रहते थे।”
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टेस्ट में सबसे सफल भारतीय कप्तान
Virat Kohli चाहे भारत को आईसीसी ट्रॉफी नही जीता पाए हों लेकिन वह टेस्ट मैचों में भारत के सबसे सफल कप्तान रहे हैं। धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद Virat Kohli ने 2014 की शुरुआत में भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने 68 टेस्ट में भारत को 40 जीत दिलाई, जिससे सबसे लंबे प्रारूप में भारत के सबसे सफल कप्तान बने।
अब Virat Kohli फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी वनडे और टी20 सीरीज में रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेलते नज़र आएंगे।
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