Harbhajan Singh भारत के लिए एक महान स्पिनरों में से एक है। उन्होंने कई सालों तक भारतीय टीम के लिए मैदान में झंडे गाड़े हैं और खूब मैच जिताए है। हाल ही में Harbhajan Singh ने दिसंबर 2021 में क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया। वह भारतीय टीम के कई यादगार पलों का हिस्सा रहे, जिनमें 2011 वनडे विश्व कप का चैंपियन बनना भी है। उन्होंने अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखे और अनेक विवादों का भी सामना किया।
धोनी और भज्जी के बीच थी अनबन?
Harbhajan Singh 2011 विश्व कप के बाद लंबे अरसे तक टीम से बाहर रहे थे और इसको लेके काफी विवाद भी हुए। MS Dhoni और Harbhajan Singh के बीच अनबन है इसको लेके काफी बाते बनी। MS Dhoni से इस बारे में पूछा था पर कोई कारण नहीं बताया गया। हालांकि, अब Harbhajan Singh ने अब स्पष्ट किया है कि उनकी Dhoni से कोई अनबन नहीं है बल्कि वह सिर्फ बीसीसीआई चयनकर्ताओं से खफा थे।
हाल ही में एक इंटरव्यू में इस बारे में Harbhajan Singh से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,
“मुझे धोनी से बिलकुल भी शिकायत नहीं है। हम तो इतने वर्षों से एक अच्छे दोस्त रहे हैं। मुझे उस समय की सरकार बीसीसीआई से शिकायत है। मैं बीसीसीआई को सरकार कहता हूं। उस समय के चयनकर्ताओं ने अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय नहीं किया। उन्होंने टीम को एकजुट नहीं होने दिया।”
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उन्होंने आगे कहा,
“नए लोगों को लाने का क्या मतलब था जब महान खिलाड़ी अभी भी मौजूद थे और अच्छा कर रहे थे? मैंने एक बार इस बात को लेकर चयनकर्ताओं का सामना किया था और उनका जवाब था कि यह उनके हाथ में नहीं था और फिर मैंने पूछा कि वे चयनकर्ता क्यों हैं?”
Harbhajan Singh भारतीय टीम के लिए आखिरी बार मार्च 2016 में मैदान पर उतरे थे। उसके। उसके बाद से वह टीम में जगह नही बना पाए। आगे बातचीत में उन्होंने कहा,
“हर कोई एक ही बात की अलग-अलग व्याख्या करता है। मैं केवल यह बताना चाहता था कि 2012 के बाद बहुत सी चीजें बेहतर हो सकती थीं। वीरेंद्र सहवाग, मैं, युवराज सिंह, गौतम गंभीर भारतीय टीम के लिए खेलकर संन्यास ले सकते थे, क्योंकि हम सभी आईपीएल में एक्टिव थे। यह विडंबना ही है कि 2011 की चैंपियंस टीम फिर कभी एक साथ नहीं खेल सकी। क्यों? उनमें से कुछ ही 2015 विश्व कप में खेले, क्यों?”