नेपाल के पूर्व कप्तान ज्ञानेन्द्र माल्ला ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. ज्ञानेन्द्र माल्ला ने नेपाल के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. उन्होंने दस एकदिवसीय मैचों में नेपाल का नेतृत्व किया, जिनमें से उन्होंने छह जीते. वही टी-20 फाॅर्मेट में, टीम ने उनके नेतृत्व में 12 में से नौ मैच जीते. संन्यास के लिए उन्होंने एक भावुक और महत्वपूर्ण स्टेटमेंट दिया है जिसे हर क्रिकेटप्रेमी को पढ़ना चाहिए.
देश का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात~ ज्ञानेन्द्र माल्ला
ज्ञानेंद्र माल्ला ने ट्वीट में लिखा कि, ‘भारी लेकिन बेहद आभारी दिल से मुझे लगता है कि अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपनी छुट्टी की घोषणा करने का सही वक्त है. यह पवित्र खेल, जो मेरे अस्तित्व का सार रहा है. लोकल स्तर पर खेलने से लेकर नेशनल लेवल तक मुझे इसने जीवन के बारे में अमूल्य सबक सिखाया है. मैदान पर हर कदम के साथ मुझे यह महसूस हुआ अपने देश का प्रतिनिधित्व करना कितने गौरव की बात है.’
सहकर्मियों का किया धन्यवाद
ज्ञानेन्द्र माल्ला ने आगे कहा कि, ‘मेरे टीम के साथियों को, सिर्फ सहकर्मियों से अधिक होने के लिए धन्यवाद; आप मेरा परिवार बन गए, और साथ में हमने एक अटूट बंधन बनाया. मेरे कोचों और सहायक कर्मचारियों के लिए, आपका मार्गदर्शन और मुझ पर विश्वास मेरे करियर को आकार देने में सहायक रहा है. और मेरे समर्थकों, आपकी जय-जयकार मेरे दिल में गूँज रही है, जिससे मैदान पर मेरा उत्साह बढ़ रहा है. उतार-चढ़ाव के दौरान, आपके अटूट समर्थन ने मुझे स्थिर रखा.’
ऐसा रहा ज्ञानेन्द्र माल्ला का करियर
ज्ञानेन्द्र माल्ला ने अपने इंटरनेशनल करियर में 37 वनडे और 45 टी20 मैच खेले थे. मल्ला ने वनडे में सात अर्धशतकों की मदद से 876 रन बनाए. 2022 में नामीबिया के खिलाफ उनकी 75 रनों की पारी इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर है. टी-20 इंटरनेशनल में उन्होंने 120.29 की स्ट्राइक रेट से 883 रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्द्धशतक शामिल थे.