विवादास्पद टूर्नामेंट एशिया कप का फाइनल आज भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया. हर मैच की तरह यह मैच भी कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया. फाइनल मुकाबले में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का प्रयास किया. भारत के तरह से मोहम्मद सिराज ने 21 रन देकर 6 श्रीलंकाई खिलाड़ियों को पवेलियन भेज दिया.
सिराज के कहर के आगे श्रीलंका सिर्फ 50 रन पर आलआउट हो गई. इसके जवाब में भारत ने बिना विकेट गवांए इस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया. इस जीत के बाद मोहम्मद सिराज ने क्या कहा, आइए पढ़ते हैं.
मोहम्मद सिराज ने रचा इतिहास
वनडे में श्रीलंका का सबसे छोटा टोटल 43 रन था. आज श्रीलंका इस टोटल से सिर्फ 7 रन अधिक बना पाई. श्रीलंका को शुरुआत झटका जसप्रीत बुमराह ने दिया जहां उन्होंने कुसल परेरा को शून्य के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया. इसके बाद मोहम्मद सिराज ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की. सिराज ने एक ओवर के अंदर ही पथुम निसांका को 2 और सदीरा समरविक्रमा को शून्य के स्कोर पर आउट किया.
इसी ओवर में सिराज ने पिछले मैच के हीरो असलंका को जीरो के स्कोर पर पवेलियन भेजा. एक ओवर में तीन विकेट लेने के बाद भी सिराज संतुष्ट नही हुए और ओवर के अंतिम गेंद पर धनंजय डी सिल्वा को भी कैच आउट करा दिया. मोहम्मद सिराज ने इसके बाद कुसल मेंडिस को 17 और कप्तान दसुन शानका को शून्य के स्कोर पर आउट कर अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की. इसके अलावा ने हार्दिक ने 3 तो बुमराह ने एक विकेट चटकाया और श्रीलंका सिर्फ 50 रन पर आलआउट हो गई.
सिराज बोले यह मेरे किस्मत में था
श्रीलंका की पारी ख़त्म होने के बाद मोहम्मद सिराज ने कहा, ‘ये एक सपने की तरह है. पिछली बार श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैंने चार विकेट लिए थे पर पांचवां नहीं ले सका था. तब मुझे एहसास हुआ था कि जो आपके नसीब में होता है, आपको वही मिलता है. आज मेरी किस्मत में ये था, तो मुझे मिल गया. मुझे पहले के मैचों में इतना स्विंग नहीं मिला जितना आज मिला था. मैं बल्लेबाजों को खेलने देना चाहता था. ये बहुत ही संतोषजनक है कि मुझे आउटस्विंगर्स के साथ विकेट मिले क्योंकि आमतौर पर मुझे ऐसी स्थिति में विकेट नहीं मिलते.’