Placeholder canvas

किसी के पिता है मजदूर, तो किसी ने क्रिकेट के लिए छोड़ा घर, यहां जानिए वर्ल्ड कप जिताने वाली 15 बेटियों की रुला देने वाली कहानी

रविवार को भारतीय अंडर 19 महिला टीम ने अंडर 19 विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड की टीम को शिकस्त देकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम उस दिन अंडर 19 विश्व कप की पहली विश्व कप विजेता टीम बनी। साथ ही शैफाली ब्रिगेड महिला क्रिकेट में कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाली पहली वाली टीम बनी।

इस टीम ने पूरे विश्व कप में खेल का एक अलग जज्बा बताया है। टीम के हरएक खिलाड़ी की कहानी बहादुरी और प्रेरणादायक है। आईये जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में।

1.शेफाली वर्मा – सबसे पहले टीम की कप्तान शेफाली वर्मा की बात करते हैं। जिन्होंने टाॅम बाॅय बनकर क्रिकेट करियर की शुरुआत की और महज 15 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। इसके बाद अब टीम को विश्व चैम्पियन बनाकर इतिहास रचा।

2. श्वेता सेहरावत – देश की राजधानी नई दिल्ली की श्वेता सेहरावत ने पूरे विश्व कप में अपने बल्ले से खूब रन बरसाए। उन्होंने टूर्नामेंट में 299 रन बनाए। जो किसी भी बल्लेबाज द्वारा पूरे टूर्नामेंट में सर्वाधिक रहे।

2. सौम्या तिवारी – भारत के लिए फाइनल में विनिंग शाॅट लगाने वाली सौम्या तिवारी का भी टूर्नामेंट बड़ा ही बेहतरीन रहा। उन्होंने मध्यप्रदेश के भोपाल शहर से टीम इंडिया का सफर किया और टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

4. गोंगाडी त्रिशा – भारत की गोगाडी त्रिशा ने भी टीम के लिए बड़ा ही बेहतरीन प्रदर्शन किया। वें यह तक अपने पिता के कारण पहुंची। त्रिशा के पिताजी ने अपनी बेटी का क्रिकेट करियर बनाने के लिए खुद की जॉब तक छोड़ दी थी और हैदराबाद में ही शिफ्ट हो गए। ताकि उनकी बेटी क्रिकेट में आगे बढ़ सके।

5.रिचा घोष – भारतीय टीम में अपनी विकेटकीपिंग से सभी को प्रभावित करने वाली रिचा घोष भी काफी संघर्ष करके यहां तक पहुंची। उन्होंने महज 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था।

6.हर्षिता बासु – भारत की एक और विकेटकीपर बल्लेबाज हर्षिता घोष। जो अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है। हर्षिता स्कूप शॉट के पसंदीदा शॉट्स में से एक शॉट है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में पैदा हुईं हर्षिता मैदान पर बहुत एक्टिव भी रहती हैं।

ALSO READ:रोहित शर्मा ने ही बर्बाद कर दिया अपने इस जिगरी दोस्त का करियर, टीम इंडिया में वापसी है नामुमकिन, संन्यास ही बचा है आखिरी रास्ता

7.टिटास संधू – फाइनल मैच में इंग्लैंड की कमर तोड़ने वाली भारतीय गेंदबाज रही टिटास संधू। जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बड़ा ही बेहतरीन प्रदर्शन किया। टिटाश को भविष्य की झूलन गोस्वामी कहा जा रहा है।

8. मन्नत कश्यप – इस बाएं हाथ की आलराउंडर ने पूरे टूर्नामेंट में गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने टूर्नामेंट में 10 विकेट चटकाए। मन्नत ने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलकर यहां तक का सफर तय किया।

9. अर्चना देवी – भारत की गेंदबाज अर्चना देवी काफी संघर्ष करके यहां तक पहुची। उनकी की माँ दूसरों के खेतों में मजदूरी भी कर चुकी हैं। उनके घरवालों ने लाइट होने के कारण जनरेटर से टीवी पर मैच देखा।

10.पाश्वी चोपड़ा – अपने सपनों का त्याग पाश्वी यहां तक पहुंची। उन्होंने अपने बचपन का सपना स्केटिंग छोड़कर क्रिकेट चुना और भारतीय टीम में जगह बनाई। पार्श्वी ने कुल 6 मैच खेलकर सात की औसत से शानदार 11 विकेट चटकाए।

11. सोनम यादव – सोनम यादव एक गरीब से पैदा होकर भारतीय क्रिकेट टीम का तक सफर तय किया। फिरोजाबाद की रहने वाली सोनम यादव के पिता भी एक मजदूर हैं। सोनम के भाई को भी क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी थी, परंतु उसका करियर ज्यादा उड़ान नहीं भर पाया। लेकिन सोनम ने अपने प्रदर्शन से अपने भाई का सपना पूरा किया।

12.सोपदांधी यशश्री – कभी हार न मानने के जज्बे को सोपदांधी यशश्री ने विश्व कप में दिखाया। हर्ले गाला के चोटिल होने के बावजूद भी टीम में शामिल रही। सोपदांधी ने इस विश्व कप में सिर्फ एक मैच खेला जो की स्कॉटलैंड के खिलाफ था।

13. फलक नाज – फलक नाज ने अपनी सटीक लाइन लेंथ से टीम में जगह बनाई लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने को मौका नहीं मिला। लेकिन फलक जल्द ही भारतीय टीम का हिस्सा बन सकती है।

14.शबनम एमडी – आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टम में जन्मी शबनम नई गेंद के साथ शुरुआत से ही सटीक रहती हैं और बॉल को अपने दोनों तरफ घुमाती भी हैं। हालांकि शबनम को भी एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।

15.सोनिया मेंधिया – हरियाणा की सोनिया मेंधिया ने घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह बनाई। वह एक ऑफ स्पिनर और दाएं हाथ की अद्भुत बल्लेबाज भी हैं। वह निचले मध्य क्रम में बढ़िया स्ट्राइक-रेट के साथ ही बल्लेबाजी करती हैं। हालांकि उन्हें भी एक भी मौका नहीं मिला।

ALSO READ: बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी से पहले स्टीव स्मिथ ने लगाया भारत पर बेईमानी का आरोप, कहा वो जीतने के लिए….