Ind vs SA 2022: रविवार 2 अक्टूबर को गुवाहाटी में तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच संपन्न हुआ। केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव की धुआंधार बल्लेबाजी के चलते भारत यहां 237 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर सका। मेहमान टीम द्वारा भी जबरदस्त चुनौती पेश की गई, लेकिन वह उसमें कामयाब नहीं हो सकी और 221 रनों के स्कोर तक ही पहुंच सकी। भारत यह मुकाबला 16 रनों से अपने नाम करके 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर सका।
1 अक्टूबर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आईसीसी के नए नियमों को लागू किया गया है। जिनमें कुल 8 नियमों को इस साल हरी झंडी दिखाई गई है। इन नियमों में से एक नियम यह भी है, कि अगर किसी बल्लेबाज द्वारा कैच आउट होता है तो स्ट्राइक नया बैटर ही आकर ले सकेगा। लेकिन इस नियम का पालन भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान नहीं किया गया।
कई लोग यह देखने के बाद असमंजस में पड़ गए। इनमें से बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें यह मालूम नहीं है, कि आखिर भारत और साउथ अफ्रीका के बीच इन नियमों का पालन क्यों नहीं किया गया, तो आइए हम बताते हैं आपको ऐसा क्यों हुआ।
भारत-साउथ अफ्रीका मैच के दौरान ऐसा क्या हुआ
जब भारत से मिले हुए 238 रनों के लक्ष्य का पीछा करने साउथ अफ्रीका की टीम उतरी तो शुरुआती दौर में ही उसे दो झटकों का सामना करना पड़ा। दूसरा विकेट गिरने पर रेली रोसो की कैच पकड़े जाने तक क्विंटन डिकॉक द्वारा उन्हें क्रॉस कर लिया गया था।
लेकिन नए नियम के अनुसार अगर बल्लेबाजों द्वारा एक दूसरे को क्रॉस कर लिया गया है, तब भी स्ट्राइक तो मैदान पर उतरने वाले नए बल्लेबाज को ही लेना पड़ेगा। लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ यहां स्ट्राइक एडन मारक्रम की जगह डिकॉक द्वारा ली गई।
क्यों नहीं लागू किया जा सका नया नियम
भारत और साउथ अफ्रीका के मैच के दौरान आखिर आईसीसी के नए नियम को क्यों नहीं लागू किया गया। इसका मुख्य कारण यह था, कि इस नियम को लागू 1 अक्टूबर से किया गया था और भारत, साउथ अफ्रीका टी20 सीरीज की शुरुआत 28 सितंबर से हुई थी, जिसके चलते इस नियम को लागू नहीं किया जा सका। क्योंकि आईसीसी के नए नियमों को बीच सीरीज में लागू नहीं किया जा सकता। इन्हीं कारणों के चलते गुवाहाटी टी20 के दौरान इसे प्रयोग में नहीं लाया जा सका।
Read Also:-IND VS SA : 3 खिलाड़ी जो साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में पूरी कर सकते हैं हार्दिक पांड्या की जगह