भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 मैच की वनडे सीरीज का पहला मैच 19 जनवरी को खेला गया। जिसमे भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। भारतीय टीम के हार के मुख्य रूप से 5 कारण सामने रहे है। जिन पर यदि कप्तान केएल राहुल ने ध्यान दिया होता, तब भारत जीत सकता था।
वेंकटेश अय्यर का इस्तेमाल करना भूल गए कप्तान केएल राहुल
भारतीय टीम को पहली पारी जिसमे टीम ने गेंदबाजी खत्म करने के तुंरत बाद केएल राहुल के इस फैसले पर सवाल उठने लगे। केएल राहुल में अपने इस ऑल राउंडर खिलाड़ी से एक भी ओवर में गेंदबाजी नही कराई थी। जबकि वेंकटेश अय्यर ने हाल में खत्म हुए घरेलू सीजन में 6 मैच में 9 विकेट अपने नाम किए है।
विकेट लेने में नाकामयाब
भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के 3 विकेट मात्र 18 ओवर्स में ही ले लिए थे। लेकिन उसके बाद भारतीय गेंदबाजों में कोई भी अगले 30 ओवर तक एक भी विकेट नही ले पाया। जिसके चलते दक्षिण अफ्रीका की टीम एक निरंतरता के साथ बैटिंग करती रही।
3 गेंदबाजों का उम्मीद से अलग प्रदर्शन
भुवनेश्वर कुमार जिन्हें शुरुआती ओवर्स में विकेट लेने में माहिर माना जाता है। विकेट नही निकल पाए। वहीं यजुवेंद्र चहल को मौका मिलने पर वो भी विकेट नही ले सके। शार्दुल ठाकुर बॉलिंग में काफी महंगे साबित हुए।
विराट कोहली और शिखर धवन के बाद सभी बल्लेबाज फेल
भारतीय टीम का स्कोर विराट कोहली और शिखर धवन के अर्धशतकीय पारी तक काफी ठीक तरह से चलता रहा। लेकिन इन दोनो बल्लेबाजों के बाद ही विकेट गिरना शुरू हो गए। अगले 50 रन में भारतीय टीम ने 5 विकेट खो दिए।
दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर्स का कमाल
दक्षिण अफ्रीका के स्पिन गेंदबाजों ने कुल 4 विकेट ले लिए। तबरेज शम्सी ने 2 विकेट चटकाएं, वही शम्सी के हाथ से विराट कोहली और केशव महाराज के हाथ शिखर धवन का विकेट और एडेन मार्करम ने केएल राहुल को आउट किया। साथ ही ये स्पिनर्स इकोनॉमी में काफी कम अच्छे भी साबित हुए।