Placeholder canvas

भारत के एक दिहाड़ी मजदूर से भी कम है जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की सैलरी, 1 महीने की सैलरी सुनकर पकड़ लेंगे माथा

by POONAM NISHAD
भारत के एक दिहाड़ी मजदूर से भी कम है जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की सैलरी, 1 महीने की सैलरी सुनकर पकड़ लेंगे माथा

भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) इस समय जिम्बाब्वे के खिलाफ तीन मैच के वन डे दौरे पर है। केएल राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया एक मैच जीतकर सीरीज में 1-0 से आगे भी है। जिम्बाब्वे के खिलाड़ी इस मैच में बात और बॉल दोनों से ही धराशाई हुए।

आज हम आपको यहां पर भारत और जिम्बाब्वे के खिलाफ खेल के अंतर को नहीं बल्कि कमाई के अंतर को बताने जा रहें हैं। जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की कमाई कितनी है? ये जानकर आपके होश उड़ जायेंगे। उनकी कमाई इतनी कम है, जिससे रोजमर्रा के खर्चे को भी पूरा कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है।

खिलाड़ियों को रोजमर्रा के लिए नहीं पड़ता खर्चा पूरा

जिम्बाब्वे फुटबॉल टीम को हालत कमाई के मामले में काफी बिगड़ गई है। कोविड के कारण जिम्बाब्वे के फुटबॉलरों की स्थिति काफी खराब हो गई है। पूरे विश्व पर कोरोना के कारण आर्थिक संकट मंडरा रहा था। जिसका असर जिंबाब्वे क्रिकेट पर भी पड़ा है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर को सस्पेंड कर दिया गया था।

इसके बाद जब पूरी दुनिया एक बार फिर अपने पैरोंपर खड़ी हो रही है, तब भी जिंबाब्वे में फुटबॉलर खेलते हुए नजर नहीं आते हैं। जिसके कारण वो मिनी गेम खेलने पर मजबूर हो गए हैं। बता दें, यहां मिनी गेम का मतलब फुटबॉल मुकाबलों से होता है, जहां पर कमाई की जाती है। जिम्बाब्वे के खिलाड़ी मिनी गेम खेलने पर मजबूर हो गए हैं। मिनी गेम से फुटबॉलर को जो उनकी कमाई होती है उसे सुनकर आप लोगों के होश उड़ जाएंगे।

Also Read : IND vs ZIM: मैच से पहले राष्ट्रगान के दौरान ईशान किशन पर हुआ आत्मधाती हमला, खिलाड़ी की हालत खराब, देखें वीडियो

महीने भर में मात्र 1100 रुपए, भारत के एक मजदूर से भी कम है सैलरी

जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को जोकि मनी गेम में खेलते हैं, उन्हें महीने में मात्र 1100 रुपए मिलते हैं। दरअसल क्लब में खेलने के लिए एक फुटबॉलर खिलाड़ी को 1 महीने में जिंबाब्वे के 5000 डॉलर मिलते हैं। जिसे अगर भारतीय रुपए में बदला जाए तो महीने में बस 1100 रुपए के बराबर होगा।

खिलाड़ियों को पैसे 1 महीने में 1100 दिए जाते हैं। हालांकि देश के कानून के मुताबिक मनी गेम में खेलना है या हिस्सा लेना वहां के कानून के मुताबिक गैरकानूनी है, लेकिन जब इस देश में इंटरनेशनल फुटबॉल नहीं खेला जा रहा है, तब खिलाड़ियों के पास दूसरा कोई विकल्प बचा ही नहीं रह जाता है।

मनी गेम का शुरुआत सुबह के 8 बजे से होता है। इस दौरान खेल के समय कई हाई प्रोफाइल फुटबॉलर्स की मौजूदगी भी देखने को मिलती है।

Also Read : “भारतीय टीम डरी हुई है” टी20 विश्व कप से पहले ऋषभ पंत ने खोली अपने ही टीम की पोल, जानिए क्यों कही ये बात

You may also like

-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00