बर्मिंघम के एजबेस्टन में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांचवे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने इंडिया को 7 विकेट से करारी मात देकर मुकाबला अपने नाम कर लिया है. इस मुकाबले की जीत के साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया है. इंडिया को इस मैच मिली हार के पीछे तीन बड़े कारण हैं. हम आपको वही तीन कारण बताने जा रहे हैं.
1. दिग्गज खिलाड़ियों का फुस हो जाना
भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ दोनों ही पारियों में फुस दिखाई दिए. हालांकि, पहली पारी में इंडिया ऋषभ पंत और रविंद्र जड़ेजा के शतक की बदौलत 416 रनों का स्कोर खड़ा करने में कामयाब हुई. इंडिया की तरफ से पहली पारी में दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली(11), हनुमा विहारी(20), श्रेयस अय्यर(15), चेतेश्वर पुजारा(13) और शुभमन गिल(17) बिल्कुल नाकाम दिखाई दिए.
वहीं दूसरी पारी में कई दिग्गज खिलाड़ी जैसे विराट कोहली, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी बिल्कुल खामोश दिखाई दिए. इस पारी में खिलाड़ियों ने कमश: 20, 4, 19 और 11 रनों की एक निराशाजनक पारी खेली. टीम दोनों पारियों में बल्लेबाज़ी से कमज़ोर दिखाई दी.
2. कम रनों का दिया टारगेट
पहली पारी में अच्छा स्कोर बनाने के बाद इंडिया ने 284 रनों पर आलआउट कर लिया. वहीं, अपनी दूसरी पारी में इंडिया सिर्फ 245 रन बनाने में ही कामयाब हो सकी. इस पारी के साथ इंडिया ने इंडिया ने चौथे दिन खत्म होने से पहले ही इंग्लैंड को बल्लेबाज़ी करने का मौका दे दिया.
इंडिया ने इंग्लैंड को 378 रनों का टारगेट दिया. इस टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने चौथे दिन 3 विकेट के नुकसान पर 259 रन बना दिए. और आखिरी दिन उन्होंने बिना कोई विकेट गवाए 119 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया.
दूसरी पारी में इंडिया की खराब गेंदबाज़ी
पहली पारी में इंडिया ने इंग्लैंड को 284 रनों पर समेट दिया था. इसके बाद बल्लेबाज़ करके भारत ने मेज़बान टीम को 378 रनों का टारगेट दिया. इस टारगेट को इंग्लैंड ने सिर्फ 3 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया.
मैच के आखिरी दिन भारतीय गेंजबाज़ एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सके. दूसरी पारी में इंडिया टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 2 सफलताएं हासिल की. बाकी किसी के हाथ कोई सफलता नहीं लगी.
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