Prithvi Shaw: भारतीय क्रिकेट में कई खिलाड़ी कामयाबी हासिल कर लेते है तो कई खिलाड़ियों की किस्मत चमकती है तो कई खिलाड़ियों का सपना पूरा होक भी टूटा जाता है. भारतीय टीम में ऐसे कई उदहारण है जैसे सचिन ने नाम और सम्मान कमाया तो वही उनके दोस्त विनोद कांबली का करियर के साथ अपने टैलेंट के साथ न्याय नहीं कर पाए और करियर बेहतरीन नहीं चल सका. ऐसे ही वर्तमान में एक उदहारण पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का है जिन्होंने करियर के शुरुआत में ही सब खूब नाम कमाये लेकिन ज्यादा समय तक नहीं चल सका. और एक समय तक उनको आईपीएल से बाहर करने के बाद रणजी की टीम से भी निकाल दिया गया. अब भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने इस पर बात करते हुए चौकाने वाले खुलासा किया है.
‘मेरे बुरे वक्त में टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने साथ दिया’, – Prithvi Shaw
टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रहे पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का करियर शुरू होते ही ख़त्म होने की कगार पर आ गया. कभी अपने करियर तो कभी घरेलु आचरण को लेकर विवाद में रहे पृथ्वी शॉ को अब ना आईपीएल में खरीददार मिल रहा ना रणजी में कोई टीम उनको रखना चाहती. इस बीच शॉ (Prithvi Shaw) ने बड़ा बयान दिया है. एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया जब आपका खराब समय था उसमे किसी भारतीय क्रिकेटर ने साथ दिया. इस बार शॉ ने जवाब देते हुए कहा कि, “जब भी मैं टूटता था, ऋषभ पंत मुझसे बात करते थे. वो आज भी मुझसे बात करते हैं. जब उन्हें लगता है कि मैं ठीक नहीं हूं, वो खुद मुझसे संपर्क करते हैं”.
उन्होंने आगे कहा कि अन्य क्रिकेटरों ने मुझसे दूरी बना ली. कोई मुझसे बात नहीं करता था. पृथ्वी शॉ ने कहा कि जब मेरा सेलेक्शन टीम इंडिया में हुआ था तो उस समय मैं करियर के टॉप पर था. जब आप टॉप पर होते हो तो आपके दोस्त भी जल्दी बनने लग जाते हैं. वही दोस्त फिर मुझे यहां-वहां लेकर जाते थे. मेरे कुछ गलत दोस्त बन गए थे. उसके बाद मैं इन सभी चीजों के कारण ट्रैक से हट गया था.
पृथ्वी शॉ ने बताया सचिन तेंदुलकर ने दिया प्रोत्साहन
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने स्वीकार किया कि मैं बहुत मेहनती था, मैं घंटों नेट्स पर बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करता था. मैदान ही मेरा घर था, लेकिन फिर मैं ट्रैक से हट गया. क्रिकेट पर कम समय देना शुरू कर दिया, जिससे मेरा प्रदर्शन दिन-प्रतिदिन खराब होता गया. उन्होंने कहा कि मैंने जो जरूरी नहीं था, उसे ही सबकुछ मान लिया. ऐसे दोस्त बना लिए जो सिर्फ मेरे नाम पर मेरे करीब आए थे. शॉ ने बताया कि इन सब के दौरान महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने उनसे बात की और उन्हें समझाया और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया.