रोवमैन पॉवेल ने वेस्टइंडीज टीम के अंदर एक क्रांतिकारी परिवर्तन किया है. अब वेस्टइंडीज की टीम संगठित दिख रही है. हालांकि यहां पर टीम के कोच डैरेन सैमी को भी महत्व देना जरूरी है. एकदिवसीय विश्व कप में ना क्वालिफाई करने के वजह से वेस्टइंडीज की टीम निराश थी लेकिन भारत को लगातार दो मैचों में मात देकर वेस्टइंडीज एक बार फिर उत्साहित नजर आ रही है. आइए पढ़ते हैं जीत के बाद टीम के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने क्या कहा है.
हमारे पास हेटमायर और पूरन है- रोवमैन पॉवेल
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए वेस्टइंडीज के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने कहा कि, ‘यह बहुत अच्छी स्थिति है. 2016 के बाद से हम टी20 सीरीज नहीं जीत सके हैं. गेंदबाजों को लगातार बदलना और एक ओवर का स्पैल देना जानबूझकर किया गया था, खासकर तेज गेंदबाजों को क्योंकि यह बहुत गर्म है. जब आप कलाई से स्पिन करके बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तो यह दाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में हाथ होता है. चहल, कुलदीप और बिश्नोई को सीमित करने के लिए हमें बाएं हाथ के बल्लेबाजों की जरूरत है. इसका मुकाबला करने के लिए पूरन और हेटमायर का होना महत्वपूर्ण है.’
वेस्टइंडीज की टीम का संतुलित प्रदर्शन
वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह टीम कभी भी एकजुट नही रह पाती है. सभी खिलाड़ी अपने खेल को ध्यान में रहकर क्रिकेट खेलते हैं. लेकिन इस टी-20 सीरीज में पहली बार वेस्टइंडीज की टीम संतुलित और अनुशासित दिख रही है. गेंदबाजी में मैककॉय, अल्जारी जोसेफ और जैसन होल्डर शानदार गेंदबाजी कर रहे है.
हर भारतीय बल्लेबाज के लिए उनके पास एक विचार है. वह सबके लिए अलग फिल्ड सेट करते हैं जो पहले बहुत कम देखा जाता था. वही बल्लेबाजी में निकोलस पूरन ने अकेले टीम की जिम्मेदारी उठाई है. कप्तान रोवमैन पॉवेल भी जिम्मेदारी उठा रहा है. कुल मिलाकर यह कहना होगा कि वेस्टइंडीज की प्रगति देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है.