आज गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 सीरीज का दूसरा मैच खेला गया. इस मैच में भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए तिलक वर्मा के अर्धशतकीय पारी की मदद से 20 ओवर में 152 रन का स्कोर खड़ा किया.
जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 2 विकेट शेष रहते इस मैच को जीत लिया. इस जीत से वेस्टइंडीज पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है.
तिलक वर्मा के अर्द्धशतक से भारत ने बनाए 152 रन
टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने आई भारतीय टीम की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नही हुई. सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल सिर्फ 7 रन बनाकर अल्जारी जोसेफ के शिकार बन गए. वहीं सूर्यकुमार सिर्फ एक रन बनाकर रन आउट हो गए. इसके बाद ईशान किशन और तिलक वर्मा के बीच एक छोटी सी साझेदारी हुई.
ईशान किशन ने 23 गेंद में 2 चौके और छक्के की मदद से 27 रन बनाए. वहीं तिलक वर्मा ने 41 गेंद में 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 51 रन बनाए. कप्तान हार्दिक पंड्या ने 24 तो अक्षर पटेल ने 14 रन बनाए. इन पारियों की मदद से भारत ने 20 ओवर में 152 रन बनाए.
एकतरफा मुकाबले में वेस्टइंडीज 2 विकेट से जीता
153 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की शुरुआत बेहद ख़राब रही. कप्तान हार्दिक पंड्या ने पहले ही ओवर में ब्रैंडन किंग और जाॅनसन चार्ल्स को पवेलियन भेज दिया.
अर्शदीप सिंह ने सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स को 15 रन के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट करा दिया, लेकिन इसके बाद निकोलस पूरन और रोवमैन पॉवेल के बीच अच्छी साझेदारी हुई.
निकोलस पूरन ने 40 गेंद में 6 चौके और 4 छ्क्के की मदद से 67 रनों की पारी खेली. कप्तान रोवमैन पॉवेल ने 21 रन बनाए. लेकिन भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपने एक ही ओवर में तीन सफलताएं प्राप्त की और भारत को मैच में वापस ला दिया. लेकिन अंत में अल्ज़ारी जोसेफ ने 10 गेंदो में 16 रन रन बनाकर वेस्टइंडीज को 2 विकेट से जीता दिया.
हार्दिक पंड्या की एक छोटी सी गलती की वजह से हारा भारत
भारतीय टीम के इस हार की वजह कप्तान हार्दिक पंड्या की खराब कप्तानी रही. पिछले मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतने के बाद भारत को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया था, लेकिन आज टॉस जीतने के बाद भी हार्दिक पंड्या ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया.
वेस्टइंडीज की टीम भले ही टेस्ट और वनडे में कमजोर हो, लेकिन टी20 में वो काफी मजबूत टीम है, ऐसे में भारत को लक्ष्य का पीछा करने के बारे में सोचना चाहिए था.