भारत में फ़िलहाल आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 खेला जा रहा है और पूरा विश्व क्रिकेट इस वक़्त भारत की तरफ़ केंद्रित है। लेकिन इसी बीच भारतीय घरेलू क्रिकेट में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी भी खेली जा रही है। अलग-अलग राज्यों के घरेलू क्रिकेटर इस टूर्नामेंट मे एक दूसरे के आमने-सामने हैं।
सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में ही जम्मू-कश्मीर से तअल्लुक़ रखने वाले और दुनिया भर में अपनी रफ़्तार से सुर्खियाँ बटोरने वाले स्टार तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक के लिए ये वक़्त अच्छा नहीं चल रहा है और टूर्नामेंट के एक मैच में बल्लेबाज़ों ने उनकी गेंदबाज़ी पर भरपूर रन ठोके।
इसके बाद कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि यहाँ से भारतीय टीम में वापसी का रास्ता उमरान मलिक के लिए काफ़ी मुश्किल और लंबा हो सकता है।
गेंदबाज़ी में पूरी तरह फ़्लॉप रहे उमरान मलिक
सोमवार, 16 अक्टूबर को बड़ौदा और जम्मू-कश्मीर के बीच खेले गए मुक़ाबले में मलिक ने 4 ओवर में 8.25 के महंगे इकॉनमी रेट से कुल 33 रन दिए, इस दौरान वो केवल एक विकेट अपने नाम कर सके।
मैच की बात करें तो जम्मू-कश्मीर के कप्तान शुभम खजूरिया ने टॉस जीतकर बड़ौदा को पहले बल्लेबाज़ी करने का न्यौता दिया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बड़ौदा ने निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट के नुक़सान पर 145 रनों का स्कोर खड़ा किया।
बड़ौदा के सामने जम्मू-कश्मीर को 19 रन से मिली हार
बड़ौदा के लिए कप्तान और सीनियर ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने 56 रनों का शानदार पारी खेली। पांड्या के अलावा शिवालिक शर्मा ने भी 46 रनों की पारी खेल कर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करने उतरी जम्मू-कश्मीर की टीम पूरे 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 126 रन ही बना सकी और 19 रन से मैच हार गई। टीम के लिए सलामी बल्लेबाज़ क़ामरान इक़बाल और कप्तान खजूरिया ने क्रमशः 37 और 29 रनों की पारियाँ खेली।
हालांकि वो कोई काम न आ सकी क्योंकि इन दोनों के अलावा टीम को कोई भी बल्लेबाज़ 20 रन का व्यक्तिगत आँकड़ा भी पार नहीं कर सका।