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पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में होती हैं ये काम करने की इच्छा, जानें क्या कहती है चाणक्य नीति

चाणक्य नीति के बारे में हर कोई जानता है और यह संस्कृत भाषा में लिखी गई है। हालांकि चाणक्य नीति को कई भाषाओं में किया गया। अंग्रेजी और हिंदी में भी इसके अनुवाद देखने को मिलते हैं। लोग चाणक्य नीति को पढ़ना पसंद करते हैं और अपनी-अपनी भाषाओं में लोग पढ़कर इससे वह सारे ज्ञान भी लेते हैं। कौटिल्य नीति को अपनी भाषा में लोग पढ़कर उससे प्रेरित होते हैं। चाणक्य का ज्ञान राजनीति, व्यवसाय और धन में काफी मददगार होता है।

चाणक्य नीति को नीति शास्त्र के रूप में भी जाना जाता है। इसको पढ़ने से आपको जीवन में हर कुछ हासिल करने में मदद मिलता है। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप किस क्षेत्र से हैं।चाणक्य नीति को अगर कोई पूरी तरह से कोई पढता है उसका अनुसरण करता है तो उसको सफल होने से कोई नहीं रोक पाता है।

चाणक्य नीति में स्त्रियों के बारे में लिखी गई है यह बातें

सड़क नीति में स्त्रियों के बारे में बहुत सारी बातें लिखी गई है। चाणक्य नीति के अनुसार स्त्रियां अपने मन में बात छुपा कर रखती हैं। किसी से  कोई बात नहीं बताती है। पुरुषों की तुलना में स्त्रियां उनकी भावनाओं के बारे में कम बताती हैं।

चाणक्य नीति में स्त्रियों के बारे में श्लोक के रिप में लिखा है। जिसमें लिखा गया है कि महिलाओं में पुरुषों की मुताबिक भूख दोगुना और लाज 4 गुना और साहस 7 गुना और काम 8 गुना होता है।

चाणक्य नीति में लिखा गया है कि स्त्रियों में पुरुष के मुकाबले भूख दोगुनी होती है। कामकाज की वजह से उनका खानपान बिगड़ जाता है। लेकिन वह ऊपर अपने काबू कर लेती हैं। वहीं पुरुषों के मुताबिक उनके अंदर  बहुत ही ज्यादा होती है किसी बात को कहने में सोचती हैं। महिलाओं के अंदर साहस की कोई कमी नहीं होती।

पुरुषों के मुताबिक उन्हें 6 गुना ज्यादा साहस होता है इसलिए नारी की शक्ति स्वरूप भी मानी जाती हैं। आचार्य चाणक्य के अनुसार स्त्रियों में काम इच्छा भी पुरुषों से आठ गुना ज्यादा होती है।

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