बांग्लादेश के खिलाफ कल हुए मैच में श्रीलंकाई टीम के तरफ से सदीरा समरविक्रमा ने संकटमोचक का किरदार निभाया. समरविक्रमा ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता. मुश्किल वक्त में सदीरा ने 72 गेंदो में 8 चौके और 2 छक्के की मदद से 93 रनों की पारी खेली.
यह सदीरा की ही पारी थी कि श्रीलंका 50 ओवर में 257 जैसा सम्मानजनक स्कोर बना पाया. मैच के बाद सदीरा ने क्या कहा, आइए पढ़ते हैं.
टीम की योजना 250 रन बनाने की थी~ सदीरा
मैन ऑफ द मैच रहे सदीरा समरविक्रमा ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए कहा कि,
‘जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो विकेट पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था. मेरी योजना अपना सामान्य खेल खेलने और अपना समर्थन करने की थी. मेरी योजना यथासंभव देर तक खेलने की थी. इंतजार कर रहा था कि गेंद मेरे पास आये, ज्यादा आगे न जाये. मैं गहरी बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहा था, योजना टीम के लिए 250 रन बनाने की थी. पता था कि विकेट स्पिनरों के लिए बड़ी भूमिका निभाने वाला है.’
अपने चोट के बारे में बोले महेश तीक्ष्णा
मैच में तीन बांग्लादेशी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजने वाले तीक्ष्णा ने कहा कि,
‘मैं बस अपने बेसिक्स के साथ गया, दूसरा ओवर फेंका, 3 ओवर के स्पैल के लिए वापस आया, बाद में मैं पुरानी गेंद के साथ वापस आया और विकेट लेने के लिए अपने अनुभव का इस्तेमाल किया. यह दर्दनाक था (चोट के बारे में), लेकिन जब आप देश के लिए खेल रहे हों तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. आज विकेट किसी और ने ले लिया. योजना यह थी कि विकेट टू विकेट गेंदबाजी की जाए, या तो एलबीडब्ल्यू आउट किया जाए, हमारी टीम भी ऐसा करने के लिए तैयार थी.’
तीक्ष्णा ने मैच में 9 ओवर की गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 69 रन देकर 3 विकेट चटकाए.