श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर भारतीय टीम ने आठवीं बार एशिया कप का टाइटल अपने नाम किया है. इस टूर्नामेंट से भारत को कई सकारात्मक बिंदु मिले हैं. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की वापसी से भारत की गेंदबाजी शानदार लग रही है. कुलदीप यादव ने स्पिन डिपार्टमेंट में जिम्मेदारी लिया है.
बल्लेबाजी में राहुल, शुबमन और विराट के शतक से भारत का टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर बेहतरीन दिख रहा है. लेकिन इन सब सकारात्मक पहलुओं के अलावा एक नकारात्मक पहलू भी है जिस पर कम लोग ध्यान दे रहे हैं.
नही चल रहा है रवींद्र जडेजा का बल्ला
रवींद्र जडेजा पिछले कुछ समय से आउट ऑफ फाॅर्म चल रहे हैं. एशिया कप में जडेजा से बड़ी पारी की उम्मीद थी. लेकिन यहां खेले गए लगभग हर मैच में जडेजा का बल्ला बिल्कुल शांत रहा है. रवींद्र जडेजा ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 14, श्रीलंका के खिलाफ 4 और बांग्लादेश के खिलाफ 7 रन बनाकर आउट हो गए.
बताया जा रहा है कि रवींद्र जडेजा के नाम के आगे पिछले 10 पारियों में 20 रन का स्कोर भी नही लगा है. वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में जडेजा के बल्ले से सिर्फ 32 रन निकला था. जडेजा हमेशा भारतीय पारी को संभालने हैं, लेकिन उनके खराब फॉर्म के वजह से भारत अपने स्कोर को बेहतर तरीके से फिनिश नही कर पाए रहा है.
रवींद्र जडेजा का चलना क्यों है इतना जरूरी
साल 2019 के विश्व कप के दौरान भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मैच खेला जा रहा था. न्यूजीलैंड के खिलाफ जब सभी भारतीय बल्लेबाजों फ्लाॅफ साबित हो रहे थे तब रवींद्र जडेजा ने भारतीय पारी को संभाला था.
इस पारी के बाद जडेजा का कद बहुत बड़ा हो गया था. जडेजा इसके बाद लगातार बड़े मैचों में बड़ा स्कोर करने लगे. अगर भारत को विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन करना है तब जडेजा का चलना बहुत ही जरूरी थी.