पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने तीन बार आईसीसी के टूर्नामेंट में जीत हासिल की। भारत ने बार आईसीसी विश्व कप और एक बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। विश्व कप 2019 में टीम इंडिया का नेतृत्व विराट कोहली ने किया था। उनकी अगुवाई में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी लेकिन कीवी टीम के खिलाफ मिली हार से भारत का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना चूर-चूर हो गया था।
2019 में मिली हार का बदला बीते दिन भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड से ले लिया। टीम इंडिया ने कीवी टीम के खिलाफ शनिवार को खेले गए मैच में 4 विकेट से जीत दर्ज की। भारत की इस जीत में विराट कोहली ने अहम योगदान दिया। धाकड़ बल्लेबाज ने 95 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
बच्चों की तरह रोए थे धोनी..
अब विश्व कप 2019 से जुड़ा एक किस्सा पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने साझा किया है। उन्होंने बताया कि सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी बच्चों की तरह रोए थे।
बांगर ने कहा कि,
“सभी प्लेयर्स के लिए यह भावनाओं को भरा क्षण था क्योंकि भारत इस टूर्नामेंट में बेहतरीन क्रिकेट खेल रहा था। हमने ग्रुप स्टेज में 9 मैचों में से सात मैच जीते थे। इंग्लैंड के खिलाफ टीम को हार मिली थी जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच बारिश में धुल गया था। लीग स्तर पर इस प्रदर्शन के बाद बाहर होना बेहद दुखदायी था। एमएस धोनी बच्चों की तरह रो रहे थे। हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत की आंखों में भी आंसू थे।”
18 रन से चूका था भारत
गौरतलब है कि विश्व कप 2019 का भारत बनाम न्यूजीलैंड मैच टीम इंडिया के लिए दु:स्वप्न साबित हुआ था। बारिश की वजह से ये मैच दो दिनों तक चला था। पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम ने 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 239 रन बनाए थे।
इसके जवाब में टीम इंडिया 49.3 ओवर में 221 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इस मुकाबले में धोनी ने 50 और जडेजा ने 77 रनों की पारी खेली थी। 18 रन की हार के साथ भारत का फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया था।