पृथ्वी शॉ जो इस समय अपने फिटनेस के वजह से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार शतक जड़ दिया है. इस पारी के बाद पृथ्वी शॉ की जमकर तारीफ हो रही है, उनके फैंस पूछ रहे हैं कि पृथ्वी शॉ का नाम विश्व कप की टीम में होना चाहिए. आखिर उनका नाम सेलेक्ट ऐसे कैसे इग्नोर कर सकते हैं. भारतीय सेलेक्टर्स पृथ्वी शॉ के जगह शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर को प्राथमिकता दे रहे हैं.
पृथ्वी शॉ ने पारी में लगाई 22 बाउंड्री
पृथ्वी शॉ ने अपने पारी में 13 चौके और 9 छक्के लगाया. पृथ्वी शॉ ने 46 गेंदो में ही शतक जड़ दिया. उन्होंने 61 गेंदो में 134 रन की अद्भुत पारी खेलते हुए भारतीय सेक्टर्स को अपने तरफ नजर फेरने के लिए मजबूर कर दिया है. इससे पहले भी एक पारी में पृथ्वी शॉ ने 34 गेंदो में 1 छक्के और 9 चौको की मदद से 55 रनों की पारी खेली थी.
वहीं मध्यप्रदेश के खिलाफ पृथ्वी शॉ ने 12 गेंदो में 29 रन की पारी खेली थी. शॉ के आलोचक उनके स्ट्राइक रेट पर बहुत सवाल उठाते हैं लेकिन इन पारियों मेलों देखेंगे कि पृथ्वी शॉ ने हर मैच में 170 प्लस की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.
क्यों खेली जाती है सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी
बार-बार आपके नजर के सामने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का नाम तैरता होगा. क्या आपने कभी सोचा है आखिर यह सैयद मुश्ताक कौन थे, जिनके नाम पर ट्रॉफी खेली जाती है. दरअसल सैयद मुश्ताक अली पहले भारतीय बल्लेबाज थे, जिन्होंने विदेशी जमीन पर पहला शतक लगाया था.
सैयद मुश्ताक एक खूबसूरत शैली के बल्लेबाज थे और उन्हीं के नाम यह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेला जाता है. तमिलनाडु ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी सबसे ज्यादा बार अपने नाम किया है. उन्होंने यह टाइटल 6 बार अपने नाम किया है.