ऑस्ट्रेलिया दिग्गज बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को विश्व कप के स्क्वॉड में जगह नही मिली थी. अब लाबुशेन हर मैच मे बेहतरीन प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट को यह दिखाना चाहते हैं कि उनका फैसला कितना गलत था. भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे मैच में मार्नस लाबुशेन ने 72 रनों की उपयोगी पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को विशाल स्कोर तक पहुंचाया. मैच के बाद उन्होंने अपने बल्लेबाजी और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को लेकर कुछ बात की है, आइए पढ़ते हैं.
क्या बोले मार्नस लाबुशेन
मैच के बाद बोलने आए मार्नस लाबुशेन ने कहा कि, ‘योगदान देकर अच्छा लगा. उस परिदृश्य (पुरानी गेंद से बल्लेबाजी कठिन होती जा रही है) से निपटना और बोर्ड पर अच्छा स्कोर बनाना अच्छा लगा. निश्चित रूप से ऐसा महसूस हुआ कि सामने वाले छोर पर खेल सबसे अच्छा था. लड़कों ने अंतिम छोर पर अच्छा प्रदर्शन किया. स्लॉग करना थोड़ा कठिन था. हम श्रृंखला हार गए हैं लेकिन वापसी करना और टीम को एकजुट होते देखना वास्तव में अच्छा लगा, बहुत संतोषजनक प्रदर्शन.’
ऑस्ट्रेलिया का टाॅप ऑर्डर ने दिखाया कमाल
ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले कुछ मैचों से लगातार हार का सामना कर रही है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3-2 से सीरीज हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम जब भारत में भी 2-0 से पिछड़ गई तो मैनेजमेंट को चिंता हो गई. लेकिन एकदिवसीय सीरीज के अंतिम वनडे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज द्वारा शानदार प्रदर्शन करते देखा मैनेजमेंट बहुत प्रसन्न और संतुष्ट होगा. सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने 56 रन बनाए. इसके बाद स्टीव स्मिथ और मिचेल मार्श के बीच 137 रनों की साझेदारी हुई. मार्श ने 96 तो स्मिथ ने 74 रन बनाए. मीडिल ऑर्डर में मार्नस लाबुशेन ने 72 रनों की उपयोगी पारी खेली. लगातार चार अर्धशतक जड़कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने अपने फाॅर्म में आने की सूचना दे दिया है.