RIP CRICKETER

इस वक्त क्रिकेट जगत में एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने भूचाल ला दिया है. इस साल के अंत में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है, जिससे पहले एक महान क्रिकेट खिलाड़ी (Heath Streak Death) ने 49 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. काफी समय से यह खिलाड़ी कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ रहे थे, जहां अंत में उन्होंने अपने प्राणों को त्याग दिए.

इस महान क्रिकेटर के निधन से क्रिकेट में जगत में शोक की लहर दौड़ गई है, जिसे सुनने के बाद हर कोई बेहद ही हैरान है. हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं जिम्बाब्वे के महान क्रिकेटर हीथ स्ट्रीक (Heath Streak Death) है जो काफी लंबे समय से साउथ अफ्रीका के अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे.

जिम्बाब्वे के लिए किया ये कारनामा

जिम्बाब्वे के इस महान ऑलराउंडर के इस तरह असमय चले जाने पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोग श्रद्धांजलि अर्पित करके नजर आ रहे हैं. उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए कप्तानी भी की है, जिन्होंने 65 टेस्ट और 189 एक दिवसीय माचो में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है.

उनके नाम कई बड़ी-बड़ी उपलब्धियां भी दर्ज थी. वह अभी भी टेस्ट और वनडे दोनों में जिम्बाब्वे के सर्वकालिक सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए हैं, जिनके नाम टेस्ट में 216 और वनडे में 239 विकेट दर्ज है. इसके अलावा वह टेस्ट और वनडे दोनों में 100 विकेट लेने वाले पहले जिम्बाब्वे के क्रिकेटर हैं.

आसान नहीं रही कप्तानी

जिम्बाब्वे के खिलाड़ी हीथ स्ट्रीक (Heath Streak Death) ने 1993 में अपना टेस्ट और वनडे दोनों ही डेब्यू किया था. लगातार गेंद और बल्ले से कमाल दिखाने के बाद उन्हें 2000 में टीम की कप्तानी सौंप गई.

कप्तान के रूप में उनकी राह आसान नहीं थी. अगले एक साल बाद ही उन्हें इस पद से हटा दिया गया था, लेकिन फिर 2002 में वह जिम्बाब्वे के कप्तान बने, जिन्होंने निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए वनडे में 2943 रन बनाए हैं.

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