ICC

ICC New Rule : मैरूलेबों क्रिकेट क्लब, एमसीसी (Marylebone Cricket Club, MCC ), ने 9 मार्च आईसीसी यानी की इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में कई बदलाव किए है। ये नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे। यानी कि आगमी टी20 विश्व कप जोकि ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है। इन नियम का पालन इस विश्व कप से ही किया जायेगा। इनमे से कई नियम का ट्रायल ईसीबी ने “द हंड्रेड सीरीज” में किया जा चुका है। जानिए किन नियम में हुआ है बदलाव….

बॉल पर थूक लगाने पर प्रतिबंध

VIRAT

गेंद को चमकाने के लिए खिलाड़ी उस पर थूक लगाकर साफ करने की कोशिश करते है। जिसपर Covid के चलते प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन ICC की आचार संहिता 41.3 में संशोधन के साथ ही इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। इंटरनेशनल मैच के दौरान किसी खिलाड़ी का गेंद पर थूक गेंद के साथ छेड़छाड़ यानी कि बॉल टेंपरिंग ( Ball Tempering) के अंतर्गत रखा जाएगा। MCC के अनुसार, खिलाड़ी पहले गेंद को चमकाने के लिए पसीने का इंतेमाल करते थे, वो ही वहां तक ठीक था।

नए नियम के मुताबिक गेंद पर थूक लगाना मना है, जिसके पीछे का कारण है, गेंद पर लार के इस्तेमाल के खिलाड़ी सुगर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगते है। जिसे किसी चीज के द्वारा ही गेंद में छेड़छाड़ माना जायेगा।

मांकडिंग को लेकर रुख साफ

अश्विन

मैच के दौरान नॉन स्ट्राइक खिलाड़ी के गेंद फेकने के लिए ले रहे गेंदबाज की रनिंग के दौरान आगे आ जाने पर गेंदबाज नॉन स्ट्राइकर को रन आउट कर देता है। जिसे अब ऑफिशियल तौर पर रन आउट माना जायेगा। ये काफी विवादित मुद्दा है। इसे कई बार खेल भावना विपरीत बता कर विवादो में रखा गया है। लेकिन अब ये ऑफिशियल रन आउट की श्रेणी में आता है।

क्या है मांकडिंग : जब गेंदबाज गेंद फेकने के पहले नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज के द्वारा क्रीज छोड़ कर आए बड़ जाने के बाद, गेंदबाज अपना हाथ रोककर खिलाड़ी को स्टंप की गिल्लियो के बिखेर देने पर आउट कर देता है, इसे मांकडिंग कहा जाता है। इंडियन प्रीमियर लीग IPL में जोस बटलर इस ट्रिक से आउट होने वाले पहले खिलाड़ी थे, जोकि काफी चर्चा में रहा था। इसको खेल भावना के विपरीत बताया गया था।

बता दें, ऑस्ट्रेलिया और भारत की एक सीरीज के समय भारतीय टीम के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज विल ब्राउन को इसी तरीके से अपना शिकार बनाया था। जिसके बाद उनके उपनाम पर ” मांकडिंग” नाम रखा गया।

किसी भी खिलाड़ी के आउट होने के बाद नया खिलाड़ी ही लेगा स्ट्राइक

MCC के द्वारा आईसीसी की धारा 18 में संशोधन किया गया है। जिसके मुताबिक क्रीज के दोनों छोर पर मौजूद खिलाड़ी में से कोई भी आउट हो, मैदान पर आने वाला नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा। चाहे विकेट गिरने के पहले खिलाड़ियों ने स्ट्राइक बदली हो या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा नया बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा।

बता दे, अभी तक ( 1 अक्टूबर 2022 तक) अगर कोई खिलाड़ी जोकि कैच आउट हो रहा हो। वो शॉट लगाने वाले खिलाड़ी के साथ रनिंग में स्ट्राइक बदल ले या फिर आधी क्रीज तक का भी सफर कर ले तब स्ट्राइक उसे ही मिलती थी। लेकिन अब नए खिलाड़ी को स्ट्राइक दी जाएगी।

ALSO READ:WTC points Table: टीम इंडिया से मिली हार के बाद श्रीलंका ने डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में गंवाया नंबर वन का ताज, जानिए कहां पहुंचा भारत?

डेड बॉल बॉल नियम में भी बदलाव

जर्वो

मैच के दौरान व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु के द्वारा किसी भी पक्ष को हानि होती है, तब इसे डेड बॉल कहा जायेगा। मैच के दौरान फैंस के अचानक मैदान में प्रवेश या फिर किसी जानवर जैसे कुत्ते के घुस आने पर खेल पर कोई असर पड़ता है तब अंपायर की कॉल होगी और उसे डेड बॉल करार देंगे।

ALSO READ:ICC TEST RANKING: रैंकिंग में रविचंद्रन अश्विन का कमाल गेंदबाजी के साथ दुनिया के दूसरे नंबर का ऑलराउंडर बने, देखिये पूरी रैंकिंग