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6,6..4,4,4,4…12 चौके और 2 छक्के लगा अर्जुन तेंदुलकर ने खेली तूफानी पारी, पहली बार बेटे में दिखी सचिन तेंदुलकर की छवि, पेश की टीम इंडिया की दावेदारी

भारत की घरेलू लीग रणजी ट्रॉफी का रोमांच शुरू हो चुका है। देशभर में कई जगहों पर एक साथ मुकाबले खेले जा रहे हैं। इसी कड़ी में ग्रुप स्टेज में गोवा और राजस्थान के बीच मुकाबला खेला गया है। इस मुकाबले में दिग्गज खिलाड़ी तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपना डेब्यू किया है और आते ही मैदान पर गदर मचा दी है। इतना ही नहीं इस खिलाड़ी ने आज डेब्यू करते ही अपने पिता के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है।

अर्जुन तेंदुलकर ने की अपने पिता के रिकॉर्ड की बराबरी

178 गेंदों पर 12 चौके और दो छक्के की मदद से शतक लगाने के बाद अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पिता सचिन के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। दरअसल यह रिकॉर्ड था रणजी मैच में डेब्यू पर सेंचुरी जड़ने का।

सचिन ने पहले रणजी मैच में गुजरात के खिलाफ 100 रनों की नाबाद पारी खेली थी उन्होंने 129 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया था और उस समय उनकी उम्र महज 15 साल थी। हालांकि दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था और यह मुकाबला ड्रॉ हो गया था।

प्रभु देसाई के साथ मिलकर निभाई साझेदारी

बात अगर मुकाबले की करें तो गोवा की शुरुआत सधी हुई रही है ओपनर सुमिरन ने 9 रनों पर आउट होने के बाद आमोद देसाई भी 17 रनों पर अपना विकेट गंवा बैठे तभी सुयश प्रभु देसाई ने इसका एक छोर संभाले और स्नेहल के साथ मिलकर टीम के लिए रन बनाने का काम किया।

स्नेहल 59, लाड 17 तो एकनाथ 3 रन बनाकर अपना विकेट गंवा दिया। जिसके बाद मैदान पर आए प्रभु देसाई ने अर्जुन तेंदुलकर के साथ मिलकर 200 से ज्यादा रनों की पार्टनरशिप की और टीम के स्कोर को 400 तक पहुंचाने का काम किया।

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युवराज के पिता से ले रहे हैं ट्रेनिंग

दरअसल अर्जुन तेंदुलकर ने इसी साल गोवा की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का फैसला लिया था और इस दौरान वह चंडीगढ़ में मशहूर क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह से क्रिकेट की ट्रेनिंग लेने के लिए आए हैं।

योगराज इससे पहले भी कई सारे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को तैयार कर चुके हैं। इतना ही नहीं योगराज नहीं अपने बेटे युवराज सिंह को ट्रेनिंग देकर इंटरनेशनल स्तर के लिए तैयार किया था।

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