स्टीफन फ्लेमिंग: जीत का श्रेय अक्सर खिलाड़ियों की दिया जाता है. जीत के जश्न में भी खिलाड़ी ही नजर आते है. हर इन्टरव्यू में, हर ऐड में खिलाड़ी ही नजर आते हैं, लेकिन पता सबको है कि एक टीम के जीत में जितना रोल खिलाड़ी का होता है उतना ही रोल कोच का भी होता है.
सीएसके के चैंपियन बनने मे जितना रोल खिलाड़ियों का है उतना है टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग का भी है. फाइनल जीतने के बाद स्टीफन फ्लेमिंग ने क्या कहा है, आइए पढ़ते हैं.
स्टीफन फ्लेमिंग पथिराना को दिया जीत का पूरा श्रेय
मैच के बाद बोलते हुए स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि,
‘हमारे पास करीब 20 खिलाड़ी और 15 कोचिंग स्टाफ हैं. यह लोगों का कारवां है, लेकिन दिन के अंत में, आप सब बस बैठे हैं और असहाय होकर देख रहे हैं. (विकासशील खिलाड़ियों पर) वह (पथिराना) बड़े पैमाने पर रहे हैं. हम गेंदबाजी विभाग में थोड़े कम रहे हैं, इसलिए तुषार ने मोर्चा संभाला. हमारे पास चाहर, सिमरजीत और कुछ अन्य लोगों के साथ काफी प्रतिभा है. पथिराना के साथ, बैकएंड अचानक हमारे लिए एक हथियार बन गया.’
अंतिम गेंद पर चेन्नई सुपर किंग्स ने हासिल की जीत
पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात टाइटंस ने 20 ओवर में 214 रन का स्कोर बनाया. गुजरात टाइटंस ने 214 रन बनाए थे, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के पारी के पहले ही ओवर में बारिश आ गई. बारिश के वजह से सीएसके को रिवाइज्ड टोटल 15 ओवर में 171 रन का मिला.
इस लक्ष्य का पिछा करने उतरी चेन्नई की शुरुआत भी तेजतर्रार रही. एक तरह डेवोन काॅनवे ने 25 गेंदो में 4 चौके और 2 छक्के की मदद से 47 रन बनाए तो दूसरी तरफ ऋतुराज गायकवाड़ ने 16 गेंद में 26 रन बनाए.
बीच को कुछ और छोटी और और तेजतर्रार पारी आई लेकिन जब 2 गेंद में 10 रन चाहिए तो जडेजा ने एक छ्क्का और चौका लगा दिया.