इस समय बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की दिक्कतों में और भी अधिक इजाफा कर दिया है. इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने त्यौहार के समय पर आम लोगों को राहत देने के लिये एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने पाम और सन फ्लॉवर ऑयल (Sunflower Oil) पर एग्री सेस (Agri Cess) और कस्टम ड्यूटी (Custom Duty) को कम कर दिया है. इससे पहले उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय (Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution) ने तेल और तिलहन पर स्टॉक लिमिट लागू करने का आदेश पारित किया था. अब ये स्टॉक लिमिट 31 मार्च 2022 तक लागू रहने वाली है. राज्यों को इसमें कहा गया है कि आदेश जारी कर इसका सख्ती से पालन किया जाए.
आयात शुल्क में की गयी इतने रुपये की कटौती
सरकार ने जो ये फैसला लिया इसके मुताबिक क्रूड पाम तेल पर ड्यूटी को घटा दिया गया और 8.25% (पहले 24.75%) , RBD पामोलीन पर 19.25 (पहले 35.75), RBD पाम तेल पर 19.25 (पहले 35.75), क्रूड सोया तेल पर 5.5 (पहले 24.75), रिफाइंड सोया तेल पर 19.5 (पहले 35.75), क्रूड सूरजमुखी तेल पर 5.5 (पहले 24.75) और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर 19.25 (पहले 35.75) कर दी गयी. ड्यूटी घटाए जाने पर CPO के भाव में 14,114.27, RBD के 14526.45, सोया तेल के 19351.95 रुपए प्रति टन घटे है. सरकार के इस फैसले के बाद खाद्य तेलों में 15 रुपये की नमी देखी गयी.
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इस दिन से लागू होगा ये फैसला
एक अधिसूचना जारी करते हुए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने कहा कि शुल्क में कटौती 14 अक्टूबर से प्रभावी होगी और 31 मार्च, 2022 तक लागू रहने वाले हैं.
बीते माह भी हो चुकी है आयात शुल्क में कमी
मालूम हो कि, बीते माह 11 सितंबर को भी पाम तेल, सोया तेल और सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क में कमी की गई थी. तो वहीं कच्चे पाम तेल पर मूल इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) को 10 % से घटाकर 2.5 % किया गया है. तो वहीं कच्चे सोया तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर भी आयात शुल्क 7.5 % से घटाकर 2.5 % कर दिया गया है.
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Published on October 14, 2021 10:51 pm