Abhishek Sharma statement: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैच की टी20 सीरीज आखिरीकार भारत ने कब्ज़ा कर लिया है. सीरीज का आखिरी मैच ब्रिसबेन के गाबा मैदान में खेला गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने एक बार फिर टॉस जीत लिया. वही भारत को बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया और पहले बल्लेबाजी करने भारत उतरी. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस मैच में तिलक वर्मा को आराम दे दिया और उनकी जगह रिंकू सिंह को शामिल किया.
बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के तरफ से ओपनर शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) उतरे जो एक बार फिर धुअधार शुरुआत दिलाने में कामयाब रहे है. गिल भी केवल बाउंड्री से बात कर रहे थे. दोनों ने बारिश से पहले भारत का 4.5 ओवर में 52 रन बना दिया था.
अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) ने तोड़ा रिकॉर्ड बने दुनिया में नंबर 1
बारिश थमने से पहले अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) 13 गेंद में 23 और शुभमन गिल 16 गेंद में 29 रन बनाकर खेल रहे. हालाँकि बाद मैच दुबारा शुरू हो नहीं सका और भारतीय टीम यह सीरीज 2-1 से अपने नाम किया. वही अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) इस मैच में अपने 1000 रन भी पूरे किये.वह दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए है टी20 में सबसे कम गेंद में 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी है. इस सीरीज में अभिषेक ने सबसे ज्यादा रन बनाये और प्लेयर ऑफ़ सीरीज अपने नाम किये.
Abhishek Sharma ने कहा- अगर मै टी20 विश्वकप खेला तो…
अवार्ड लेते हुए बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
“मैं इस टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था. जब मुझे पता चला कि हम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं, तो मैं बहुत उत्साहित था. मैंने अपने पूरे करियर में देखा है कि ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ों के लिए काफ़ी अनुकूल है. मुझे लगता है कि हम बीच में बेहतर स्कोर बना सकते थे.
वही मैच के बारे में बात करते हुए कहा,
“जिस तरह से वह (हेज़लवुड) गेंदबाज़ी कर रहे थे, वह किसी भी टीम के लिए फायदेमंद था. मैंने पहले भी कहा है कि मुझे बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों के बीच की जंग हमेशा पसंद आती है. वह एक विश्वस्तरीय गेंदबाज़ हैं. अगर आपको अच्छा क्रिकेट खेलना है और भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करना है, तो आपको विश्वस्तरीय गेंदबाज़ों का सामना करना होगा. मैं सिर्फ़ इसी तरह के गेंदबाज़ों के लिए अभ्यास कर रहा था क्योंकि इसी तरह आप अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं”.
कप्तान और कोच की तारीफ करते हुए कहा कि,
“कप्तान और कोच का ख़ास तौर पर ज़िक्र करना चाहूँगा, उन्होंने मुझे यह ज़िम्मेदारी दी है कि मैं जाकर खुद को खुल कर दिखाऊ . मुझे लगता है कि एक बल्लेबाज़ के तौर पर, जब आप 20 या 30 रन बनाते हैं, तो यह आपके लिए भी आसान नहीं होता क्योंकि आप जानते हैं कि आप ज़्यादा देर तक खेल सकते हैं. लेकिन टीम के लिए लय बनाने के लिए उन्होंने मुझे जो स्पष्टता दी है, उसी का मैं नेट्स और ऑफ-सीज़न में भी अभ्यास कर रहा हूँ.”
टी20 विश्वकप पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि,
“यह सबसे बड़े टूर्नामेंटों में से एक है (अगले साल घर में होने वाला टी20 विश्व कप). अगर मैं विश्व कप खेलूँगा तो यह मेरे सपने के सच होने जैसा होगा. बचपन से ही मैंने हमेशा यही सपना देखा है – विश्व कप जीतना और अपने देश के लिए मैच जीतना. मैं यह सुनिश्चित करूँगा कि मैं उस टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह तैयार रहूँ. ”
