भारतीय टीम (Team India) के दिग्गज खिलाड़ी रविचन्द्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने सभी को चौंकाते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के बीच अचानक ही संन्यास का ऐलान कर दिया. तीसरा टेस्ट मैच ब्रिसबेन के गाबा में खेला गया, जहां मैच 5वें दिन ड्रा के साथ खत्म हुआ. भारतीय टीम के इस खिलाड़ी ने अपने संन्यास से सभी को हैरान किया था और उस दौरान उन्होंने ये नही बताया था कि उनके संन्यास की असली वजह क्या थी, लेकिन अब उन्होंने इस बारे में खुलकर बात की है और अपने संन्यास के वजह का खुलासा किया है.
Ravichandran Ashwin ने बताया क्यों लिया संन्यास?
भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी रविचन्द्रन अश्विन ने अपने संन्यास को लेकर बात करते हुए कहा कि
“मैंने कई बार संन्यास पर विचार किया. मुझे लगा कि मैं जिस दिन जांगूगा और महसूस करूंगा उसी दिन मैं संन्यास ले लूंगा. मुझे अचानक महसूस हुआ कि रचनात्मक तौर पर तलाशने के लिए अब बहुत कुछ नहीं है.”
वहीं फेयरवेल मैच न खेलने को लेकर भारतीय टीम के इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि
“मैं हमेशा चीजों को जितना हो सके, उतना सहज तरीके से छोड़ना चाहता था, क्योंकि मैं लोगों द्वारा सेलिब्रेट करने पर विश्वास नहीं करता हूं. मुझे भारत में मिलने वाली अटेंशन भी खास पसंद नहीं. ये गेम ही है, जो हमेशा मुझसे आगे रहता है.”
Ravichandran Ashwin का करियर रहा है शानदार
रविचन्द्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को लेकर शुरूआत में खबर आई थी कि वो ऑस्ट्रेलिया नही जाना चाहते थे, उन्होंने टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई से कहा था कि अगर उन्हें प्लेइंग 11 में मौका मिलेगा तो ही वो ऑस्ट्रेलिया जायेंगे, लेकिन फिर भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजा गया. रविचन्द्रन अश्विन को 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के 3 मैचों में से केवल 1 में मौका मिला था, जिसके बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया था.
रविचन्द्रन अश्विन ने अपने करियर में कुल 106 टेस्ट मैच खेले, जिसमे 537 विकेट झटके हैं. वहीं 116 वनडे मैचों में अश्विन के नाम 156 विकेट दर्ज हैं, तो 65 टी-20 मैच में अश्विन ने 72 विकेट चटकाए हैं.
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