Asia Cup 2022 का बिगुल बज चुका है। ये टूर्नामेंट यूएई में 27 अगस्त से शुरू हो जाएगा। टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम अपने स्कवॉड को तैयार कर रही है। पिछले कुछ महीनो में कई खिलाड़ियों को ट्राय किया गया, लेकिन एक ऐसा भारतीय खिलाड़ी है, जिस पर कप्तान रोहित शर्मा और टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ की नजर नहीं जा रही है।
एक बार फिर भारतीय टीम ने किया नजरंदाज
सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को काफी समय से लगातार नजरंदाज किया का रहा है। पृथ्वी शॉ को वीरेंद्र सहवाग की ही तरह विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में माना जाता है। साथ ही उनमें सचिन तेंदुलकर की तरह रन बटोरने की काबिलियत भी है। पृथ्वी शॉ आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं और आईपीएल में उनकी बैटिंग इस बात का सबूत भी है।
टी-20 स्कवॉड में पृथ्वी शॉ को शामिल ना करना हैरानी भरा फैसला लगता है। पृथ्वी शॉ का आईपीएल में स्ट्राइक रेट 147.45 का है। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री कह चुके हैं कि पृथ्वी शॉ में सहवाग, सचिन और लारा की झलक दिखती है।
माना जाता है भारतीय टीम का भविष्य
क्रिकेट जानकारो का कहना है कि पृथ्वी शॉ को जितने मौके दिए जाएंगे वह उतना ही बेहतर क्रिकेटर बनते जाएंगे। ऐसे में भारतीय चयनकर्ताओं को इस धाकड़ बल्लेबाज को एशिया कप में शामिल करना चाहिए था।
पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारत एक बार अंडर-19 का खिताब भी जीत चुका है। भारत के युवा सितारों ने जब 2019 के अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात दी तो शॉ उस टीम के कप्तान थे।
पृथ्वी शॉ ने अब तक भारत के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं। वही, पृथ्वी शॉ ने 6 वनडे मैचों में 189 रन बनाए हैं। 63 IPL मैचों में पृथ्वी शॉ ने 1588 रन बनाए हैं। टेस्ट में पृथ्वी शॉ के नाम 1 शतक भी है।
इसके अलावा पृथ्वी शॉ को भारत का भविष्य भी माना जाता है। रोहित शर्मा की रिटायर होने के बाद कहा जाता है पृथ्वी शॉ उनकी जगह एक बड़े अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं। आगे जाके भारत को एक नए ओपनर की जरूरत होगी जिसपे टीम निर्भर हो सके, और पृथ्वी शॉ ऐसे खिलाड़ी हो सकते है। ऐसे में एशिया कप में ना खिलाकर पृथ्वी शॉ के साथ नाइंसाफी जरूर हुई है।