Team India में जगह बनाना किसी के लिए आसान बात नहीं है। टीम में ऐसे कई खिलाड़ी आए जिनका भविष्य बेहद बढ़िया नजर आया, लेकिन वह भारतीय टीम के भीतर मौजूद राजनीति का शिकार हो गए।
ऐसे खिलाड़ियों को कम मौका मिला, जो आगे चलकर फिर कभी टीम में नजर नहीं आए। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम किए थे। इसके बावजूद वह टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करने में नाकाम रहे। आइए नजर डालते हैं दो ऐसे ही खिलाड़ियों पर।
अंबाती रायडू
कुछ साल पहले टीम इंडिया सीमित ओवरों के क्रिकेट में नंबर-4 के लिए एक अच्छे विकल्प की तलाश कर रही थी। तब उस समय अंबाती रायुडू अच्छी फॉर्म में चल रहे थे और उन्होंने चार नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कई बेहतरीन पारियां खेलीं। वह 2019 वर्ल्ड कप के लिए नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के प्रमुख दावेदार बन गए। हालांकि, 2019 वर्ल्ड कप में अचानक इस खिलाड़ी को सेलेक्टर्स ने टीम से बाहर कर दिया।
उनकी जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को टीम में जगह दी गई। अंबाती रायुडू ने इसका विरोध जताते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया। उस समय, मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने विजय शंकर के चयन को सही बताते हुए कहा था- विजय टीम को थ्री डी (बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग) ऑप्शन देंगे।
इसके बाद अंबाती रायुडू ने चयनकर्ताओं को ताना मरते हुए ट्वीट किया था- मैंने 3D चश्मे का पेयर ऑर्डर किया है वर्ल्ड कप देखने के लिए। आगे चलकर विजय शंकर चोटिल होके भारतीय क्रिकेट से बाहर हुए और उन्हें फिर भी भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया।
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करुण नायर
करुण नायर ने अपने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 303 रन की नाबाद पारी खेली थी और एक कीर्तिमान स्थापित किया था, वो भी इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ। वह टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने वाले भारत के सिर्फ दूसरे क्रिकेटर बने, उनसे पहले वीरेंद्र सहवाग ने तिहरा शतक जड़ा था।
इस तिहरे शतक के बाद लगा था कि करुण नायर का करियर अब आगे ही बढ़ता जाएगा लेकिन इसका बिल्कुल उल्टा ही हुआ। करुण नायर ने आखिरी बार साल 2017 में टीम इंडिया के लिए टेस्ट खेला था। उनका आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने पांच रन की पारी खेली थी।
करुण ने टीम इंडिया में मौका नहीं मिलने पर भारतीय टीम के तब के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री पर बड़े आरोप भी लगाए थे। उन्होंने इस समय बताया था कि
‘ना तो मुझे कोच ने, ना ही कप्तान और ना ही चयनकर्ताओं ने बताया कि मैं टीम से क्यों बाहर हूं? मुझसे किसी ने इस बारे में बात नहीं की।’