भारतीय टीम (Team India) के स्टार आलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने वापसी के साथ ही साउथ अफ्रीका (South Africa Cricket Team) पर कहर बनकर टूटे. हार्दिक पंड्या ने पहले 200 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और 28 गेंदों में 59 रन बना डाले. इसके बाद जब वो गेंदबाजी में आए तो उन्होंने अपने ओवर की पहली ही गेंद पर डेविड मिलर का विकेट झटका.
हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) की इस विस्फोटक बल्लेबाजी की बदौलत ही टीम इंडिया ने पहले निर्धारित 20 ओवरों में 175 रन बनाए, हार्दिक पंड्या को इसके लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया. हार्दिक पंड्या ने क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.
Hardik Pandya ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी पर कही ये बात
भारतीय टीम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने अपनी विस्फोटक पारी पर कहा कि
“मुझे अपने शॉट्स पर भरोसा करना था. यहां आपको थोड़ा साहस दिखाना पड़ता. यह ज्यादा ताकत लगाने का मैच नहीं था, बल्कि इसमें टाइमिंग पर ध्यान देने की जरूरत थी. मैं अपनी बल्लेबाजी से बहुत संतुष्ट था. पिछले 6-7 महीने फिटनेस के लिहाज से मेरे लिए बेहद शानदार रहे हैं.”
हार्दिक पंड्या ने अपने इस शानदार प्रदर्शन का श्रे NCA को देते हुए कहा कि
“मैं इसके पीछे की कड़ी मेहनत को लेकर कोई बड़ी बात नहीं करता, लेकिन साथ ही, ये पिछले 50 दिन, अपने परिवार वालों से दूर रहना, NCA में समय बिताना, हर पहलू पर काम करना, और जब मैदान में आकर उसका परिणाम दिखता है तो वह बहुत संतोष देता है.”
Hardik Pandya ने कहा कि मै हमेशा देश के लिए कुछ भी कर सकता हूँ
हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने कहा कि मै कभी ये नही सोचता कि मुझे क्या करना है, मेरा फोकस हमेशा होता है कि भारत मुझसे क्या चाहता है. हार्दिक पंड्या ने 140 करोड़ भारतीयों का दिल जीतते हुए कहा कि
“एक क्रिकेटर के तौर पर, मुझे नहीं लगता कि मैं कभी भी अपने रोल को लेकर नखरे करता हूं. मैं हमेशा यह पक्का करने के लिए मोटिवेटेड रहा हूं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हार्दिक पंड्या क्या चाहते हैं; इससे फर्क पड़ता है कि इंडिया क्या चाहता है. जब भी मुझे मौके मिलते हैं, मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं.”
हार्दिक पंड्या ने कहा कि वो कभी अपने लिए नही खेलते हैं, उनका हमेशा कोशिस यही रहती है कि वो देश के लिए कुछ खास कर सकें. हार्दिक पंड्या ने आगे कहा कि
“कुछ दिन अच्छे होते हैं, कुछ नहीं, लेकिन माइंडसेट हमेशा मेरी मदद करता है. अपने पूरे करियर में, मैंने अपनी टीम को सबसे पहले, देश को सबसे पहले रखने की कोशिश की है, चाहे मैं किसी भी टीम के लिए खेला हूं. यही मेरी सबसे बड़ी USP है और इसी चीज़ ने हमेशा मेरी मदद की है.”
ALSO READ: सूर्यकुमार यादव ने अर्शदीप और बुमराह को नजरअंदाज कर इन 2 भारतीय खिलाड़ियों को दिया जीत का पूरा श्रेय
