Tilak Varma: भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच तीसरा टी20 मैच आज धर्मशाला में खेला जाना है. भारतीय टीम (Team India) ने इस सीरीज का पहला मैच बाराबाती स्टेडियम में खेला था, जहां टीम इंडिया ने एकतरफा मुकाबले में 101 रनों से शिकस्त दी थी, वहीं साउथ अफ्रीका की टीम (South Africa Cricket Team) ने दूसरे टी20 में बदलाव किया. इसके बाद साउथ अफ्रीका ने मुल्लांपुर में भारत को एकतरफा मुकाबले में 51 रनों से हराया.
अब भारतीय टीम तीसरे टी20 में वापसी कर इस मैच को जीतना चाहती है, लेकिन इसके पहले भारतीय फैंस के मन में बस एक ही सवाल है और वो है टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम में इतने बदलाव क्यों किया जा रहा है. अब तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और इसके पीछे की वजह बताई है.
Tilak Varma ने बताया क्यों बदल रही टीम इंडिया की बल्लेबाजी क्रम
भारतीय टीम के लिए तिलक वर्मा (Tilak Varma) ही एकलौते ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी, लेकिन वो टीम इंडिया को जीत नही दिला सके, इसके पीछे की वजह अक्षर पटेल का नंबर 3 पर आकर 21 गेंदों में सिर्फ 21 रन बनाना था. अब तिलक वर्मा ने धर्मशाला मैच से पहले प्री मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने इस दौरान बल्लेबाजी क्रम में हुए बदलाव को लेकर कहा कि
“ओपनिंग बल्लेबाजों को छोड़कर सभी किसी भी क्रम पर खेल सकते हैं. मैं तीसरे से छठे नंबर तक कहीं भी खेल सकता हूं, जहां टीम को मेरी जरूरत हो. हर टीम को लगता है कि कोई फैसला रणनीति की दृष्टि से जरूरी है तो सभी उसके साथ होते हैं. एक मैच खराब हो सकता है. अक्षर पटेल ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया. यह हालात पर निर्भर करता है.”
तिलक वर्मा (Tilak Varma) के इस बयान से साफ है कि भले ही टी20 विश्व कप 2026 पास खड़ा है, लेकिन टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव रुकने वाला नही है. भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर अपनी मनमानी जारी रखेंगे.
धर्मशाला की पिच पर तिलक वर्मा ने कही ये बात
भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी तिलक वर्मा ने धर्मशाला की पिच पर बात करते हुए कहा कि
“मैं यहां पहले भारत के लिये अंडर 19 सीरीज खेल चुका हूं. हम विकेट को देख रहे हैं और लगता है कि काफी रन बनेंगे. टॉस हमारे हाथ में नहीं है. हम ओस की चुनौती का सामना करने के लिये तैयार हैं और हल्की गीली गेंद से अभ्यास किया है. यहां मौसम काफी ठंडा है लेकिन हम शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार हैं. मानसिक रूप से मजबूत लोग हर जगह जीतते हैं.”
