भारतीय टीम (Team India) के दिग्गज खिलाड़ी और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने आईपीएल 2025 (IPL 2025) के बीच ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था, उसके पहले भारत को आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) जीताने के बाद उन्होंने टी20 क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने बताया कि उनके पिता उनके इस फैसले से नाराज हैं.
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इस दौरान कहा कि जब मेरे पिता गुरुनाथ शर्मा को मेरे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के फैसले के बारे में पता चला तो वो बेहद नाराज हो गये. रोहित शर्मा ने कहा कि ”मेरे पिता लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट के प्रशंसक रहे हैं और उन्हें “नए जमाने” का क्रिकेट पसंद नहीं है.”
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ही तय हो गया था Rohit Sharma का संन्यास
भारतीय टीम जब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) गई तो उस दौरान रोहित शर्मा पिता बनने वाले थे और इसी वजह से उन्होंने पहले टेस्ट मैच से अपना नाम वापस ले लिया था और उनकी जगह जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को टीम का कप्तान बनाया था और भारत ने उस मैच में जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) वापस आए और उसके बाद 3 मैचों में से 1 मैच ड्रा हुआ जबकि 2 में भारत को हार का सामना करना पड़ा.
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इसके बाद अंतिम और 5वें टेस्ट से अपना नाम वापस लिया और बेंच पर बैठे, इस मैच में एक बार फिर जसप्रीत बुमराह को टीम का कप्तान बनाया गया, लेकिन दूसरे दिन ही वो चोटिल हो गये और भारतीय टीम को इस मैच में शिकस्त के साथ ही सीरीज भी 1-3 से गंवानी पड़ी. इसके बाद रोहित शर्मा से पूछा गया कि अब वो टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले है, तो उस दौरान रोहित शर्मा ने कहा था कि “वो कहीं नहीं जा रहे हैं.”
भारतीय कप्तान ने इसके बाद घरेलू क्रिकेट भी खेला और उम्मीद थी कि इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान वो ही टीम इंडिया के कप्तान होंगे, लेकिन ऐसा हुआ नही और रोहित शर्मा ने आईपीएल 2025 के बीच अचानक से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
Rohit Sharma ने अपने संन्यास पर पहली बार तोड़ी चुप्पी
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अभी हाल ही में अपने साथी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा की पत्नी पूजा की किताब ‘द डायरी ऑफ ए क्रिकेटर वाइफ’ के लॉन्च के मौके पर मौजूद थे और इस दौरान उन्होंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. रोहित शर्मा ने इस इवेंट के दौरान कहा कि
“मेरे पिता एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे. मेरे पिता ने भी हमारी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए बहुत कुछ त्याग किया. मेरे पिता हमेशा से ही टेस्ट क्रिकेट के प्रशंसक रहे हैं. यह नए दौर का क्रिकेट उन्हें पसंद नहीं है. मुझे आज भी वह दिन याद है जब मैंने ODI में 264 रन बनाए थे. उन्होंने कहा था, ठीक है, अच्छा खेला. बहुत बढ़िया. उनमें ज्यादा उत्साह नहीं था. मैदान पर उतरना और यह सब करना महत्वपूर्ण है. लेकिन अगर मैं टेस्ट क्रिकेट में 30, 40 या 50 रन भी बनाता था, तो वह इसको लेकर मेरे साथ डिटेल में बात करते थे. इस गेम के लिए उनका प्यार कुछ ऐसा ही था.”
“मेरे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर वो निराश थे”
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के फैसले को जब अपने पिता को बताया तो थोड़ा निराश थे, रोहित शर्मा ने कहा कि
“उन्होंने स्कूल क्रिकेट के बाद अंडर-19, रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी, फिर इंडिया ए के लिए खेला. और इसके बाद ही भारतीय टीम में जगह बना पाया. मेरे पिता ने मेरे क्रिकेट सफर को देखा है.”
हिटमैन ने आगे कहा कि
“मेरे पिता ने मुझे रेड बॉल से बहुत खेलते हुए देखा है. वो रेड बॉल क्रिकेट को बहुत पसंद करते हैं, इसकी सराहना करते हैं. जाहिर है, जब मैंने टेस्ट से रिटायरमेंट की घोषणा की तो वो थोड़ा निराश थे, लेकिन साथ में खुश भी थे. वो मेरे पिता हैं और आज मैं जो कुछ भी हूं, जहां पर भी हूं, उसमे उनका बड़ा योगदान रहा है. उनकी बिना मदद के ये संभव नहीं हो पाता.”
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