भारतीय टीम के महान प्लेयर Virat Kohli ने शनिवार (15 जनवरी) की शाम को अचानक से ट्वीट कर टेस्ट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। फैंस और खेल जगत के लोगों के लिए कोहली का यह अचानक का फैसला चौंकाने वाला लगा है।
Virat Kohli ने अपने संदेश में लिखा कि पिछले सात साल से लगातार कड़ी मेहनत और हर रोज टीम को सही दिशा में पहुंचाने की कोशिश रही। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और कोई भी कसर नहीं छोड़ी। लेकिन हर सफर का एक अंत होता है, मेरे लिए टेस्ट की कप्तानी को खत्म करने का यही सही वक्त है।
Virat Kohli ने अपने संदेश में लिखा है कि इस सफर में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिले हैं, लेकिन कोशिश में किसी ने भी कोई भी कसर नहीं छोड़ी है। मैंने हमेशा अपना 120 फीसदी देने की कोशिश की है, अगर मैं कुछ नहीं कर सकता हूं तो मैं समझता हूं कि मेरे लिए वह चीज़ सही नहीं है।
नही किया अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा का ज़िक्र
Virat Kohli ने अपने मैसेज में लिखा कि वह इस फैसले को लेकर पूरी तरह से पक्के हैं और वह अपनी टीम से कोई धोखा नहीं कर सकते हैं। विराट कोहली ने अपने इस संदेश में बीसीसीआई काशुक्रिया किया, साथ ही रवि शास्त्री और धोनी का भी आभार जताया।
लेकिन हैरानी वाली बात ये रही की कोहली ने अपने बयान में पूर्व कोच अनिल कुंबले, साथी खिलाड़ी रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ का नाम नही लिया। माना जा रहा है कि इन तीनों से हुए या चल रहे विवाद के कारण कोहली ने उनका नाम नही लिया।
क्या था कोहली और कुंबले विवाद
विराट कोहली (Virat Kohli ) और अनिल कुंबले में मतभेद मार्च, 2017 में हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से शुरू हुआ। यह विवाद धर्मशाला टेस्ट के दौरान हुआ था। विराट कोहली चोट के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं थे और अजिंक्य रहाणे टीम के कप्तान थे। इस मैच में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका दिया गया था। कोहली इसके खिलाफ थे. वह अमित मिश्रा को खिलाना चाहते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फैसला विराट को बिना बताए लिया गया था।
साथ ही कई दौरों पर वे टीम के खिलाड़ियों की गर्लफ्रेंड, पत्नियों के जाने के भी खिलाफ थे। हालांकि, इस बारे में कभी उन्होंने खुलकर कोई बयान नहीं दिया। 2017 के चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के हाथों हार के बाद कुंबले और कप्तान विराट के रिश्ते और खराब हो गए थे।
रोहित और कोहली के बीच अनबन की खबरें
ऐसा देखा गया है कि रोहित कई बार विराट की योजनाओं से नाराज दिखे। आईसीसी टूर्नामेंट में मिली हर हार के बाद रोहित ने दबी जुबान में कोहली की बुराई की। उन्हें लगता था कि विराट के पास कोई प्लान बी नहीं होता और इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ता है। विराट कोहली (Virat Kohli ) को यह बात पसंद नहीं आती है। वे हमेशा अपने मन से टीम को चलाने में विश्वास रखते थे।
द्रविड़ के हेड कोच बनने के बाद खत्म हुआ कोहली युग
विराट कोहली(Virat Kohli ) के इस्तीफे के बाद अटकलें हैं कि टीम सेलेक्शन और बाकी कामों में अनदेखी के चलते उन्होंने कप्तानी छोड़ी। कहा जा रहा है कि नए कोच राहुल द्रविड़ के साथ उनकी बात नही बन रही थी। शायद वे खुद को साइडलाइन किए जाने से नाराज थे। यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि काफी पिछले कुछ समय से विराट को वैसी टीम नहीं मिल रही थी जैसी उन्हें चाहिए थी। ऊपर से रोहित शर्मा के सीमित ओवर के कप्तान बनने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli ) का दबदबा काम होने लगा।