भारत के 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने हेड की 120 गेंद में चार छक्कों और 15 चौकों से 137 रन की पारी के अलावा मार्नस लाबुशेन (110 गेंद में नाबाद 58 रन, चार चौके) के साथ उनकी चौथे विकेट की 192 रन की साझेदारी से 43 ओवर में चार विकेट पर 241 रन बनाकर जीत दर्ज की. भारत इस तरह जोहानिसबर्ग में 2003 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार का बदला चुकता करने में विफल रहा.
भारतीय टीम को इसी साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया ने हराया था जबकि 2015 विश्व कप सेमीफाइनल में भी इसी टीम ने उसे शिकस्त दी थी.
टॉस हारने पर कप्तान रोहित शर्मा ने कही ये बात
भारतीय कप्तान ने आस्ट्रेलिया के छठी बार चैम्पियन बनने पर कहा,
‘‘आस्ट्रेलिया ने तीन विकेट गंवाने के बाद बड़ी साझेदारी की. 240 रन बनाने के बाद हम चाहते थे कि शुरुआती विकेट मिल जायें लेकिन, श्रेय ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन को जाता है जिन्होंने हमें खेल से पूरी तरह बाहर कर दिया.”
रोहित शर्मा ने टॉस गंवाने के बाद कहा था कि अगर वह टॉस जीतते तो बल्लेबाजी का फैसला करते. रोहित शर्मा ने कहा
‘‘मुझे लगा था कि रोशनी में बल्लेबाजी करने के लिए विकेट बेहतर है. हम जानते थे कि रोशनी में यह बेहतर होगा लेकिन हम इसे कोई बहाना नहीं बनाना चाहते. हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, लेकिन बड़ी साझेदारी करने के लिए उनके दो खिलाड़ियों को श्रेय जाता है.”
इन 3 खिलाड़ियों ने खेल लिया भारत के लिए अपना अंतिम विश्व कप
लगातार 10 जीत के विजय रथ पर सवार होकर फाइनल में पहुंचे भारत को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तीसरा विश्व कप जीतने की उम्मीद थी, टूर्नामेंट के सबसे सफल बल्लेबाज विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन ने एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का दूसरी बार हिस्सा बनने का सपना देखा था.
जबकि कप्तान रोहित शर्मा पहली बार एकदिवसीय विश्व चैंपियन बनने का सपना संजोए थे, लेकिन पैट कमिंस की टीम ने इन सपनों को साकार नहीं होने दिया.
Published on November 21, 2023 2:04 pm