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रोहित शर्मा ने कहा न विराट न हार्दिक भारत के लिए एक्स फैक्टर साबित होगा ये खिलाड़ी, मोहम्मद शमी पर कही ये बात

by Nihal Mishra
रोहित शर्मा ने कहा न विराट न हार्दिक भारत के लिए एक्स फैक्टर साबित होगा ये खिलाड़ी, मोहम्मद शमी पर कही ये बात

टी20 विश्व कप 16 अक्टूबर यानि कल से शुरू होने जा रहा है. भारत का पहला मुकाबला चीर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से 23 अक्टूबर को होगा. दोनों टीमें इस विश्व कप का बड़े बेसब्री से से इंतजार कर रही थीं. पिछले वर्ल्ड कप में जहाँ भारत ग्रुप स्टेज से बाहर हो गया था, तो वहीं पाकिस्तान को सेमीफाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा था. टुनामेंट शुरू होने से पहले सभी टीमों के कप्तानों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ, जिसमें रोहित शर्मा ने कुछ दिलचस्प बातें बोली.

मोहम्मद शमी की रिकवरी पर की बात, सूर्या की हुई तारीफ

रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि,

‘भारत 23 तारीख के मैच के लिए हम पूरी तरह तैयार है. हर कोई जानता है कि कौन-कौन खेलने जा रहा है. मैं आखिरी समय पर लिए गए फैसलों में विश्वास नहीं करता. मोहम्मद शमी अपने घर पर थे, तभी उन्हें कोरोना हो गया फिर हमने उन्हें एनसीए बुलाया. उन्होंने वहां कड़ी मेहनत की. वह अभी ब्रिस्बेन में हैं. भारतीय टीम कल ब्रिस्बेन पहुंचेगी. मोहम्मद शमी बहुत पॉजिटिव हैं उनकी रिकवरी अच्छी रही है.’

सूर्या और जसप्रीत पर बोलते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि,

‘जसप्रीत ने अब तक हमारे लिए अच्छा किया है, लेकिन इंजरी आपके वश में नहीं है. हमने विशेषज्ञों से बात की. विश्व कप महत्वपूर्ण है, लेकिन उसका करियर ज्यादा महत्वपूर्ण है. वह 27-28 साल का है, उसके पास बहुत क्रिकेट बचा है. हम उसे मिस करेंगे. सूर्या अच्छी फॉर्म में है. मुझे उम्मीद है कि वह उसी तरह बल्लेबाजी करना जारी रखेगा. वह एक आत्मविश्वास से भरा खिलाड़ी है. वह निडर होकर खेलता है. मुझे उम्मीद है कि वह एक्स-फैक्टर बनेगा.’

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रोहित शर्मा ने 2007 विश्व कप को किया याद

टी20 विश्व कप शुरू हुआ था साल 2007 में. उस समय भी रोहित शर्मा भारतीय टीम के हिस्सा थे. और आज 15 साल बाद भी रोहित शर्मा एक कप्तान के रूप में भारतीय टीम के हिस्सा हैं. 15 साल के इस सफर को याद करते हुए रोहित शमा ने कहा कि,

‘2007 में जब मुझे टीम में चुना गया था तो मैं किसी उम्मीद के साथ नहीं गया था. मैं बस आनंद लेना चाहता था, वह मेरा पहला विश्व कप था. वहां से अब तक का सफर लंबा रहा है. तब 140-150 का स्कोर अच्छा माना जाता था. अब, टीमें 14-15 ओवर में वहां पहुंचने की कोशिश करती हैं. अब परिणाम की चिंता किए बिना जोखिम लेती हैं. हमारी टीम भी यही करने की कोशिश कर रही है.’

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