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बेहद गरीबी में बिता है रिंकू सिंह का बचपन, पेट पालने के लिए पोछा लगाया, सिलेंडर बेचा और अब 5 छक्के लगा लूटी महफिल

इंडियन प्रीमियर लीग में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक शानदार मुकाबला देखने को मिला। जिसको फैंस कई सालों तक नहीं भूलेंगे कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात के बीच में खेले गए इस मुकाबले के मुख्य किरदार रिंकू सिंह बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आखिरी ओवर में ऐसा शानदार खेल दिखाया कि हर कोई उनका दीवाना बन कर रह गया।

जहां आखिरी ओवर में केकेआर की टीम को 29 रनों की दरकार थी तो वही रिंकू सिंह ने एक के बाद एक लगातार पांच छक्के जड़कर टीम को जीत दिला दी।

बेहद गरीब परिवार से आते हैं रिंकू सिंह

बता दें कि कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी मध्यम क्रम के बल्लेबाज एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं। उन्होंने अपने जीवन में काफी ज्यादा गरीबी देखी है इतना ही नहीं उनके पिता घर चलाने के लिए सिलेंडर बेचा करते थे और सिलेंडर की डिलीवरी भी करते थे वही उनका भाई ऑटो रिक्शा चलाता था बता दें कि रिंकू सिंह सहित 5 भाई-बहन है।

कोचिंग में लगाते थे पोछा

बता दे कि रिंकू सिंह ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं वह नवी क्लास में फेल हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने कभी भी किताब नहीं उठाई और वह अपने खेल पर फोकस किया जैसा कि रिंकू एक गरीब परिवार से आते हैं, तो उन्होंने बचपन से ही पैसा कमाने की जिम्मेदारी को उठा लिया था और जब वह काम ढूंढने निकले तो उन्हें कोचिंग सेंटर में पोछा लगाने का काम मिला।

अंडर 16 से शुरू हुआ था रणजी का सफर

2013 में रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के लिए अंडर 16 टीम में खेलने के कुछ साल बाद उन्हें अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला। जिसके बाद देखते ही देखते हैं उन्होंने रणजी टीम में भी अपनी जगह बहुत आसानी से बना ली।

बता दें कि आईपीएल 2017 के ऑप्शन में रिंकू सिंह को पंजाब की टीम ने की 10 लाख रुपए देकर खरीदा था। हालांकि पिछले साल ही यह खिलाड़ी लखनऊ के लिए खेले और ताबड़तोड़ पारी खेलकर लाइमलाइट में आए।

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