क्रिकेट जैसे खेल में ना केवल मैदान पर बल्कि ड्रेसिंग रूम में भी माहौल पूरी तरह गर्म रहता है, जहां खिलाड़ियों के बीच कब क्या हो जाए यह बिल्कुल भी कहा नहीं जा सकता है. आज के समय में खिलाड़ी जितने आक्रमक नजर आते हैं, वहीं रवैया कुछ दशक पहले भी था.
अगर 1987 की बात करें तो जब पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आई थी, उस वक्त टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) इस कदर बौखलाए थे कि वह जावेद मियांदाद को जूता उठाकर मारने के लिए ड्रेसिंग रूम तक पहुंच गए थे.
ये था पूरा मामला
भारत-पाकिस्तान का कोई भी मुकाबला बिना विवाद का खत्म हो, ये तो हो ही नहीं सकता और यह पिछले कई दशकों से चला आ रहा है. खुद रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने इस बात का खुलासा किया कि 20 मार्च 1987 को भारत- पाकिस्तान के बीच हैदराबाद में तीसरा वनडे मुकाबला खेला जा रहा था.
इस मुकाबले में भारत- पाकिस्तान का स्कोर बराबर रहा लेकिन भारत ने 6 और पाकिस्तान 7 विकेट खोए थे और एक विकेट कम गिरने के चलते भारत को विजेता घोषित किया गया, जिसके बाद जावेद मियांदाद बौखला गए और चीखते हुए वह ड्रेसिंग रूम में आए और बोले, तुम चीटिंग से जीते हो.
इसके बाद रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का खून खौल गया और वह उनके पीछे ड्रेसिंग रूम पर उन्हें मारने के लिए पहुंच गए. बाद में इमरान खान ने बीच-बचाव करते हुए इस पूरे मामले को शांत करवाया.
बेहद रोमांचक रहा था मुकाबला
रवि शास्त्री (Ravi Shastri) उस मुकाबले में 69 और कपिल देव ने 59 रन की बदौलत 212 रन बनाए थे. पाकिस्तान की टीम को अंतिम गेंद पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे और वह ऐसा करने में कामयाब नहीं हो सके. अब्दुल कादिर रन लेने के चक्कर में उस वक्त रन आउट हो गए थे और टीम इंडिया जीत गई थी.
आपको बता दें कि आज भी भारत- पाकिस्तान का जब कोई मुकाबला होता है तो दर्शक के साथ-साथ खिलाड़ियों के बीच भी रोमांच नजर आता है.